समाज को आध्यात्म व मेडीटेशन से जोड़ने में ब्रह्माकुमारीज का रोल अहम: नरेश सिंह बराड़ ब्रह्माकुमारीज सफीदों सैंटर पर हुआ खुशियों से दोस्ती उत्सव का शुभारंभ

एस• के• मित्तल   
सफीदों,  प्रजापिता ब्रह्माकुमारीज ईश्वरीय विश्वविद्यालय सफीदों के हैप्पी हाल 10 दिवसीय खुशियों से दोस्ती उत्सव का शुभारंभ हुआ। शुभारंभ अवसर पर बतौर मुख्यातिथि शिक्षाविद् एवं समाजसेवी नरेश सिंह बराड़ ने शिरकत की। वहीं विशिष्टातिथि के रूप में जिला पार्षद जोगिंद्र पहलवान मौजूद रहे। कार्यक्रम की अध्यक्षता सफीदों सैंटर इंचार्ज बहन स्नेहलता ने की। कार्यक्रम में मुख्यवक्ता के तौर पर माउंटआबू से पधारे भ्राता ओमकार ने शिरकत की। उत्सव का शुभारंभ अतिथियों के द्वारा दीप प्रज्ज्वलित करके किया गया।
सफीदों सैंटर इंचार्ज बहन स्नेहलता ने आए हुए अतिथियों का बुके देकर अभिनंदन किया। अपने संबोधन में नरेश सिंह बराड़ ने कहा कि समाज को आध्यात्म, मेडीटेशन व योगा से जोड़ने में प्रजापिता ब्रह्माकुमारीज ईश्वरीय विश्वविद्यालय महत्वपूर्ण रोल अदा कर रहा है। ब्रह्माकुमार व ब्रह्माकुमारीज बहनें समाज के सामने त्याग व तपस्या की प्रतिमूर्ति हैं और इनके बताए मार्ग पर चलकर समाज लाभान्वित हो रहा है। अपने संबोधन में माऊंटआबू से आए भ्राता ओमकार ने कहा कि मनुष्य को अगर सही रूप से जीना है तो उसे खुशियों से दोस्ती करनी चाहिए।
हमें परमात्मा को अपना सच्चा दोस्त व हमसफर बना लेना चाहिए। उन्हें अपना दोस्त व हमसफर बनाकर उनके साथ अपना सुख-दुख बांटना चाहिए। तनाव ग्रस्त होने पर उन्हें अपने मन की बातें कहकर हलके हो जाना चाहिए। उन्होंने अच्छे दोस्त की विशेषताएं बतलाते हुए कहा कि अच्छे दोस्त से मिलने पर खुशी होती है। उससे मिलकर तनाव दूर हो जाता है। हमारा स्वभाव उससे मिलता-जुलता होता है और उस पर हमें पूरा विश्वास होता है। यदि हम परमात्मा को अपना दोस्त बना लेते हैं तो यह सभी विशेषताएं उसमें शामिल हैं।

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