चाय-समोसे के लिए डिस्ट्रिक्ट पोल पैनल के रेट कार्ड तय: चाय पर बालाघाट में ₹5 रुपए और चेन्नई में ₹15 खर्च कर सकेंगे उम्मीदवार

नई दिल्ली28 मिनट पहले

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लोक प्रतिनिधित्व अधिनियम 1951 की धारा 77 (1) के तहत उम्मीदवारों को नामांकन की तारीख से लेकर रिजल्ट आने तक चुनाव में किए गए खर्च का हिसाब-किताब रखना होता है।

18वीं लोकसभा के लिए 7 फेज में 19 अप्रैल से वोटिंग होनी है। चुनाव आयोग के निर्देश पर सभी राज्यों में डिस्ट्रिक्ट पोल पैनल चुनावी खर्चाें पर निगरानी के मद्देनजर खर्चों की दरें तय कर रहे हैं। इसमें सबसे मजेदार पहलू समोसे और चाय पर होने वाला खर्च है।

अलग-अलग राज्यों में मेनू की कीमतें अलग हैं, लेकिन किसी भी डिस्ट्रिक्ट पोल पैनल ने शराब का जिक्र नहीं किया है। जबकि पार्टियां और उम्मीदवार अक्सर कार्यकर्ताओं और मतदाताओं को शराब की पेशकश करती हैं।

पंजाब के जालंधर में उम्मीदवार एक कप चाय पर 15 रुपए खर्च कर सकेगा, जबिक मध्य प्रदेश के मंडला में इसी एक कप चाय के लिए 7 रुपए तय किए गए हैं। इसके अलावा समोसे के लिए 7.50 रुपए रेट तय किया गया है।

आंध्रप्रदेश समेत कई राज्यों में लोकसभा उम्मीदवार के लिए खर्च की सीमा 95 लाख निर्धारित है। जबकि अरुणाचल प्रदेश, गोवा और सिक्किम में 75 लाख रुपए लिमिट रखी गई है। केंद्र शासित प्रदेशों में खर्च की सीमा प्रति उम्मीदवार 75 लाख से 95 लाख रुपए तक है।

जानिए कहां कितना रेट तय…

  • पंजाब – यहां जालंधर में छोले भटूरे की कीमत 40 रुपए तय की गई है, जबकि मटन और चिकन की कीमत 250 और 500 रुपए प्रति किलो है। ढोढ़ा (450 रुपए प्रति किलो) और घी पिन्नी (300 रुपए प्रति किलो) जैसी मिठाइयां भी मेनू में हैं। लस्सी और नींबू पानी की खर्च लिमिट 20 और 15 रुपए प्रति गिलास तय की है।
  • मध्य प्रदेश- यहां बालाघाट के रेट कार्ड में चाय की कीमत 5 रुपए है, लेकिन समोसे की कीमत 10 रुपए से ज्यादा है। बालाघाट रेट कार्ड में इडली, सांभर वड़ा और पोहा-जलेबी की कीमत भी 20 रुपए है। डोसा और उपमा की कीमत 30 रुपए तय की गई है। वहीं मंडला में चाय की कीमत 7 रुपए रखी गई है।
  • राजस्थान- झुंझनु में एक समोसा और चाय के 15 रुपए की रेट फिक्स किया गया है। कॉफी के 10, दूध का गिलास 20 रुपए, जलेबी 150 रुपए प्रति किलो, नमकीन 180 रुपए किलो, पोहा 10 रुपए प्रति प्लेट, गुलाब जामुन 190 रुपए किलो, रस गुल्ला 200 रुपए किलो के हिसाब प्रत्याशियों के लिए रेट तय हुआ है। पढ़ें पूरी खबर…
  • उत्तर प्रदेश- यहां गोरखपुर में प्रत्याशी 500 में नगाड़ा और 4500 में फार्च्यूनर बुला सकेंगे। अगर प्रचार में नगाड़ा बजा तो 500 रुपए और घोड़े से प्रचार में उतरे तो 1100 रुपए ही खर्च कर सकेंगे। वहीं, चाय और 1 समोसा के लिए रकम 15 से बढ़ाकर 18 रुपए, पूड़ी-सब्जी और अचार के पैकेट के लिए कीमत 50 से बढ़ाकर 60 रुपए की गई है। पढ़ें पूरी खबर…
  • हरियाणा- यहां जींद में रेट कार्ड में उम्मीदवारों को 300 रुपये में तंदूर किराए पर लेने की पेशकश की गई है। इसमें दाल मखनी और मिक्स वेज जैसे पकवान 130 रुपए और मटर पनीर की कीमत 160 रुपए रखी गई है। मेनू में बटर नान, मिस्सी रोटी और सादी रोटी जैसी ब्रेड भी हैं।

