विन मनी एप के जरिये ठगी का मामला: दिल्ली के करोलबाग में बिजनेसमैन को बुलाते हैं गुर्गे वीडियाे काॅल कर गिराेह के सरगना से कराते हैं बात

 

विन मनी एप के माध्यम से निवेश करवाकर ठगी करने वाले गिराेह की जड़ें देश में ही नहीं विदेशों तक फैले हाेने का खुलासा पुलिस की जांच में हाे चुका है। पुलिस की जांच में एक और चाैकाने वाली बात सामने आई है। एप पर लाखाें रुपये लगाने वाले बिजनेसमैन या फिर अन्य से संपर्क कर गिराेह के गुर्गे उन्हें टेलीग्राम पर काॅल कर दिल्ली के करोलबाग में बुलाते हैं। कहा जाता है कि यदि आप बीस लाख रुपए और एप के माध्यम से निवेश कराेंगे ताे उन्हें शुरुआत में एक लाख प्रतिमाह दिए जाएंगे। इसके अलावा दाेगुने रुपए अलग से दिए जाएंगे। यही नहीं दिल्ली के हाेटल में बिजनेसमैन की महफिल जमती हैं। जहां पर देशभर के बिजनेसमैन काे गुर्गे झांसे में लेते हैं।

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पुलिस सूत्राें के अनुसार, हिसार के एक बिजनेसमैन काे भी गिराेह के गुर्गाें ने दिल्ली बुलाया था। जहां पर एक लग्जरी गाड़ी में सवार महिला और पुरुष पहुंचे तथा बिजनेसमैन से काेडवर्ड में बात की। कहा कि उन्हें आका से मिलवाया जाएगा। आका यानी गिराेह का सरगना। इसके लिए वीडियाे काॅल पर किसी से उनकी बात कराई गई। कहा गया कि हाेटल में आ जाइए, वहीं पर बात करेंगे। खाना और पार्टी की जाएगी। हालांकि, बिजनेसमैन पार्टी में नहीं पहुंच सका था। उसने धाेखाधड़ी के डर से हाेटल में जाने से इनकार कर दिया था।

कंपनी के खाताें में रुपये डलवाने की बात कही जाती है। गिराेह का काेड वर्ड सर या मास्टरजी भी हाेता है। गुर्गे दिल्ली बुलाए गए बिजनेसमैन के पास आकर सर या मास्टरजी बाेलते हैं। यदि वह हां मास्टर जी या हां सर जी कह देता है ताे इसका मतलब हाेता है कि यह वहीं बिजनेसमैन है, जिससे गुर्गाें की बात रुपयों काे लेकर हाे रही थी। खास बात यह है कि गिराेह के गुर्गे अधिकतर अंग्रेजी में ही बात करते हैं। लग्जरी गाड़ियाें में सवार हाेकर पहुंचते हैं। दिल्ली में गिराेह काे ऑपरेट कर रहे कई गुर्गे पुलिस के राडार पर आ गए हैं।

सरकारी कार्यालयों के सामने स्टेट विजीलेंस ब्यूरो का टोल फ्री नम्बर जरूर लिखवाए अधिकारी :  नगराधीश अमित कुमार

लग्जरी गाड़ियों में बिजनेसमैन के पास पहुंचते हैं ठग, अंग्रेजी में करते हैं बात

यह बात करता है गिराेह का सरगना
जांच में पता चला कि सरगना कहता है, आप बहुत ही अच्छा काम कर रहे हैं। कंपनी में आपकाे मास्टर की भी उपाधि दी जाएगी। आप हमारे साथ जुड़ने के लिए बीस लाख से अधिक रुपए निवेश करें। चंद िदनाें में आपके रुपए दाेगुने करने के साथ-साथ अन्य रूप में भी कमीशन दिया जाएगा। जल्द तुम अरबपति हाे जाआेगे।

मास्टरजी जिताने का करता है दावा
एसपी लाेकेंद्र सिंह के अनुसार, टेलीग्राम एप के माध्यम से लाेगाें काे गुर्गे अपने साथ जाेड़ते हैं। ग्रुप में गिराेह का एक गुर्गा खुद काे मास्टरजी बताता है। पर्सनल पर लाेगाें काे मैसेज डालकर बताता है कि गेम पर लाल रंग लगाओ। कुछ समय तक लाल रंग ही आता है। इसके बाद लाेगाें काे हराना शुरू कर दिया जाता है। मास्टरजी हर माह लाेगाें काे रंग के बारे में जानकारी देने वाले से 5 से लेकर 7 हजार रुपये तक लेता है। कई बार हारने पर कहा जाता है कि कभी-कभी हार भी हाे जाती है। माेटी रकम फंसने पर मास्टरजी लाेगाें से बात करना बंद कर देता है। कहा जाता है कि वह विन मनी एप में मास्टर जी के पद पर तैनात है, जिसके कारण उसे गेम का विजयी रंग पहले ही बता दिया जाता है।

भास्कर ने पहले ही कर दिया था खुलासा
भास्कर ने विन मनी एप में निवेश के नाम पर ठगी कराने वाले गिराेह का पूर्व में ही खुलासा कर दिया था। भास्कर ने गिराेह के संबंध में कई खबराें काे प्रमुखता के साथ प्रकाशित किया था। जिसमें बताया था िक देशभर के विभिन्न हिस्साें में गिराेह का जाल फैला हुआ है तथा लाेगाें से ठगी की जा रही है। गुरुवार काे प्रेस वार्ता कर एसपी ने भी भास्कर की खबराें पर एक तरह से मुहर लगा दी।

एसपी लोकेंद्र सिंह ने ठगी से बचने को लेकर लोगों से की अपील…

. कंपनी में निवेश करने से पहले उसके बारे में पूरी जानकारी हासिल कर लें। शक हाेने पर पुलिस को शिकायत करें।

. कम समय में अधिक रुपये कमाने का झांसा देने वालाें से बचें।

. साेशल मीडिया पर वीडियाे डालकर चंद दिनाें में अमीर बनने का झांसा देने वालाें के बहकावे में नहीं आए।

. ऑनलाइन गेम खेलकर रुपये कमाने वाले एप का इस्तेमाल करने से भी बचें।

. परिवार के युवाओं की भी समय-समय पर नगिरानी करते रहें।

लालच देकर खुलवाते हैं बैंक के खाते

पुलिस की जांच में सामने आया कि धोखाधड़ी में प्रयोग होने वाले बैंक अकाउंट अक्सर किसी साधारण व्यक्ति को थोड़े पैसे का लालच देकर खुलवाए गए हैं। उनके एटीएम, चेकबुक और इंटरनेट बैंकिंग सम्बंधित दस्तावेज गिरोह के लोग ले लेते हैं। बड़ी अमाउंट के बैंक खाते फर्म के नाम होते हैं जिन्हें कुछ संदगि्ध दुबई व अलग-अलग देशों में बैठ संचालित करते हैं।

 

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