चंडीगढ़ में एडवांस लेवल के ग्रीन कॉरिडोर्स पर काम: साइक्लिस्ट्स और पेडेस्ट्रियंस को बेहतर अनुभव मिलेगा; वाई-फाई और म्यूजिक भी

चंडीगढ़ को पूरी तरह इको फ्रेंडली बनाने के लिए चंडीगढ़ प्रशासन इलेक्ट्रिक व्हीकल्स के अलावा साइक्लिंग पर भी पूरा जोर दे रहा है। वहीं साइक्लिस्ट्स को बेहतर अनुभव देने के लिए ‘ग्रीन कॉरिडोर्स’ के कॉन्सेप्ट पर भी काम चल रहा है। प्रशासन इन कॉरिडोर्स में साइक्लिंग करने वालों को एक खूबसूरत एहसास देने की योजना पर काम रहा है। इसमें हाई स्पीड वाई-फाई, सुकून देने वाले म्यूजिक और कई सुरक्षा संबंधी विशेषताएं शामिल होंगी।

चंडीगढ़ में एडवांस लेवल के ग्रीन कॉरिडोर्स पर काम: साइक्लिस्ट्स और पेडेस्ट्रियंस को बेहतर अनुभव मिलेगा; वाई-फाई और म्यूजिक भी

ग्रीन कॉरिडोर्स में साइक्लिस्ट्स और पेडेस्ट्रियंस के लिए प्रशासन एक पायलट प्रोजेक्ट शुरू करने की प्लानिंग कर रहा है।

11 ग्रीन कॉरिडोर्स बनने हैं
चंडीगढ़ मास्टर प्लान-2031 के तहत शहर में 11 ग्रीन कॉरिडोर्स बनाए जाने का प्लान है। यह नार्थ से साउथ को जोड़ेंगे। इससे पेडेस्ट्रियंस और साइक्लिस्ट गुजर पाएंगे। वहीं ग्रीन कॉरिडोर्स इस प्रकार डिजाइन किए जाएंगे कि यह शहर की प्रमुख सड़कों को कनेक्ट कर सकें।

स्मार्ट पोल्स लगाए जाएंगे
प्लान के तहत ग्रीन कॉरिडोर्स में स्मार्ट पोल्स लगाए जाएंगे। इससे रुट सुरक्षित, सुविधाजनक और मनोरंजन से भरपूर रहेगा। इन पोल्स के माध्यम से हाई स्पीड मोबाइल नेटवर्क ट्रांसमिट किया जाएगा। इससे लोकेशंस कनेक्टेड रहेंगी और आकर्षक बनी रहेंगी ताकि ज्यादा से ज्यादा युवाओं को साइक्लिंग के लिए प्रेरित करे।

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CCTV से लैस होंगे
इन पोल्स में सर्विलांस सिस्टम भी होगा जिसमें इंटीग्रेटिड क्लोज सर्किट टेलीविजन कैमरा होंगे। इन कैमरों को इंटीग्रेटेड कंट्रोल एंड कमांड सेंटर(ICCC) से कनेक्ट किया जाएगा। इन स्मार्ट पोल्स में आने वाले किसी भी गड़बड़ी की जानकारी ऑटोमेटिक मिल जाएगी। वहीं ट्रैक पर लाइटिंग का भी प्रोविजन रखा जाएगा। इन लाइट्स को इन स्मार्ट पोल्स के साथ भी कनेक्ट किया जा सकता है और अलग से भी लगाई जा सकती हैं।

सुकून से ट्रैकिंग कर पाएंगे
ग्रीन कॉरिडोर्स में सुकून देने वाला म्यूजिक भी लगाया जाएगा जिससे साइक्लिस्ट और पेडेस्ट्रियंस को शांति मिल सके। सुखना लेक की तर्ज पर ग्रीन कॉरिडोर में स्पीकर लगाए जाएंगे। बता दें कि शहर में कई ऐसे साइकिल ट्रैक हैं जहां पर अंधेरा रहता है। वहीं कई ट्रैक्स क्लीयर भी नहीं हैं।

इन दो कॉरिडोर्स पर काम जारी
मौजूदा समय में दो कॉरिडोर्स पर काम चल रहा है। इनमें से एक पटियाला की राव के साथ लगभग 9 किलोमीटर का है। वहीं दूसरा कॉरिडोर एन-चो के साथ है। इन कॉरिडोर्स को सीमेंटिड रखा जाएगा और इनकी चौड़ाई लगभग 3 मीटर होगी ताकि आसानी से एक साथ दो साइक्लिस्ट्स भी गुजर सकें। वहीं भविष्य में ग्रीन कॉरिडोर्स का अंडरपास बनाए जाने की भी योजना है।

 

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