करनाल की मंडियों में धीमा उठान: किसान और आढ़ती परेशान, दो दिन फिर बरसात के आसार

मंडी में खुले आसमान के नीचे पड़े गेहूं के बैग।

हरियाणा में करनाल की मंडियों में गेहूं की आवक पीक पर है। धीमी लिफ्टिंग की व्यवस्था आढ़तियों और किसानों की चिंता बढ़ाये हुए है, क्योंकि मौसम विभाग की तरफ से मौसम अलर्ट जारी किया जा चुका है। आज शाम से 19 अप्रैल तक तेज बरसात व आंधी आने की संभावना है।

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मंडी में खुले आसमान के नीचे पड़े गेहूं के बैगों का दृश्य।

ऐसे में अगर बरासत हुई तो किसानों को और भारी नुकसान उठाना पड़ सकता है। वहीं मंडियों में जो गेहूं खुले आसमान के नीचे पड़ा है वह भी खराब हो सकता है। बरसात के कारण मंडियों में जो गेहूं पड़ा है अगर वह खराब होता है तो उसकी खराबी का बड़ा कारण अधिकारियों की लापरवाही होगी, जिन पर लिफ्टिंग का जिम्मा है।

9 लाख किवंटल से ज्यादा गेहूं पहुंच चुकी है

अधिकारियों से प्राप्त आंकड़ो की माने तो करनाल ज़िला में 22 मंडियां/खरीद केंद्र है। जिनमे अभी तक करीबन 9 लाख किवंटल से ज्यादा गेहूं की आवक हो चुकी है। मंडियों में एजेंसियों की ओर से 5 लाख 15 हजार 644 क्विंटल गेहूं खरीदा जा चुका है जबकि दो लाख क्विंटल गेहूं को उठान का इंतजार है जोकि खुले आसमान के नीचे है जिस हिसाब से लिफ्टिंग का कार्य चल रहा है उससे यही अनुमान लगाया जा रहा है कि लिफ्टिंग जल्द नही होने वाली। हालांकि मंत्रियों ने भी मंडियों का विजिट करके उठान कार्य मे तेजी लाने की बात कह चुके है लेकिन ढाक के तीन पात वाली बात है।

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गेहूं का तोल करते मजदूर।

गेहूं का तोल करते मजदूर।

मौसम की करवट बढ़ा रही है किसानों के दिलो की धड़कन

19 अप्रैल तक मौसम खराब होने के आसार बताए जा रहे है। ऐसे में किसानों और आढ़तियों के दिलो की धड़कन को बढ़ा दिया है। मार्किट कमेटी के पास इतने पर्याप्त प्रबंध नही है कि गेहूं को बचाया जा सके। ऐसे में जिले की मंडियों में गेहूं की आवक जबरदस्त है और मंडी प्रबंधन के पास इंतज़ाम भी ठीक नही है।

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खेत मे कटाई जोरो पर

प्रत्येक किसान चाह रहा है कि मौसम खराब होने से पहले उसकी गेंहू मंडी में बिक जाए ताकि उसे नुकसान न सहना पड़े। किसानों की माने तो वे बेमौसमी मार की वजह से पहले ही नुकसान झेल चुके जा और दोबारा मौसम की मार नही झेल सकते। अगर मौसम की मार पड़ी तो किसान कही का नही रहेगा। किसानों की माने तो खेत मे कटाई का काम चल रहा है और गेहूं की पुलिया बंधी पड़ी है वे सिर्फ थ्रेसर आने के इंतजार में है।

ट्राली से गेहूं का उतारता मजदूर।

ट्राली से गेहूं का उतारता मजदूर।

ज़िला उपायुक्त ने जारी किए निर्देश

ज़िला उपायुक्त अनीश यादव ने खरीद एजेंसियों, मार्केट मंडी बोर्ड सहित उपमंडल अधिकारियों को मंडियों में बेहतर व्यवस्था के निर्देश दिए हैं। उठान में तेजी लाई गई है और बरसात से गेहूं बचाव के लिए एक बार फिर अधिकारियों को सतर्क किया गया है।

मंडी में लगे गेहूं से बैगों का दृश्य।

मंडी में लगे गेहूं से बैगों का दृश्य।

अब तक मंडी की स्थिति

आंकड़ो के अनुसार, 5 लाख 15 हजार 644 क्विंटल गेंहू की आवक विभिन्न परचेज सेंटरों व मंडियों में हो चुकी है। खाद्य आपूर्ति विभाग द्वारा 2 लाख 26 हजार 530 क्विंटल, हैफेड द्वारा 2 लाख 63 हजार 948 क्विंटल, हरियाणा वेयर हाउस कार्पोरेशन द्वारा 25 हजार 166 क्विंटल गेहूं खरीदा गया।

 

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