समस्याओं से घिरा सांसद रमेश कौशिक का गांव पाजूकलां

 

विकास कार्यों को अमलीजामा पहनाने के लिए एसडीएम ने ली बैठक

एसडीएम ने अधिकारियों से कहा: कोताही नहीं होगी बर्दाश्त

एस• के• मित्तल       

सफीदों, सफीदों विधासनसभा क्षेत्र के गांव पाजूकला के लोग केवल विकास को ही नहीं तरसे हैं बल्कि अनेकों समस्याओं से घिरे हैं और समाधान करने वाला कोई नजर नहीं आ रहा है। इस गांव में ग्राम पंचायत द्वारा स्वास्थ्य उपकेंद्र के भवन के लिए 2 कनाल जमीन 3 वर्ष पहले स्वास्थ्य विभाग के नाम ट्रांसफर कर दिए जाने के बावजूद आज भी सुविधाविहीन उपकेंद्र गांव की चौपाल में चलाया जा रहा है।

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उधार की एक अलमारी, एक कुर्सी व एक मेज है, जाने कहां भवन निर्माण की फाइल अटकी है। ग्रामीणों ने बताया कि करीब 6 माह पहले उनके गांव को गोद लेने वाले सोनीपत के सांसद रमेश कौशिक यहां बारात घर, गौशाला शेड, शमशान शेड व व्यायामशाला का शिलान्यास करके गए थे लेकिन दोबारा आए ही नहीं। इनमें किसी परियोजना पर काम शुरू नहीं हुआ।

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उन्होने बताया कि विभागीय अधिकारियों से पूछें तो कहते हैं फाइल पंचायत निदेशालय में अटकी है। और तो और गांव में गरीबों को अलॉट किए गए प्लाटों में गलियां पक्की तक नहीं बनी और 5 दर्जन से ज्यादा प्लाट तो गहरे तालाब में है जिनमें मिट्टी की भर्ती कर मकान बनाना गरीब अलॉटियों के बूते में नहीं। मुख्य तालाब की परियोजना तो चंडीगढ़ की सुखना झील जैसी बनाई लेकिन तालाब की खुदाई करके काम को 6 माह से लटकाया हुआ है।

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एसडीएम ले रहे हैं फीडबैक

ऐसे हालात में सफीदों के एसडीएम सत्यवान मान ने बुधवार को यहां मिनी सचिवालय में अधिकारियों की बैठक में उन्हें निर्देश दिया कि वे सांसद आदर्श ग्राम योजना के तहत सांसद द्वारा गोद लिए गए गांव में विकास कार्यों को तत्परता से पूरा करें। उनकी तरफ से जारी विज्ञप्ति में कहा गया कि इस बैठक में एसडीएम ने अधिकारियों से विकास कार्यों का फीडबैक लिया और उन्हे निर्देश दिए कि वे विकास कार्यों में तत्काल प्रभाव से तेजी लाएं तथा किसी प्रकार की ढिलाई व कोताही बर्दास्त नहीं की जाएगी।

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उन्होंने कहा कि विकास के लिए जितनी भी ग्रांट आई हुई है उसे पूरी पारदर्शिता के साथ विकास कार्यों में लगवाएँ औऱ गुणवत्ता का विशेष ख्याल रखें तथा सभी कार्य तय समयसीमा में करवाएं। कहा गया कि अगर विकास कार्य में किसी प्रकार की कोताही पाई गई तो सम्बंधित अधिकारी के खिलाफ निश्चित तौर पर कार्रवाई की जाएगी। यह भी कहा गया कि अगर किसी प्रकार की समस्या है तो अधिकारी उनसे किसी भी वक्त संपर्क कर सकते हैं।

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