एस• के• मित्तल
सफीदों, सफीदों निवासी प्रोफेसर पूनम सिंगला को प्रीमिनेंट अकादमिक उत्कृष्टता पुरस्कार से सम्मानित किया गया है। पूनम सिंगला की इस उपलब्धि पर शिक्षा के क्षेत्र से जुड़े लोगों व सामाजिक-धार्मिक संस्थाओं में खुशी की लहर है।
गौरतलब है कि सतत विकास के लिए आईआरएसडी 8वां अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन महात्मा गांधी राज्य लोक प्रशासन संस्थान चंडीगढ़ के ग्रीन थिंकरजेड सोसाइटी द्वारा सेंटर फॉर मॉडर्न कंस्ट्रक्शन, वेस्टर्न सिडनी यूनिवर्सिटी, ऑस्ट्रेलिया के साथ अकादमिक सहयोग में आयोजित किया गया था। इस आयोजन में 5 देशों के 100 शोधकर्ताओं, इंजीनियरों और शिक्षकों ने भाग लिया। समारोह में डा. पूनम सिंगला को शिक्षा के क्षेत्र में उल्लेखनीय योगदान के लिए प्रीमिनेंट अकादमिक उत्कृष्टता पुरस्कार प्रदान किया गया।
बता दें कि पेशे से प्रोफेसर इससे पहले भी डा. पूनम सिंगला को 3 राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय पुरस्कार मिल चुके हैं। इससे पहले कोरोनाकाल में अलग-अलग वेबीनारों में भाग लेने और काफी अलग-अलग रिसर्च पेपर पब्लिश व प्रस्तुत करवाने को लेकर उनकी कर्मठता को देखते हुए अंतर्राष्ट्रीय संस्था आईटूओआर ने पूनम सिंगला मित्तल को अंतर्राष्ट्रीय यंग एस्पीरेंट अवार्ड व नेशनल एलिमेंट रिसर्च अवॉर्ड तथा ग्रीन थिंकर्स नामक संस्था द्वारा इंटरनेशनल वाइट एकेडमिक एक्सीलेंस अवार्ड से सम्मानित किया था। इसके अलावा अंतर्राष्ट्रीय स्तर के वेबीनारों में पूनम सिंगला कि-नोट स्पीकर भी रह चुकी है। पूनम ने अपनी इस उपलब्धि का सारा श्रेय उनके साथ काम कर रहे शिक्षकों व परिजनों को दिया है। पूनम सिंगला का कहना है कि उसके जीवन का लक्ष्य अपने करियर में सफलता प्राप्त करना।
खुद एक अच्छा इंसान बनने के साथ-साथ दूसरों की मदद करना है। उनकी कोशिश रहती है कि सामाजिक गतिविधियों में बढ़-चढ़कर भाग लेकर अपना सहयोग दिया जाए।