सोमवार से फ्लोरोसिस लैब की शुरुआत होगी: पांच महीने बाद सोमवार से सिविल अस्पताल में शुरू होगी फ्लोरोसिस लैब, पानी की हो सकेगी जांच

 

जिला मुख्यालय स्थित सिविल अस्पताल में 5 माह बाद सोमवार से फ्लोरोसिस लैब की शुरुआत होगी। 31 मई को इसका उद‌्घाटन तत्कालीन एसीएस राजीव अरोड़ा ने किया था, लेकिन तब इसके उपकरणों की कमी के कारण लैब शुरू नहीं हो सकी थी। अब लैब को पुरानी बिल्डिंग के प्रथम तल पर स्थापित जा रहा है।

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इसके लिए कोविड आइसोलेशन वार्ड के पास एक कमरा दिया गया है, जिसकी रिपेयरिंग का काम शुरू किया गया है। सोमवार को पूरी तरह से लैब की शुरुआत कर दी जाएगी। इसके लिए डेपुटेशन पर एक एलटी की भी ड्यूटी लगाने के लिए सीएमओ को लिखा गया है। जिले में पानी की जांच के लिए नागरिक अस्पताल में फ्लोरोसिस लैब स्थापित करने के लिए सभी उपकरण पहुंच चुके हैं। जिले के कई गांवों में पीने का स्वच्छ पेयजल उपलब्ध नहीं है।

इसके अलावा शहरी पेयजल सप्लाई में भी फ्लोराइड की मात्रा अधिक है। जांच न होने के चलते यह नहीं पता चल पाता है कि पानी में फ्लोराइड की मात्रा कितनी है। विदेशों में पानी में फ्लोराइड की मात्रा 0.5 मिलीग्राम प्रति लीटर तक सामान्य मानी जाती है जबकि भारत में यह दर 1.0 मिलीग्राम निर्धारित है।

इसी कारण स्वास्थ्य विभाग ने नागरिक अस्पताल में फ्लोराइड की जांच करने के लिए लैब स्थापित कर रहा है। लैब के लिए एनएचएम के तहत चार लाख सात हजार रुपए कीमत का सामान खरीदा गया।

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फ्लोराइड अधिक होने के नुकसान
ग्रामीण क्षेत्रों में फ्लोराइड की मात्रा ज्यादा है। इसके चलते काफी गांवों में हड्डी कमजोर होना, घुटनों में दर्द, दांतों के पीला होने वाले मरीजों की संख्या लगातार बढ़ रही है। यहां तक कि इस पानी के सेवन के चलते मरीज कैंसर व काला पीलिया जैसी बीमारियों से ग्रस्त हो रहे हैं। लैब स्थापित होने पर ग्रामीण क्षेत्रों में पानी के सैंपल लेने का अभियान चलाया जाएगा।
इन गांवों में फ्लोराइड की मात्रा ज्यादा
भूमिगत जल में अधिक आर्सेनिक वाले गांवों में अलेवा, झांझ, नगूरां, उदयपुर, काकदौड़, छात्तर हनुमान मंदिर, दनौदा कलां, लोन, पीपलथा, कोयल, नेपेवाला, हथो, संडील, जींद व नरवाना शहर की कुछ कालोनियां शामिल है। इसके अलावा गांव बरसाना, बोहतवाला, गोबिंदपुरा, हैबतपुर, कैरखेड़ी, खेड़ी तलोडा, खोखरी, किशनपुरा, निर्जन, सिवाह, सुंदरपुर, तलोड़ा, अनूपगढ़, आलन जोगीखेड़ा, बुढ़ाखेड़ा, पिल्लूखेड़ा, ऐंचरा कलां, अंटा, बागड़ू कलां, बागड़ू खुर्द, खरकड़ा, खेड़ी खेमावती, निम्नाबाद, रामपुरा, रोड, सिघाना, बडऩपुर, धनौरी व नेपेवाला, घिमाना, बहबलपुर, जामनी, किनाना, अनपूगढ़, करसिधु शामिल हैं।

 

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