कांग्रेस ने निरुपम को स्टार प्रचारकों की लिस्ट से हटाया: पार्टी से निकालने की भी तैयारी: संजय बोले- कल बड़ा फैसला लूंगा

मुंबई3 घंटे पहले

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27 मार्च को शिवसेना (यूबीटी) की लोकसभा प्रत्याशियों की लिस्ट आने के बाद संजय निरुपम ने कहा था- कांग्रेस को शिवसेना के सामने नहीं झुकना चाहिए।

मुंबई कांग्रेस ने बुधवार (3 अप्रैल) को पूर्व अध्यक्ष संजय निरुपम का नाम स्टार प्रचारकों की लिस्ट से हटा दिया। उन्हें पार्टी से निकालने की भी तैयारी है। इससे नाराज होकर निरुपम ने कहा कि पार्टी अपनी ऊर्जा और स्टेशनरी मुझ पर खर्च न करे। कल मैं बड़ा फैसला लूंगा।

महाराष्ट्र कांग्रेस अध्यक्ष नाना पटोले ने बुधवार को बताया कि उनका नाम (संजय निरुपम) स्टार प्रचारकों की लिस्ट में शामिल था। हमने उसे हटा दिया है। जिस तरह से उनके बयान आ रहे हैं, वे पार्टी विरोधी हैं। आज या कल में उन पर बिना नोटिस के कार्रवाई की जाएगी।

दरअसल, 31 मार्च को पार्टी ने लोकसभा चुनाव के लिए महाराष्ट्र में 40 स्टार प्रचारकों की लिस्ट जारी की थी। इसमें संजय निरुपम का भी नाम था। कहा जा रहा है कि संजय गुरुवार को कांग्रेस छोड़ने का ऐलान कर सकते हैं।

संजय बोले- कल खुद फैसला लूंगा
संजय ने पोस्ट में लिखा- पार्टी अपनी बची-खुची ऊर्जा और स्टेशनरी का इस्तेमाल पार्टी को बचाने के लिए करे। वैसे भी पार्टी भीषण आर्थिक संकट के दौर से गुजर रही है। मैंने जो एक हफ्ते की अवधि दी थी, वह आज (बुधवार) पूरी हो गई है। कल (गुरुवार को) मैं खुद फैसला ले लूंगा।

मुंबई नॉर्थ-वेस्ट से टिकट नहीं मिलने से नाराज हैं संजय
महाराष्ट्र में कांग्रेस, शिवसेना उद्धव और एनसीपी शरद पवार MVA गठबंधन में है। 27 मार्च को शिवसेना उद्धव गुट ने बुधवार को 17 कैंडिडेट्स का ऐलान किया था। मुंबई नॉर्थ-वेस्ट सीट से अमोल कीर्तिकर को टिकट दिया है। यहां से संजय निरुपम चुनाव लड़ने की तैयारी में थे। कांग्रेस की ओर से टिकट नहीं मिलने से वे नाराज हो गए। उन्हें खुद राहुल गांधी ने यहां से टिकट का भरोसा दिया था।

संजय ने अमोल पर आरोप लगाते हुए कहा था- ‘कांग्रेस को नीचा दिखाने के लिए जानबूझकर ऐसी हरकत की जा रही है। उद्धव ठाकरे ने जिस उम्मीदवार को टिकट दिया है वह खिचड़ी स्कैम का घोटालेबाज है। कोविड के समय BMC ने प्रवासी मजदूरों को मुफ्त में यह खिचड़ी उपलब्ध कराई थी।’

वर्तमान में उत्तर-पश्चिम सीट से अमोल के पिता गजानन कीर्तिकर सांसद हैं। वे CM एकनाथ शिंदे के गुट में हैं। 2019 में उन्होंने संजय निरुपम को 2.60 लाख से अधिक वोटों से हराया था।