पोल पैनल्स ने गेंदा-गुलाब के रेट भी तय किए
कई राज्यों के डिस्ट्रिक्ट पोल पैनल्स ने रेट कार्ड में जिन अन्य मदों का उल्लेख किया है, उनमें हेलीपैड, लक्जरी गाड़ियां, फार्महाउस से लेकर फूल, कूलर, टावर एसी और सोफा जैसी चीजें शामिल हैं। प्रचार के लिए टाटा सफारी या स्कॉर्पियो से लेकर होंडा सिटी या सियाज या जनता को रैली मैदान तक ले जाने के लिए बस तक गाड़ियां किराए पर लेने की दरों की सीमा भी निर्धारित की गई है।

कुछ चुनाव पैनलों ने गुलाब की माला, गेंदा की माला और गुलदस्ते के लिए भी रेट तय किए गए हैं। कुछ में टोपी और झंडे को भी शामिल किया गया है। जगह और घर किराए पर लेने के लिए भी लिस्ट दी गई है। इस खर्च में बैठकों, रैलियों, विज्ञापनों, होर्डिंग्स, पैम्फलेट, फ्लेक्स, प्रचार सामग्री और अन्य सभी चुनाव-संबंधी कार्यों का खर्च शामिल हैं।

खोलना होगा अलग बैंक अकाउंट
लोकसभा चुनाव के प्रत्याशियों को निर्वाचन प्रक्रिया के दौरान एक अलग बैंक अकाउंट खोलने के लिए भी कहा गया है। इस अकाउंट के जरिए चुनाव में खर्च की पूरी जानकारी देनी होगी। चुनाव आयोग सभी प्रत्याशियों को व्यय रजिस्टर भी उपलब्ध कराता है।

इसमें चुनाव के दौरान प्रचार-प्रसार, खाना, गाड़ी, प्रचार वाहन, सभा में होने वाला खर्च दर्ज करना पड़ता है। चुनाव संपन्न होने के बाद व्यय रजिस्टर को ट्रेजरी ऑफिस में जमा करना होता है। अगर प्रत्याशी ऐसा नहीं करता तो उसकी जमानत राशि जब्त कर ली जाती है।

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150 रुपए किलो की जलेबी खिला सकेंगे प्रत्याशी:साइकिल से प्रचार करने पर 100 रुपए रोज

कानपुर में लोकसभा चुनाव में प्रत्याशियों के खर्च की दरें भी तय कर दी हैं। इस बार चाय और समोसा के लिए 10-10 रुपए तय किए गए हैं। जलेबी की दर 150 रुपए प्रति किलो रखी गई है। सिंगल नॉन एसी कमरों की दर 1150 और डबल बेड की दर 1550 रुपए तय की गई है। पढ़ें पूरी खबर…

कचोरी-समोसा के 10, ब्रेड व मिर्ची बड़ा के 15 तो दाल-बाफले की थाली के 160 रुपए खर्च में जुड़ेंगे

उज्जैन लोकसभा चुनाव में प्रत्याशी के प्रचार-प्रसार के दौरान खाए जाने वाले ब्रेड बड़े व मिर्ची बड़े की कीमत 15 रुपए और कचोरी-समोसे की कीमत 10 रुपए रहेगी। यदि नाश्ता की जगह भोजन किया जा रहा है। भोजन में डालडा घी से बने दाल-बाफले है तो प्रति थाली 110 से 130 रुपए तक के हिसाब से मानी जाएगी। पढ़ें पूरी खबर…

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