मारे राष्ट्र की सबसे बड़ी शक्ति हमारे युवा हैं – अनिल मलिक

एस• के• मित्तल 
सफीदों,     बालकों के विभिन्न मुद्दों बारे चर्चा एवं युवा सशक्तिकरण विषय पर हरियाणा राज्य बाल कल्याण परिषद की राज्यस्तरीय परियोजना बाल सलाह परामर्श एवं कल्याण केंद्र एवं नेहरू युवा केंद्र के संयुक्त तत्वाधान मे गांव पिल्लूखेड़ा स्थित चौपाल में रविवार को ग्रामीण युवा किशोर जागरूकता हेतु एक संगोष्ठी एवं प्रशिक्षण शिविर का आयोजन किया गया।
मुख्यवक्ता की भूमिका में पहुंचे जिला वरिष्ठ बाल कल्याण अधिकारी एवं राज्य नोडल अधिकारी अनिल मलिक ने कहा कि हमारे राष्ट्र की सबसे बड़ी शक्ति हमारे युवा हैं। राष्ट्र की उन्नति में युवाओं का योगदान अतुलनीय हो सकता है सबसे जरूरी है स्वामित्व के महत्व को समझना। युवा शक्ति समाज का आईना है उनकी एक झलक परिवार और समाज का सही से प्रतिनिधित्व करती हैं। युवाओं को निर्णय में बराबर की सहभागिता, सच्चाई और ईमानदारी के रास्ते आवाज बुलंद करना, सामाजिक उत्थान हेतु उनकी रायशुमारी और विचारों को साझा करके लागू करने से युवा शक्ति बढ़ती है।
युवाओं को विभिन्न आवश्यक कौशल विकसित करने चाहिए। बेरोजगारी के बंद ताले को खोलने की चाबी कौशल विकास ही है। हरियाणा राज्य बाल कल्याण परिषद एवं नेहरू युवा केंद्र का संयुक्त युवा सशक्तिकरण कार्यक्रमों के आयोजन का मूल उद्देश्य बच्चों की विभिन्न मौजूदा समस्याओं के सरलतापूर्वक समाधान हेतु युवाओं को स्टेक होल्डर की भूमिका की समझ तथा वंचित युवाओं को स्वस्थ मानसिक, बौद्धिक, भावनात्मक और मनोवैज्ञानिक गुणों को विकसित करना है। युवाओं में कुछ मुख्य क्षमता होनी ही चाहिए वह संयमित/धैर्यशील हो, नजरिया सकारात्मक हो, आत्म नियंत्रित रहे, बेहतर निर्णय क्षमता के गुण, नैतिक और सामाजिक जुड़ाव द्य बच्चों की उम्र विशेष के मद्देनजर समय रहते सही जानकारी प्रदान करनी चाहिए। विशेषत: किशोरावस्था के दौरान हार्मोनल बदलाव और सोशल मीडिया के दुष्प्रभाव बारे सहजता पूर्ण समझ विकसित करनी चाहिए।
चाइल्ड लाइन टीम मेंबर परमजीत ने बताया कि किसी भी विषम परिस्थिति में फंसे बच्चों की मदद हेतु 1098 नंबर से मदद हासिल की जा सकती है। युवा स्टेकहोल्डर्स को सामाजिक जागरूकता हेतु कार्य करने चाहिए। परिवार परामर्श दात्री सोनिया ने सुखी दांपत्य जीवन हेतु विवाह पूर्व परामर्श सेवाओं के बारे में बताया। कार्यक्रम संयोजक प्रवीण व युवा कार्यकर्ता सुनील ने कहा कि बच्चों की विभिन्न सर्जनात्मक परियोजनाओं के माध्यम से जिले भर के बच्चों को अधिकतम कार्यक्रमों में प्रतिस्पर्धा सुनिश्चित करनी चाहिए।
आज के कार्यक्रम से युवाओं में एक नई ऊर्जा शक्ति का परवाहा हुआ है ऐसे मनोवैज्ञानिक प्रेरणादायी कार्यक्रमों की निरंतर आवश्यकता महसूस की जाती है। भविष्य में भी इस तरह की सेवाएं मिलती रहेंगी ऐसी आशा उन्होंने जताई। इस अवसर पर कार्यक्रम अधिकारी मलकीत सिंह, पूर्व परामर्शदाता सोहन नैन विशेष तौर से उपस्थित रहे।

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