शहर हुआ पानी-पानी: महेन्द्रगढ़ जिले में 24 घंटों में रिकॉर्ड 200 एमएम से अधिक बारिश

 

 

मॉनसून की विदाई के अवसर पर अच्छी बरसात ने जहां क्षेत्र में प्रशासन के पानी निकासी के दावों की न केवल पोल खोल दी बल्कि यह संदेश प्रशासन लें कि शहर में जहां भी पानी निकासी नहीं है उन स्थानों को चिह्नित कर आगामी मानसून तक वहां पानी निकासी के उचित प्रबंध करवाई जाए, जिससे लोगों को परेशानी न हो। बरसात के चलते किसानों की खरीफ की फसल को भी काफी नुकसान हो गया है।

स्वाइन फ्लू को लेकर अंबाला में अलर्ट: नारायणगढ़ में सूअरों में मिला अफ्रीकन वायरस; मारने की तैयारी; पालकों के लिए एडवाइजरी

महेंद्रगढ़ में बीते 48 घंटों में 144.3 एमएम बरसात हुई, वहीं नारनौल में सुबह 8.30 बजे तक 196 एमएम बरसात दर्ज की गई। मौसम विभाग के अनुसार रविवार के बाद मौसम खुश्क रहेगा।कृषि मौसम विशेषज्ञ डॉक्टर दिवेश चौधरी ने बताया कि शनिवार सुबह 8. 30 बजे तक नारनौल में सबसे अधिक 196 एमएम , अटेली में 86 एमएम, कनीना में 7 एमएम, पाली में 47एम एम, नांगल चौधरी में 18 एमएम तथा महेंद्रगढ़ में दोपहर 1 बजे तक 144. 3 एमएम बरसात दर्ज की गई।

4 चरणों में होंगे पंचायती चुनाव: पहले व दूसरे में पंचायत समिति व जिला परिषद सदस्यों तथा तीसरे व चौथे में सरपंच व पंचों के

उधर महेंद्रगढ़ का अधिकतम तापमान 26 डिग्री सेल्सियस जबकि न्यूनतम तापमान 24.1 डिग्री सेल्सियस रहा। मौसम में अधिकतम व न्यूनतम आर्द्रता 100 प्रतिशत रही, उत्तर -पूर्वी हवा की रफ्तार 12 किलोमीटर प्रति घंटे रही। 29 सितंबर तक मौसम परिवर्तनशील तथा आसमारन में बादलवाई रहेगी तथा 26 सितंबर तक बरसात की संभावना बनी हुई है।

शहर की बिजली व्यवस्था भी चरमराई: अर्धरात्रि के बाद क्षेत्र में शुरू हुई बरसात के चलते शहर में अधिकांश इलाके में बिजली गुल हो गई। दिन भर बिजली कर्मचारी बिजली व्यवस्था को सुधारने में जुटे रहे। रात को गुल हुई बिजली कहीं पर सुबह तो कहीं दोपहर को और शाम 5.30 बजे तक पूरे शहर में बिजली बहाल हो पाई। लोगों के इनवर्टर जवाब दे गए। निगम के पास बिजली समस्याओं की शिकायतें भी बढ़ी।

करोड़ों खर्च के बाद भी पानी निकासी की कोई ठोस योजना नहीं

महेंद्रगढ़ शहर में बीते कुछ महीनों में आनन-फानन में विकास के नाम पर करोड़ों रुपए लगाए गए परंतु पानी निकासी की कोई ठोस योजना नहीं बनाई गई। क्षेत्र में अच्छी बरसात ने प्रशासन के पानी निकासी के सभी दावों की पोल खोल दी। शहर के करीब हर मार्ग पर बरसात का पानी जमा हो गया। शहर का सीवरेज सिस्टम ही नहीं नाले भी जवाब दे गए हैं। मोहल्ला महायचान, गंगा देवी अस्पताल के पास, सतनाली चौक के पास ब्रह्मचारी रोड पर, सतनाली रोड पर, फ्लाईओवर से स्टेशन रोड पर, ऑटो मार्केट, आईटीआई रोड सहित क्षेत्र के अनेक ऐसे मार्ग है जहां पानी निकासी की व्यवस्था नहीं होने के कारण हल्की बरसात में भी पानी जमा हो जाता है हर बार प्रशासन पानी की उचित निकासी के दावे तो करता है परंतु धरातल पर कुछ नजर नहीं आता।

केवल एक मुख्य अध्यापक के भरोस चल रहा मलिकपुर गांव का राजकीय उच्च विद्यालय

स्टेट हाइवे के हालात नाजुक, जगह-जगह गड्‌ढों में पानी

महेंद्रगढ़ में बरसात के चलते स्टेट हाइवे की हालत काफी नाजुक हो गए हैं। जगह-जगह पानी की झीलें बन गई है। रोड पर रोड या ऐसे निकल आई है जैसे ट्रक से रोडिया डाल दी गई हो जिन पर वाहनों का चलना काफी खतरे से भरा हुआ है। दो पहिया वाहन चालक स्मारक पर कभी भी हादसे का शिकार हो सकते हैं। अभी बरसात के चलते इस मार्ग पर पैदल चलना तो नामुमकिन सा हो गया है। एक डेढ़ किलोमीटर के दायरे में कई छोटी-बड़ी झीलें नुमा बड़े गड्ढे वह हजारों की संख्या में छोटे बड़े गड्ढे बन गए हैं।

 

खबरें और भी हैं…

.सभी ने हमें बताया कि मेकिंग इन इंडिया का क्रेज है, अब बहुराष्ट्रीय कंपनियां चाहती हैं कि हम उनके उत्पाद बनाएं: MIVI संस्थापक

.

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *