सुप्रिया सुले साल 2009 से बारामती से सांसद हैं। इससे पहले उनके पिता और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) के संस्थापक शरद पवार यहां से 1996 और 2004 में सांसद रह चुके हैं।
बारामती सांसद और NCP (शरद पवार) की कार्यकारी अध्यक्ष सुप्रिया सुले ने कहा कि उनकी लड़ाई विचारों की है, पर्सनल नहीं है। पवार साहब एक निश्चित विचारधारा के लिए खड़े हुए हैं और हम इसके लिए प्रतिबद्ध हैं।
अजित पवार की पत्नी सुनेत्रा के बारामती सीट से लोकसभा चुनाव लड़ने की अटकलों पर सुप्रिया ने कहा कि लोकतंत्र में कोई भी चुनाव लड़ सकता है।
वहीं, अजित पवार ने कहा कि लोकसभा चुनाव के लिए उम्मीदवारों का चयन सावधानीपूर्वक किया जाएगा। बारामती में NCP कैडर में कोई दरार नहीं है, पार्टी एकजुट है।
सुप्रिया ने कहा- उनके पास मजबूत उम्मीदवार तो मैं चर्चा करने तैयार
पवार परिवार के गढ़ से चुनाव लड़ने के सवाल पर सुप्रिया ने कहा कि यह पारिवारिक लड़ाई कैसे हो सकती है? लोकतंत्र में कोई भी चुनाव लड़ सकता है। मैंने पहले भी कहा था कि अगर उनके पास कोई मजबूत उम्मीदवार है, तो मैं उस उम्मीदवार से बात करने के लिए तैयार हूं। विषय, समय या जगह कोई भी हो। वे बताएं, मैं बैठकर चर्चा कर सकती हूं।
बारामती में NCP के सिंबल के साथ डिप्टी CM अजित पवार की पत्नी सुनेत्रा पवार की तस्वीरें।
बारामती रैली में दिए थे सुनेत्रा को चुनाव लड़ाने के संकेत
बारामती लोकसभा क्षेत्र परंपरागत रूप से शरद पवार और उनकी बेटी सुप्रिया सुले का गढ़ रहा है। अजित ने पिछले दिनों बारामती में एक रैली की। इस दौरान प्रचार वाहन में पत्नी सुनेत्रा की तस्वीरें नजर आईं। इसके बाद अजित ने अपने भाषण में बहन सुप्रिया सुले के खिलाफ पत्नी को उतारने का संकेत भी दिया। उन्होंने लोगों से अपील की- बारामती सीट के लिए मैं जिस उम्मीदवार का नाम तय करूंगा, उसके लिए यह पहला चुनाव होगा… अपना वोट ऐसे डालें जैसे आप अजित पवार को वोट दे रहे हों।
कौन हैं सुनेत्रा पवार…
60 साल की सुनेत्रा पवार सोशल एक्टिविस्ट हैं। सुनेत्रा पवार एनवायर्नमेंटल फोरम ऑफ इंडिया की संस्थापक हैं, जो 2010 में स्थापित NGO है। सुनेत्रा विद्या प्रतिष्ठान के लिए ट्रस्टी के रूप में कार्य करती है। वह 2011 में फ्रांस में विश्व उद्यमिता मंच की थिंक टैंक सदस्य रही हैं।
उनके भाई वरिष्ठ राजनीतिज्ञ और पूर्व मंत्री पदमसिंह पाटिल हैं। उनके भतीजे राणा जगजीतसिंह पदमसिंह पाटिल उस्मानाबाद से भाजपा के विधायक हैं। उनके बड़े बेटे पार्थ ने मावल से 2019 का लोकसभा चुनाव लड़ा था, लेकिन असफल रहे थे।
अजित पवार ने शरद से नाता तोड़ा
अजित पवार पिछले साल 2 जुलाई को NCP के आठ विधायकों के साथ भाजपा-शिवसेना (एकनाथ शिंदे) के नेतृत्व वाली महाराष्ट्र सरकार में शामिल हो गए थे। इसी दिन शिंदे सरकार में अजित ने उपमुख्यमंत्री पद की शपथ ली थी। इसके बाद NCP दो धड़ों में बट गई थी। एक गुट अजित पवार और दूसरा शरद पवार का हो गया था।
2 जुलाई 2023 को राजभवन में डिप्टी CM पद की शपथ लेने के बाद अजित पवार।
पार्टी चुराने के आरोप पर कहा था- मैं शरद का बेटा होता तो NCP अध्यक्ष मैं होता
अजित पवार ने बारामती में एक रैली के दौरान कहा था कि अगर मैं सीनियर (शरद पवार) के घर में पैदा होता, तो स्वाभाविक रूप से NCP का राष्ट्रीय अध्यक्ष बन जाता और पूरी पार्टी मेरे नियंत्रण में होती। अजित ने पार्टी चुराने के आरोपों पर शरद पवार का नाम लिए बिना शुक्रवार को ये बयान दिया। अजित पवार जुलाई 2023 में NCP के आठ विधायकों के साथ भाजपा-शिवसेना (एकनाथ शिंदे) के नेतृत्व वाली महाराष्ट्र सरकार में शामिल हो गए थे।
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