परिवार पहचान पत्र के माध्यम से अब घर बैठे बनती है बुढापा पेंशन : डीसी डॉ. मनोज कुमार

जिला में पीपीपी ऑटो मोड से बनी 2242 बुजुर्गों की पेंशन तथा 119988 बुजुर्ग ले रहे लाभ

मुख्यमंत्री द्वारा की गई घोषणा के तहत 2750 रुपए आएगी अप्रैल माह की पेंशन

एस• के• मित्तल 

जींद,           आजादी अमृत महोत्सव में प्रदेश सरकार द्वारा लागू किए गए परिवार पहचान पत्र के माध्यम से जिला में वृद्धावस्था सम्मान भत्ता योजना के तहत 2242  बुजुर्गों की घर बैठे बिठाए स्वत:  ही सामाजिक सुरक्षा पेंशन बनी है।  नागरिकों को सरल व सुगम माध्यम से सरकारी सेवाएं उपलब्ध कराने के लिए शुरू की गई परिवार पहचान पत्र योजना का अब धरातल पर असर दिखने लगा है।

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डीसी डॉ. मनोज कुमार ने बताया वृद्धावस्था पेंशन योजना को परिवार पहचान पत्र से जोडऩे के बाद अब बुजुर्गों को राहत मिली है। मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल के मार्गदर्शन  में जब से सरकार की यह फ्लैगशिप योजना शुरू हुई है, तब से आयु व आय के निर्धारित मापदंडों को पूरा करने वाले बुजुर्गों की परिवार पहचान पत्र के माध्यम से अब वृद्धावस्था सम्मान पेंशन ऑटो मोड में बन रही है। अब किसी भी बुजुर्ग को वृद्धावस्था सम्मान भत्ता लेने के लिए आवेदन करने की जरूरत नहीं है। जिला जींद में 2242 पात्र बुजुर्गों की पेंशन पीपीपी के माध्यम से बनाई जा चुकी है। उन्होंने बताया कि समाज कल्याण विभाग द्वारा जिला जींद के 119988 बुजुर्गों को प्रत्येक माह 2500 रुपये की राशि वृद्धावस्था सम्मान पेंशन के रूप में उनके खाते में भेजी जा रही हैं। उन्होंने कहा कि हरियाणा सरकार ने चालू वित्त वर्ष में इसमे 250 रुपए की बढ़ोतरी की है। यानि अब बुजुर्गों के खाते में अप्रैल माह की पेंशन 250 रुपए बढक़र 2750 रुपए आएगी।

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डीसी ने बताया कि परिवार पहचान पत्र के तहत जिनकी उम्र 60 साल हो गई है और जिनकी पति-पत्नी की सालाना आय दो लाख रुपये से कम हैं, उनका डेटा क्रीड की तरफ से ऑटोमेटिक तरीके से सोशल जस्टिस डिपार्टमेंट को भेज दिया जाता है। परिवार पहचान पत्र में जैसे ही बुजुर्ग की उम्र 60 वर्ष होती हैं, उसी समय विभाग को क्रीड की ओर से सूची मिल जाती है। इसके बाद विभाग संबंधित लाभार्थी के पास जाकर उसकी सहमति लेता हैं, यदि वह सहमति देता है तो उसके बाद पेंशन शुरू कर दी जाती है। उन्होंने बुजुर्गों से आह्वान किया कि वे वृद्धावस्था सम्मान भत्ता के लिए किसी भी विभाग के कार्यालय में चक्कर न लगाएं। इस सम्मान भत्ता के पात्र होते ही विभाग के कर्मचारी स्वयं आपके पास आएंगे।
अब बुजुर्गों को सुगम तरीके से मिल रहा पेंशन का लाभ :

मुख्यमंत्री के नेतृत्व में हरियाणा सरकार ने व्यवस्था परिवर्तन करते हुए ऐसी व्यवस्था की है जिससे हरियाणा के बुजुर्गों को पेंशन के लिए टेंशन नहीं लेनी पड़ती। सरकार द्वारा पेंशन को परिवार पहचान पत्र से जोड़ा गया है। अब पात्र बुजुर्ग की  घर पर आकर विभाग पेंशन बना रहा है।  डीसी ने बताया कि  सरकार द्वारा  ‘वृद्धावस्था सम्मान भत्ता‘ पेंशन योजना के  जिलाभर में 119988 बुजुर्गों को लाभ दिया जा रहा है।  अप्रैल माह से बुजुर्ग सम्मान भत्ता 2750 रुपए पेंशन हो गई है।
पेंशन के लिए जन्म प्रमाण पत्र संबंधी दस्तावेज अपलोड करना जरूरी:
जिला समाज कल्याण अधिकारी सरोज देवी ने बताया कि अब पीपीपी से आटो मोड से वृद्धावस्था पेंशन बनाने की विभागीय प्रक्रिया जारी है। उन्होंने बताया कि समाज कल्याण विभाग द्वारा वृद्धावस्था पेंशन सहित 205656 पात्र लोगों को पेंशन का लाभ प्रदान किया जा रहा है, जिनमें दिव्यांगजन, विधवा पेंशन, लाडली सामाजिक सुरक्षा भत्ता, दिव्यांग बच्चे के लिए भत्ता शामिल है। उन्होंने पेंशन के पात्र लाभार्थियों का आह्वान किया कि वे जन्म तिथि का कालम भरने के बाद उसके सामने जन्म का दस्तावेज भी अपलोड करें।

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