तुलसी को हमारे घरों में देवी का रूप माना जाता है : विपिन आहूजा श्रद्धालुओं में वितरित किए तुलसी के पौधे

एस• के• मित्तल 
जींद,      पटियाला चौंक स्थित ईश्वर नगर के श्री महावीर मंदिर में मंगलवार को श्री राधे चरण पादुका सेवा समिति के तत्वावधान में तुलसी पौधा वितरण कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम के तहत समिति पदाधिकारियों द्वारा श्रद्धालुओं को तुलसी के 121 पौधे वितरित किए गए और तुलसी की महत्ता से अवगत करवाया।
इस अवसर पर समिति महासचिव विपिन आहूजा ने बताया कि तुलसी के पौधे के कईं फायदे हैं जिससे हमें कई रोगों से लडने में सहायता मिलती है। सबसे बड़ी बात यह है कि तुलसी के पौधे का कोइ साइड इफैक्ट नहीं है। आज कल लोगों को इतनी सारी बीमारियां हो रही हैं कि उनके पैसे डॉक्टर और दवाइयों में खर्च हो रहे हैं। पर यदि आपके घर में तुलसी का पौधा लगा हुआ है तो चिंता करने की कोई जरुरत नहीं है। तुलसी जुखाम, खांसी, बुखार, सूखा रोग, पसलियों का चलना, निमोनिया, कब्ज और अतिसार सभी रोगों में चमत्कारी रूप से अपना असर दिखाती है।
समिति प्रधान बलदेव राज गिरधर ने कार्यक्रम में मौजूद श्रद्धालुओं को संबोधित करते हुए कहा कि तुलसी को हमारे घरों में देवी का रूप माना जाता है और यह हर प्रकार से पवित्र है। ऐसा माना जाता है कि जिस घर में तुलसी लगाई जाती है उस घर में भगवान वास करते हैं। तुलसी एक ऐसी वनस्पति है जो धार्मिक हिंदू समुदाय में बहुत ही महत्वपूर्ण औषधि के रूप में प्रयोग की जाती है। तुलसी केवल हमारी आस्था का प्रतीक भर नहीं है। इस पौधे में पाए जाने वाले औषधीय गुणों के कारण आयुर्वेद में भी तुलसी को महत्वपूर्ण माना गया है। शिव प्रकाश सैनी, मुंशीलाल आहूजा ने बताया कि समिति द्वारा पिछले दस वर्षों से लगातार तुलसी के पौधे वितरित किए जा रहे हैं।
तुलसी पत्र मिला हुआ पानी पीने से कई रोग दूर हो जाते हैं। इसीलिए चरणामृत में तुलसी का पत्ता डाला जाता है। गौसेवा संकीर्तन प्रमुख विक्रम ने कहा कि कई वैज्ञानिक शोध तुलसी में उपस्थित गुणों की पुष्टि करते हैं। भारत में पुरातन काल से ही तुलसी के औषधीय गुणों को काफी महत्ता दी जाती है। इसलिए तुलसी का पौधा हर घर में लगाया जाए, इसी को लेकर समिति कार्यरत है।

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