Home Loan: RBI के ऐलान के बाद बढ़ सकती हैं ब्याज दरें, यहां 7% से कम रेट पर पा सकते हैं होम लोन

Home Loan: केंद्रीय बैंक आरबीआई (RBI) ने बुधवार (4 मई) को अचानक करीब चार साल बाद रेपो रेट में 0.40 फीसदी की बढ़ोतरी का ऐलान किया है. आरबीआई के इस ऐलान के बाद अब बैंकों से कर्ज लेना महंगा हो सकता है. कुछ बैंक पहले ही दर बढ़ा चुके हैं. ऐसे में अगर होम लोन लेने की सोच रहे हैं तो दरों में बढ़ोतरी के पहले कम ब्याज दर का फायदा उठा सकते हैं. सात फीसदी से भी कम ब्याज दर पर होम लोन हासिल करने का यह बेहतर मौका. नीचे ऐसे बैंकों के बारे में जानकारी दी जा रही है जहां आप सात फीसदी से भी कम दर पर घर के लिए कर्ज हासिल कर सकते हैं. इसके अलावा प्रोसेसिंग फीस की भी डिटेल्स दी जा रही है.

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बैंक सालाना ब्याज दर (न्यूनतम) प्रोसेसिंग फीस
कोटक महिंद्रा बैंक 6.60% 0.50%
सिटी बैंक 6.75% 10,000 रुपये
यूनियन बैंक ऑफ इंडिया 6.60%
बैंक ऑफ बड़ौदा 6.50% 8,500 – Rs. 25,000 रुपये
सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया 6.85% 20,000 रुपये
एसबीआई 6.65% 0% – 0.35%
एचडीएफसी 6.70% 3,000 – 5,000 रुपये (टैक्स अतिरिक्त)
एलआईसी हाउसिंग फाइनेंस 6.90% 10,000 – 15,000 रुपये
एक्सिस बैंक 6.90% 10,000 रुपये
केनरा बैंक 6.65% 1,500 – 10,000 रुपये
आईडीएफसी फर्स्ट बैंक 6.50% 5,000 – 5,000 रुपये
पीएनबी 6.50% 0.35% (अधिकतम 15,000 रुपये)
येस बैंक 8.95% 1% (10,000 रुपये)
सोर्स: बैंकबाजारडॉटकॉम, सभी दरें 5 मई 2022 के हिसाब से अपडेट हैं.

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लोन की दर पर कई बातों का पर पड़ता असर

होम लोन की ब्याज दर पर कई बातों से तय होती है. जैसे कि लोन आवेदक की उम्र, उसके जेंडर, आय और कैसा पेशा है, इन सबके अलावा क्रेडिट स्कोर पर निर्भर करती है. लोन की ब्याज दर लोन टेन्योर, लोन की रकम और लोन टू वैल्यू रेशियो (एलटीवी रेशियो) जैसी बातों पर भी निर्भर करती है.

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करीब चार साल बाद बढ़ी दरें

रिजर्व बैंक ने अगस्त, 2018 के बाद पहली बार नीतिगत दर में बढ़ोतरी की है. इससे पहले पिछले महीने अप्रैल में लगातार दसवीं बार एमपीसी की बैठक में दरों को स्थिर रखने का फैसला किया गया था. रिजर्व बैंक के गवर्नर शक्तिकांत दास ने कहा कि महंगाई दर छह प्रतिशत के दायरे से ऊपर बनी हुई है. अप्रैल महीने में भी इसके ऊंचे रहने की संभावना है. मार्च महीने में खुदरा मुद्रास्फीति 6.9 प्रतिशत रही.

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