एस• के• मित्तल
सफीदों, उपमंडल क्षेत्र सफीदों में नहरी पानी उपलब्ध ना होने के कारण किसान परेशान हैं। उन्हें धान की रोपाई करने में दिक्कत पेश आ रही है। किसानों का कहना है कि बिजली चालित नलकूपों पर बिजली की बार-बार ट्रिपिंग होने लगती है जिसके कारण नलकूप बंद हो जाते हैं और बिजली की आपूर्ति भी पर्याप्त नहीं है और ऐसे में नहरी पानी ना मिलने से समस्या बढ़ जाती है।
अब उन्हें धान की रोपाई में ढील व परेशानी हो रही है। मुवाना, सिंघाना, बुढ़ाखेड़ा व जामनी गांवों में अनेक किसानों ने बताया कि उनके गावों में सैंकड़ों की संख्या में प्रवासी मजदूर एक पखवाड़े से धान की रोपाई को खेतों में जमे हैं लेकिन पानी की कमी के कारण रोपाई के लिए खेत तैयार ना होने से वे खाली बैठे हैं। जलसेवा विभाग के सूत्रों ने नहरी पानी की वाराबन्दी के हवाले से रविवार को बताया कि पश्चिमी यमुना नहर की हांसी शाखा नहर में 2 जुलाई से पहले पानी नहीं मिलेगा। बरसात के कारण पीछे से कुछ पानी बढ़ा हुआ मिला तो वह जींद राजबाहा नंबर 3 में सप्लाई किया जाएगा। बता दें कि इस इलाके की हांसी शाखा नहर सफीदों के दर्जनों गांवों के अलावा जींद, हांसी, हिसार के इलाकों में भी सिंचाई सेवा देती है। इस नहर, राजबाहा नम्बर 3, बुढ़ाखेड़ा माइनर, मलार माइनर व मुवाना माइनर में इस समय पानी नहीं है।