मांगों को लेकर अध्यापकों ने मुख्यमंत्री के नाम सौंपा ज्ञापन

एस• के• मित्तल 
सफीदों,         हरियाणा विद्यालय अध्यापक संघ एवं स्कूल टीचर फेडरेशन ऑफ इंडिया खंड सफीदों के संयुक्त तत्वावधान में अध्यापकों व स्कूल स्टाफ ने मॉडल संस्कृति स्कूलों में हिंदी माध्यम को जारी रखने तथा सेक्शन की सीलिंग समाप्त करने को लेकर मुख्यमंत्री मनोहर लाल के नाम एक ज्ञापन खंड शिक्षा अधिकारी को सौंपा। ज्ञापन देने से पहले अध्यापकों ने खंड शिक्षा अधिकारी कार्यालय के बाहर धरना देकर नारेबाजी की।
ज्ञापन में अध्यापकों का कहना था कि गांवों में स्कूलों की व्यवस्था ग्रामीणों द्वारा इस आशय को लेकर की गई थी कि उनके गांव के सभी छात्र उस विद्यालय में शिक्षा ग्रहण कर पाएंगे। आश्वासन के अनुरूप के अनुरूप स्कूल प्रबंधन कमेटी ने इन स्कूलों को मॉडल संस्कृति स्कूल बनाने का प्रस्ताव भी इस आशय के साथ दिया था कि इन स्कूलों में उत्कृष्ट सुविधाओं के साथ सभी छात्र शिक्षा ग्रहण कर सकेंगे लेकिन वर्तमान में विभाग द्वारा जारी पत्र कुछ और ही स्थिति बंया कर रहा है। यह पत्र केवल अंग्रेजी माध्यम से पढऩे वाले विद्यार्थियों के प्रवेश की सिफारिश करता है जोकि गांव के छात्रों और अभिभावकों के साथ सरासर धोखा है तथा प्राकृतिक न्याय के विरुद्ध है।
उन्होंने मांग उठाई कि शिक्षा अधिकार अधिनियम 2009 के अनुपालना में किसी भी छात्र से किसी भी प्रकार का शुल्क नहीं लिया जाए। मॉडल संस्कृति स्कूलों को विशिष्टता का केंद्र बनाने के साथ-साथ अन्य सामान्य सरकारी स्कूलों में भी ढांचागत सुविधाएं प्रदान की जाए। विद्यालय में उपलब्ध कमरों एवं अन्य संसाधनों के अनुसार दाखिले करने की बजाय दाखिल हुए छात्रों की संख्या के अनुसार ढांचागत सुविधाएं मुहैया कराई जाए। सभी वर्गों के खाली पदों को शीघ्र नियमित भर्ती से भरा जाए। कक्षा 1 से 8 के छात्रों हेतु शीघ्र पुस्तकें उपलब्ध करवाई जाए। कक्षा प्रथम में पूर्व की भांति 4.5 से अधिक आयु के छात्रों का दाखिला हो तथा एमआईएस के माध्यम से बिना परिवार पहचान पत्र के किए जाए।
इस मौके पर प्रमुख रूप से संघ के प्रधान धर्मेंद्र सिंह, सतीश कुमार, मामराज, निर्मला, सविता, सावित्री देवी, भीम सिंह, अनिल कुमार, संजय कुमार, शीशपाल, धर्मराज, बिजेंद्र, अशोक कुमार, नरेश नरवाल व रामकुमार मौजूद थे।

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