हरियाणा के सीआईए नारनौल की टीम द्वारा अवैध शराब के कारोबार के मामले में लेक फोरेस्ट L–1 वेस्ट गुरुग्राम के डायरेक्टरों को गिरफ्तार किया है। मामले में अब तक 15 आरोपियों को पुलिस द्वारा पकड़ा जा चुका है। सीआईए नारनौल की पुलिस टीम ने गत 18 दिसंबर को भारी मात्रा में अवैध शराब बरामद की थी। यह शराब एक कंटेनर के जरिए गुजरात ले जाई जा रही थी। इसी मामले में गिरफ्तारी हो रही हैं।
पुलिस ने अवैध शराब की 1023 पेटियों के साथ कंटेनर चालक और उसके साथी को गिरफ्तार किया था। इसके बाद सीआईए की टीम ने मामले में संलिप्त अन्य आरोपियों को गिरफ्तार किया गया था। जिनसे पूछताछ में मानेसर गुरुग्राम से अवैध शराब के गोदाम जो राधाकृष्ण उर्फ राधे के नाम था का पता लगाया गया था कि वो अवैध शराब के कारोबार में पार्टनर थे। इस अवैध शराब के गोदाम से अवैध शराब की 106 पेटी बरामद की गई थी।
इस में कार्रवाई करते हुए सीआईए नारनौल की टीम द्वारा लेक फोरेस्ट L–1 सेक्टर–32 वेस्ट गुरुग्राम लेक फॉरेस्ट वाइन प्राइवेट लिमिटेड के डायरेक्टरों राजन गांधी वासी गुरुग्राम और सुरेंद्र वासी सुजना थाना कलानौर रोहतक को गिरफ्तार किया गया है।
जिनसे पूछताछ में पुलिस ने पता लगाया कि कंपनी का असल डायरेक्टर कोई ओर है और पुलिस मामलों की कार्रवाई से बचने के लिए अपने सुपरवाइजर/सेल्समैन को डायरेक्टर नियुक्त कर देते थे। पुलिस ने पता लगाया कि Lake Forest L–1 के गुरुग्राम में शराब के ठेके हैं। मानेसर गोदाम में Lake Forest L–1 के गुरुग्राम के शराब के ठेकों से शराब ले जाई जाती थी और वहां पर महंगे ब्रांड और डिफेंस के लेबल चिपकाए जाते थे।
इससे पहले मामले में कार्रवाई करते हुए सीआईए नारनौल की टीम द्वारा मामले में गिरफ्तार लाेगाें से पूछताछ में पुलिस ने पता लगाया था कि आरोपित यह शराब संचित पैकेजिंग प्राइवेट लिमिटेड चंडीगढ़ से लेकर आते थे और जिसके लिए आरोपियों ने मानेसर गुरुग्राम में गोदाम बनाया हुआ था, उसके बाद गुरुग्राम मानेसर गोदाम में बोतलो पर महंगे ब्रांड के लेबल लगाकर दिल्ली, गुजरात व उतर प्रदेश में बेचते थे।