महबूबा बोलीं- केवल राहुल जम्मू-कश्मीर का दर्द समझते हैं: चुनाव में I.N.D.I.A. जीता तो यह हमारे लोगों के जख्मों पर मरहम लगाने जैसा होगा

श्रीनगर35 मिनट पहले

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महबूबा मुफ्ती बोली जम्मू-कश्मीर के बच्चों को सच में राहत देना चाहती है तो उन्हें जेल से रिहा कर देना चाहिए।

पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (PDP) प्रमुख महबूबा मुफ्ती ने गुरुवार 28 मार्च को कहा कि कांग्रेस, सही मायने में राहुल जम्मू-कश्मीर के लोगों के दर्द और दुविधा समझते हैं। अगर चुनाव में I.N.D.I.A. जीता तो यह हमारे (जम्मू-कश्मीर) लोगों के जख्मों पर मरहम लगाने जैसा होगा। महबूबा ने ये बातें एक बुक ‘भारत जोड़ो यात्रा: रीक्लेमिंग इंडियाज सोल’ की लॉन्चिंग के दौरान कही। इस बुक में निबंधों का संग्रह है।

महबूबा ने ये भी कहा कि भारत के मूल विचार को बचाने का रास्ता जम्मू और कश्मीर से होकर जाता है, जो अपने आप में एक छोटा भारत है। जम्मू-कश्मीर में कई धर्म सदियों से शांतिपूर्वक तरीके से साथ में रह रहे हैं।

जनवरी 2022 में भारत जोड़ो यात्रा श्रीनगर में खत्म हुई थी। इसी दौरान राहुल गांधी के साथ पीडीपी प्रमुख महबूबा मुफ्ती (दाएं)।

जनवरी 2022 में भारत जोड़ो यात्रा श्रीनगर में खत्म हुई थी। इसी दौरान राहुल गांधी के साथ पीडीपी प्रमुख महबूबा मुफ्ती (दाएं)।

राहुल को खराब नेता बताने में भाजपा ने काफी खर्च किया- महबूबा
महबूबा के मुताबिक, मैंने राहुल गांधी से कई बार बात की, लेकिन भारत जोड़ो यात्रा के दौरान उनका बिल्कुल अलग पक्ष देखा। मुझे कई मुद्दों पर, चाहे नेशनल हो या इंटरनेशनल, उनकी जानकारियां पुख्ता दिखीं। मुझे आश्चर्य हुआ कि राहुल गांधी को गलत तरीके से एक अज्ञानी राजनेता के रूप में पेश करने की भाजपा का कितना पैसा और ऊर्जा खर्च हुई होगी।

पहले हमें देशद्रोही करार दिया जाता था- महबूबा
वहीं, महबूबा ने ये भी कहा कि सिविलियन क्षेत्रों से आर्म्ड फोर्स स्पेशल पावर्स एक्ट (AFSPA) और सुरक्षा बल हटाए जाने चाहिए। जम्मू-कश्मीर के लोग लंबे समय से ये मांग कर रहे हैं। उम्मीद है कि AFSPA हटाए जाने को लेकर गृह मंत्री अमित शाह का बयान महज जुमला नहीं था।

मीडिया से बात करते हुए महबूबा मुफ्ती ने बताया की वो खुद भी चाहती हैं कि AFSPA रद्द हो जाए। AFSPA को हटाने के विचार पर उन्होंने कहा कि ‘देर आए दुरुस्त आए’। इसके अलावा उन्होंने कहा कि जब भी पीडीपी या मैं ये मांग उठाती थी तो हमें देशद्रोही करार दिया जाता था। यहां तक कि ये भी कहा जाता था कि हम (PDP) सेना और देश के खिलाफ है।

महबूबा ने आगे बातचीत में कहा कि अमित शाह ने यह फैसला इलेक्शन के समय लिया है, ये सिर्फ बयानबाजी बनकर तो नहीं रह जाएगी? जहां तक नागरिक इलाकों में सुरक्षा बलों या AFSPA को हटाने का सवाल है, पिछले कई वर्षों से जम्मू कश्मीर के लोग ये मांग कर रहे हैं। पीडीपी खुद AFSPA को हटाने के लिए कई बार कह चुकी है।

महबूबा मुफ्ती का कहना है कि AFSPA को चुनाव से पहले हटाना कहीं जुमला तो नहीं।

महबूबा मुफ्ती का कहना है कि AFSPA को चुनाव से पहले हटाना कहीं जुमला तो नहीं।

महबूबा बोलीं- बेकसूर लोगों को जेल से रिहा कर देना चाहिए
पीडीपी प्रमुख ने जेल में बंद में जम्मू-कश्मीर के युवाओं के लिए भी आवाज उठाई। उनका कहना है कि अगर सरकार जम्मू-कश्मीर के बच्चों को सच में राहत देना चाहती है तो उन्हें जेल से रिहा कर देना चाहिए। उन्होंने यह भी सवाल उठाया कि कितने पत्रकार जेल में है? उन सभी लोगों को रिहा कर देना चाहिए जो बेकसूर है या जिन पर कोई मुकदमा नहीं चलाया गया। यदि सरकार ये कर सकेगी, तभी हमें उनकी बातों पर भरोसा होगा, नहीं तो ये सब एक जुमला है।

अमित शाह ने कहा था- सरकार AFSPA हटाने पर विचार करेगी
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने मंगलवार (26 मार्च) को कहा कि केंद्र सरकार जम्मू-कश्मीर से आर्म्ड फोर्स स्पेशल पावर्स एक्ट (AFSPA) हटाने पर विचार करेंगे। वहां मौजूद जवानों को वापस बुलाने का भी प्लान बनाया जा रहा है। इसके अलावा अमित शाह ने राज्य में सितंबर से पहले विधानसभा चुनाव कराने की भी बात कही है।

केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कहा- हमने 12 संगठनों को बैन किया है, जिनके तार आतंकवाद से जुड़े थे। (फाइल)

केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कहा- हमने 12 संगठनों को बैन किया है, जिनके तार आतंकवाद से जुड़े थे। (फाइल)

अमित शाह ने एक मीडिया ग्रुप को दिए इंटरव्यू में कहा कि सरकार ने केंद्र शासित प्रदेश जम्मू-कश्मीर के लॉ एंड ऑर्डर की जिम्मेदारी अब सिर्फ पुलिस को सौंपने की तैयारी की है। पहले वहां की पुलिस पर भरोसा नहीं किया जा सकता था, लेकिन अब पुलिस बड़े ऑपरेशन लीड कर रही है।

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