मुंबई की इन सीटों पर उद्धव गुट के प्रत्याशी, कांग्रेस नेता नाराज

  • मुंबई साउथ-सेंट्रल से टिकट चाहती थीं कांग्रेस की वर्षा गायकवाड उद्धव ठाकरे के करीबी राज्यसभा सदस्य अनिल देसाई को मुंबई साउथ-सेंट्रल से टिकट दिया गया है। यहां से मुंबई कांग्रेस अध्यक्ष वर्षा गायकवाड चुनाव लड़ना चाहती थीं। ये सीट तब चर्चा में आई थी, जब वर्षा के पिता स्वर्गीय एकनाथ गायकवाड ने तत्कालीन लोकसभा स्पीकर मनोहर जोशी को हराया था।
  • सांगली से कांग्रेस विश्वजीत कदम को उतारना चाहती थी सांगली से कांग्रेस विश्वजीत कदम को खड़ा करना चाहती थी। उद्धव गुट ने यहां चंद्रहार पाटिल को टिकट दे दिया है। इसके बाद कांग्रेस के नाराज नेता सोनिया गांधी से मिलने दिल्ली पहुंच गए हैं। अंबेडकर की वंचित बहुजन अघाड़ी सांगली सीट से OBC बहुजन पार्टी के प्रकाश अन्ना शेंडगे को मैदान में उतारेगी, जिससे कांग्रेस और शिवसेना (UBT) दोनों के लिए मुश्किलें बढ़ सकती हैं।
  • संभाजी नगर सीट पर उद्धव गुट के भीतर ही नाराजगी संभाजी नगर से विधान परिषद में नेता प्रतिपक्ष अंबादास दानवे चुनाव लड़ना चाहते थे। यहां चंद्रकांत खैरे को टिकट मिलने से दानवे भी नाराज हैं। हालांकि, उन्होंने कहा है कि वे पार्टी के लिए काम करते रहेंगे। उन्होंने शिवसेना (उद्धव गुट) छोड़ने की बात को खारिज कर दिया।

महाराष्ट्र कांग्रेस के वे बड़े नेता जिन्होंने छोड़ी पार्टी (जनवरी 2024 से अब तक)

मिलिंद देवड़ा शिवसेना शिंदे गुट में आए (14 जनवरी)

राहुल गांधी की भारत जोड़ो न्याय यात्रा शुरू होने से कुछ घंटे पहले 14 जनवरी को मिलिंद देवड़ा ने शिवसेना (शिंदे गुट) जॉइन कर ली। मिलिंद, दिग्गज कांग्रेसी नेता रहे मुरली देवड़ा के बेटे हैं। मिलिंद ने इस्तीफे की जानकारी सोशल मीडिया पर दी थी।

उन्होंने सोशल मीडिया पर लिखा- आज मेरे राजनीतिक सफर का एक महत्वपूर्ण अध्याय खत्म हुआ। मैंने कांग्रेस की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे दिया है। इसी के साथ पार्टी के साथ मेरे परिवार का 55 साल पुराना रिश्ता खत्म हो गया।

मिलिंद देवड़ा के पार्टी छोड़ने पर कांग्रेस सांसद जयराम रमेश ने कहा कि इस्तीफे की टाइमिंग पीएम मोदी ने तय की है। उनके पिता मुरली देवड़ा कांग्रेस के बड़े नेता थे। उनकी दोस्ती सभी पार्टियों से थी, लेकिन वे कांग्रेस के अटल और दृढ़ नेता थे। पूरी खबर पढ़ें

बाबा सिद्दीकी कांग्रेस छोड़कर एनसीपी में गए (10 फरवरी)

महाराष्ट्र के पूर्व मंत्री बाबा जियाउद्दीन सिद्दीकी 10 फरवरी को अजित पवार की नेशनलिस्ट कांग्रेस पार्टी (NCP) में शामिल हो गए। सिद्दीकी ने मुंबई में डिप्टी सीएम अजित पवार और NCP के कार्यकारी अध्यक्ष प्रफुल्ल पटेल सहित दूसरे नेताओं की मौजूदगी में पार्टी जॉइन की। उन्होंने 8 फरवरी को कांग्रेस से इस्तीफा दिया था।NCP की सदस्यता लेने के बाद बाबा सिद्दीकी ने कांग्रेस पर जमकर निशाना साधा। उन्होंने कहा- कांग्रेस में मुझे करी पत्ते की तरह इस्तेमाल किया गया, जिसका काम सिर्फ स्वाद बढ़ाना होता है। जब आपकी बात न सुनी जाए तो आप किनारा कर ही लेते हैं। पूरी खबर पढ़ें

महाराष्ट्र के पूर्व सीएम अशोक चव्हाण ने कांग्रेस छोड़ी (12 फरवरी)

महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री अशोक चव्हाण ने 12 फरवरी को कांग्रेस से इस्तीफा दे दिया था। उन्होंने विधायक पद भी छोड़ा था। उन्होंने विधानसभा अध्यक्ष राहुल नार्वेकर को इस्तीफा सौंपा था। अशोक चव्हाण के इस्तीफे के बाद महाराष्ट्र के एक अन्य कांग्रेस नेता अमरनाथ राजुरकर ने भी इस्तीफा दे दिया था।

अशोक चव्हाण ने कहा था- मैंने अभी कोई पार्टी जॉइन नहीं की है। कल शाम से मैंने खुद को पार्टी से अलग कर लिया था। मेरी कांग्रेस के किसी विधायक से बात नहीं हुई है। किसी भी पार्टी से मैंने कोई भी डिस्कशन नहीं किया है। पार्टी छोड़ने का मेरा खुद का फैसला है। मेरी किसी से कोई शिकायत नहीं है। पूरी खबर पढ़ें​​

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