खूंखार कुत्तों द्वारा गौवंश को नोच-नोच कर खाने के मामले में जीन्द डीसी के नाम लिखी एक खुली चिट्ठी

लिखा : आप जिले के सर्वे सर्वा, मामले में न होने दे लेटलतीफी 

बजट की है कमी तो संस्था आगे आने को तैयार : राजकुमार गोयल 

एस• के• मित्तल 
जीन्द,      जीन्द विकास संगठन के अध्यक्ष एवं प्रमुख समाजसेवी राजकुमार गोयल ने जीन्द के डीसी मनोज कुमार के नाम एक खुली चिट्ठी लिखी है। चिट्ठी में लिखा है कि खूंखार कुत्ते गोवंश को नोच नोच कर खा रहें है। नगर परिषद व अन्य विभाग कुछ नही कर रहे है। हर पल डर बना रहता है कि कब कौन सी गाय इन खूंखार कुत्तों की चपेट में आ जाए। चिट्ठी के माध्यम से डीसी से मांग की गई है कि आप जिले के सर्वे सर्वा है ऐसे में इस मामले में लेट लतीफी न होने दे।
इन दर्जन भर मांसाहारी खूंखार कुतो से जल्द से जल्द छुटकारा दिलाए। अगर इन दर्जन भर कुत्तों से जल्द से जल्द छुटकारा दिलाने में बजट की है कोई कमी तो उनकी संस्था आगे आने को तैयार हैं। जीन्द के डीसी को लिखी चिट्ठी में राजकुमार गोयल ने लिखा है कि शहर के सेक्टर 8 और 9 के डिवाइडर के पास दर्जनों आवारा मांसाहारी कुत्तों का कहर लगातार जारी है। अभी तक ये कुत्ते दर्जनों जिंदा गायों को अपना शिकार बना चुके हैं। पिछले दिनों भी इन आवारा कुतों ने एक बछडों को अपना शिकार बनाया। आवारा कुतों के झुंड ने पहले गाय व उसके छोटे से बछडे को चारों तरफ से घेर लिया और फिर बछडे को अपना शिकार बनाने लगे। उसे नीचे गिरा दिया और उसके दोनों कान बूरी तरह से फाड़ डाले। उन्होंने खुद मोके पर पहुँच कर बछडे की जान बचाई। गोयल ने बताया कि मांसाहारी कुत्ते लगातार जिंदा बछड़ों व गायों को नोंच नोंच कर खा रहे हैं।
न जाने ऐसी कितनी घटनाएं सामने आ चुकी हैं। चिट्ठी के माध्यम से कहा कि पिछले कई महीनों से जीन्द विकास संगठन इन खूंखार कुत्तों के आतंक का मामला उठाता आ रहा है। इस मुद्दे को उठाने के बाद नगर परिषद प्रशासन ने इन आवारा कुतो को पकडने की बडी बडी ढींगे भरी थी लेकिन ये सब ढींगें सिर्फ बयानबाजी तक सीमित होकर रह गई। नगर परिषद प्रशासन ने कहा था कि इस मामले को लेकर नगर परिषद द्वारा टीमे गठित की गई हैं। यदि मौके पर कुत्तों का झुंड गुजरता मिला तो टीम कुत्तों को खदेड़ने का काम करेगी लेकिन आज तक ऐसा नजर नहीं आया। नगर परिषद ने यह भी कहा था कि पशुपालन विभाग से कुतो की नसबंदी बारे बात की जा रही है लेकिन आज तक इस बारे भी कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया। नगर परिषद प्रशासन ने यह भी कहा था कि कई विभागों से विचार विमर्श किया जा रहा है कि ऐसे आतंकी कुत्तों से कैसे निपटा जाए लेकिन आज तक कुत्तों से तो निपटा नहीं गया लेकिन कुते जरूर निर्दोष बछड़े व गायों को अपना शिकार बना रहे हैं।
चिट्ठी के द्वारा बताया कि पिछले दिनों सिटी मैजिस्टेट से मिलकर उन्हे भी उन्हें भी इस बारे एक ज्ञापन सौंपा गया था। सिटी मजिस्ट्रेट ने नगर परिषद के ईओ से बात भी की थी। ईओ की तरफ से आश्वासन मिला था कि इस बारे जल्द ही कोई समाधान निकाला जाएगा। गोयल का कहना है कि आस पास की गऊओं के लिए एक एक दिन पहाड के समान हो रहा है हर पल डर बना रहता है कि कब कौन सी गाय इन कुत्तों की चपेट में आ जाए। गोयल ने डीसी से मांग की है कि आप जिले के सर्वे सर्वा है आपसे निवेदन है कि इस मामले में लेट लतीफी न की जाए। मामले को गंभीरता से लेते हुए जल्द से जल्द बेजुबान पशुओं को इन खूंखार कुतो से छुटकारा दिलाया जाए। गोयल ने यह भी लिखा है कि अगर इन दर्जन भर कुत्तों से जल्द से जल्द छुटकारा दिलाने में बजट की कोई कमी है तो उनकी संस्था आगे आने को तैयार हैं।
नारनौल में पुलिस का स्पेशल पैदल मार्च: एसपी विक्रांत भूषण के नेतृत्व में सड़क पर उतरी पुलिस; आमजन में सुरक्षा भावना जगाई

नगर परिषद के ईओ ने माना, कुते पहुंचा सकते है आमजन को नुकसान, फिर भी विभाग सो रहा कुंभकर्णी नींद
परिषद के ईओ का कहना है कि इन कुत्तों के बारे में पता चलने के बाद एक कमेटी बनाई गई थी जिसने मौके पर जाकर निरीक्षण भी किया। टीम ने अपनी रिपोर्ट दी है कि कुछ कुते गौवंश को चोटिल कर सकते हैं। रिपोर्ट में यह भी सामने आया है कि ये कुते आमजन को भी नुकसान कर सकते है। ऐसे में कुत्तों की नसबंदी करवाई जाएगी। इस बारे प्रोसीडिंग बनाकर भेज दी गई है। जैसे ही पास होकर आएगी आगामी कार्रवाई शुरू कर दी जाएगी। राजकुमार गोयल का कहना है कि नगर परिषद विभाग यह तक मान रहा है कि कुते आमजन को भी नुकसान पहुंचा सकते है। उसके बाद भी विभाग कुंभकर्णी नींद सो रहा है।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *