जिला परिवहन अधिकारी ने किया स्कूलों का औचक निरीक्षण

 

नियमों की उल्लंघना पाये जाने पर ऑटो का चालान कर किया इम्पाउंड

एस• के• मित्तल
जींद, जिला परिवहन अधिकारी प्रतीक हुडडा ने जींद के स्कूलों का औचक निरीक्षण किया और वहां स्कूलों में बच्चों को घर से लाने -ले जाने के लिए प्रयोग किये जाने वाले वाहनों की चैकिंग की।

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उन्होंने अपने निरीक्षण अभियान के दौरान शहर के क्रीस्ट राजा स्कूल व डीएवी पब्लिक स्कूल के बाहर खडे आटो को देखा जिसमें क्षमता से अधिक बच्चे बैठे थे । अभिभावकों द्वारा हायर किये गए ऑटो में 12 से 15 बच्चे सवार मिले और कई बच्चों के शरीर का हिस्सा भी ऑटो से बाहर आया हुआ मिला। इस मौके पर आरटीए ने देखा की ये ऑटो सुरक्षित वाहन स्कूल पोलिसी का अनुसरण नही करते और क्षमता से अधिक संख्या में बच्चों को वाहनों में बैठाकर लाया व ले जाया जा रहा है। ऐसे में नियमों की उल्लंघना करते पाये जाने पर मौके पर ही ऑटो का नियमों के तहत उनके चालान कर इम्पाउंड किया गया। इस मौके पर श्री प्रतीक हुडडा ने स्कूलों के मुखियों को भी निर्देश दिये कि वे भी सुरक्षित स्कूल वाहन पोलिसी के तहत यातायात नियमों की पालना करवाना सुनिश्चित करें। ऐसा नही करने पर स्कूल मुखियों व वाहन चालकों पर जरूरी कार्रवाई अमल में लाई जा सकती है।

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उन्होंने कहा कि स्कूली वाहन सुविधा के नाम पर जिला के कई स्कूलों ने मैक्सी कैब और ऑटो हायर कर रखे हैं जिनमें नियमों के विरुद्घ बच्चों को बैठाया जाता है। स्कूलों द्वारा हायर किए गए वाहनों पर न तो रंग पीला है और न ही चालक वर्दी में होते हैं। इसके अलावा कई ऑटो और कैब तो सही स्थिति में न होने पर भी इनमें बच्चों को घर से स्कूल तक का सफर कराया जा रहा है।
उन्होंने कहा कि सभी स्कूल वाहनों की जांच नियमित रूप से की जाएगी। उनके संज्ञाम में आया है कि कुछ स्कूल वाहनों में सीसीटीवी कैमरे नही लगे है अथवा खराब है। ऑटो में भी निर्धारित मात्रा से ज्यादा बच्चे बैठते है। इसके अलावा स्कूल वाहनों में बच्चों के साथ महिला सहायक का होना अनिवार्य है और प्रत्येक वाहन में सीसीटीवी, फस्टएड बोक्स का होना जरूरी है। अगर निजी स्कूलों व अभिभावकों द्वारा हायर किया गया कोई प्राइवेट वाहन इन नियमों को पूरा नहीं करता है तो उसके खिलाफ नियमानुसार कार्रवाई अमल में लाई जाएगी।

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इसके लिए समय-समय पर सभी स्कूल मुखियाओं के साथ बैठक कर स्कूल सुरक्षित वाहन पोलिसी के साथ वाहनों को चलाने के लिए हिदायत दी जाती है। उन्होंने स्कूली छात्रों के अभिभावकों से आह्वान किया कि वे अपने बच्चों को स्कूल वाहनों में बैठाते समय यह सुनिश्चित करें कि वाहन में निर्धारित संख्या से ज्यादा बच्चों को तो नही बैठाया गया है। वाहन पोलिसी के अनुसार है। इन सब के लिए अभिभावकों को भी जागरूक होने की जरूरत है।

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