हरियाणा के जिले करनाल में बढ़ते डेंगू के मामलों ने स्वास्थ्य विभग की चिंता बढ़ा दी है। त्योहारी सीजन के बीच डेंगू लोगों को अपनी चपेट में ले रहा है। जिसके बाद स्वास्थ्य विभाग की भी नींद उड़ी हुई है। डेंगू से निपटने के लिए करनाल सिटी को सात जोन में बांटा गया है और सातों जोन में स्वास्थ्य अधिकारियों की देखरेख में चेकिंग अभियान चलाया हुआ है। अधिकारियों की माने तो तीन चार दिन में ही डेंगू के मामलों में वृद्धि देखी गई है, लेकिन स्वास्थ्य विभाग पूरी तरह से अलर्ट है।
CMO डॉ. योगेश शर्मा ने बताया कि करनाल जिला की बात की जाए तो वीरवार देर शाम तक 71 केस डेंगू के आए है। ओवरआल स्थिति नियंत्रण में है। बीते तीन चार दिन में डेंगू के मामलों में थोड़ी बढ़ोतरी हुई है, जो एक चिंता का विषय है। इसके लिए स्वास्थ्य विभाग की टीमें अलर्ट मोड पर है। सभी अधिकारियों और कर्मचारियों की बैठक ली गई है। साथ ही यह भी निर्देश दिए गए है कि कोई फीवर का केस आ रहा है तो उसकी सही तरीके से जांच करवाई जाए और डेंगू के लक्षण है तो एलाइजा टेस्ट हो।
जानकारी देते CMO योगेश।
रिपोर्ट के बाद ही होगा डेंगू कंफर्म
उन्होंने बताया कि एलाइजा टेस्ट की रिपोर्ट आने के बाद ही डेंगू कंफर्म होगा। हालांकि डेंगू के जो केस आए है उनमें ऐसा कोई केस नहीं पाया गया है, जो ज्यादा सीरियस हो। इन्हें अस्पताल में ही रिकवर किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि त्योहारों के सीजन में मूवमेंट ज्यादा हो जाती है। सुबह और शाम के समय डेंगू का मच्छर ज्यादा एक्टिव रहता है। इसलिए जब भी घर से बाहर आ रहे है तो पूरी बाजू के कपड़े पहनकर आए। मच्छर भगाने वाली दवाइयों का इस्तेमाल करें। इसके साथ ही अपने आसपास के एरिया में पानी एकत्रित ना होने दें। वहीं फ्रिज व कूलर की सही तरीके से सफाई रखें और घर की छत पर पानी रखा हो, तो उसे समय समय पर बदलते रहे।
स्वास्थ्य विभाग अलर्ट
उन्होंने बताया कि डेंगू व मलेरिया को देखते हुए करनाल को सात जोन में बांटा गया है और सभी जगह पर स्वास्थ्य विभाग की टीमें अलर्ट है और घरों में जाकर भी चेकिंग अभियान चलाए हुए है। इसके अतिरिक्त यदि कहीं पर पनी ठहराव दिखाई देता है वहां पर एंटी लार्वा दवाइयों का भी छिड़काव करती है। उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य विभाग की टीम अलर्ट है लेकिन लोगों को भी सहयोग करने की जरूरत है।