हरियाणा के नारनौल में पाले के कारण सरसों और गेहूं की फसल काे नुकसान पहुंचा है। अनेक गांवों के किसान गुरुवार को डीसी ऑफिस पहुंचे। किसानों ने खराब फसल को दिखाकर मुआवजे की मांग की। मुख्यमंत्री के नाम एक ज्ञापन भी डीसी को सौंपा। दूसरी ओर निजामपुर के बीडीपीओ कार्यालय में भी ग्रामीणों ने धरना प्रदर्शन कर बीडीपीओ को ज्ञापन सौंपा।
इन गांवों के किसान पहुंचे
महेंद्रगढ़ जिले में तीन-चार दिनों में ग्रामीण क्षेत्रों में जबरदस्त पाला पड़ा। इससे सरसों और गेहूं के पौधों पर भी बर्फ जम गई थी। क्षेत्र में पड़े भयंकर पाले के कारण सरसों की फसल पूरी तरह नष्ट हो गई और गेहूं की फसल में भी काफी नुकसान हुआ है। गुरुवार को गांव तोताहेड़ी, दोगली व नांगल चौधरी खंड के अनेक गांव के ग्रामीणों रामकरण, कदम सिंह, सज्जन सिंह, सत्यवीर, सुरेंद्र कुमार, राजपाल, सिंहराम सहित अनेक लोगों ने डीसी कार्यालय के बाहर धरना दिया।
डीसी कार्यालय के बाहर धरने पर बैठे किसान।
30 हजार एकड़ मुआवजा मांगा
किसानों का कहना है कि 10 दिन से लगातार जबरदस्त ठंड पड़ रही है। जिसकी वजह से उनकी फसलें पूरी तरह खराब हो गई है। इसलिए सरकार को चाहिए कि वह 30 हजार रुपए प्रति एकड़ मुआवजा दक्षिणी हरियाणा के किसानों को दें, ताकि किसानों के नुकसान की भरपाई हो सके। नहीं तो किसान आत्महत्या करने को मजबूर हो जाएगा।
विधायक बोले- रिपोर्ट सरकार को देंगे
वहीं इस बारे में नांगल चौधरी के विधायक डॉ. अभय सिंह ने बताया कि सर्दी की वजह से किसान भाइयों को हो रहे नुकसान के प्रति सरकार पूरी तरह जागरूक है। कृषि विभाग द्वारा सर्वे के बाद वास्तविक नुकसान की रिपोर्ट सरकार को भेजी जाएगी। उसके बाद सरकार द्वारा स्पेशल गिरदावरी का निर्णय लिया जाएगा और सरकार अपने स्तर पर इस पर आवश्यक कार्यवाही समय पर करेगी। सरकार किसान भाइयों के साथ है।