जींद,। अव्यवस्थित काम के घंटे और खानपान के कारण रोडवेज चालक व परिचालकों की आंखें कमजोर हो रही हैं। इसके साथ ही शुगर व बीपी के शिकार हो रहे हैं। लगातार हो रहे सड़क हादसों के चलते परिवहन विभाग के मुख्यालय ने किलोमीटर स्कीम सहित रोडवेज चालक व परिचालकों के स्वास्थ्य की जांच के निर्देश दिए थे। ऐसे में जींद डिपो के चालक व परिचालकों के लिए डा. श्राफ चैरिटी आइ अस्पताल व आयशर ड्राइवर केयर प्रोग्राम के तहत मंगलवार को वर्कशाप परिसर में शिविर लगाया गया।
भाग दौड़ भरी जिंदगी से हो रहे बीमारियों के शिकार
रोडवेज चालक व परिचालक की भाग दौड़ भरी कार्यशैली के चलते कर्मचारी धीरे-धीरे गंभीर बीमारी का शिकार हो रहे हैं। चालक व परिचाकों को कभी अल सुबह चार बजे तो कभी देर रात 11 बजे तक अलग-अलग समय सारिणी के हिसाब से ड्यूटी देनी पड़ती थी। इस कारण उनकी नींद पूरी नहीं हो पाती। इसके चलते उनके खान-पान पर भी असर पड़ता है। ड्यूटी के दौरान खाना खाने के लिए समय नहीं मिलने पर चाय या फास्ट फूड खाने पर भी स्वास्थ्य पर असर पड़ रहा है। इसके अलावा चालक व परिचालकों की लंबी सीटिंग के चलते उनके स्वास्थ्य पर असर पड़ता है।
–मुकेश कुमार, कोआर्डिनेटर
चालक व परिचालकों के लिए लगाया गया था कैंप
मुख्यालय के आदेशानुसार चालक व परिचालकों के लिए स्वास्थ्य जांच शिविर का आयोजन किया गया। इसमें टीम द्वारा कर्मचारियों की जांच की गई। कुछ कर्मचारियों को आंखों में दिक्कत तो कुछ तो हाई बीपी व शुगर की दिक्कत पाई गई। ज्यादातर कर्मचारी स्वस्थ हैं।
–अशोक कौशिक, रोडवेज जीएम जींद डिपो।