क्रेटा कार चोरी करने वाले अंतर्राज्यीय गिरोह का भंडाफोड़: दो आरोपी गिरफ्तार, गुड़गांव, दिल्ली व राजस्थान से क्रेटा कार चोरी के 10 मामले सुलझे

 

 

  • आरोपी राजस्थान में डेढ़ लाख रुपए में कार बेचते थे

गुड़गांव पुलिस ने क्रेटा कार चोरी करने वाले अंतर्राज्यीय गिरोह का भंडाफोड़ किया है। पुलिस ने दो आरोपियों को एक कार समेत गिरफ्तार किया है। आरोपियों ने पूछताछ में बताया कि अप्रैल महीने के बाद चार महीने में गुड़गांव, दिल्ली व राजस्थान से 10 क्रेटा कार चोरी कर चुके हैं।

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आरोपी राजस्थान में डेढ़ लाख रुपए कार बेचते थे। पुलिस ने दोनों आरोपियों को पांच दिन के रिमांड पर लिया है, जिनसे गाड़ी चोरी के अन्य मामलों का खुलासा हो सकता है। आरोपियों के खिलाफ दिल्ली, गुड़गांव व राजस्थान में गाड़ी चोरी के कई मुकदमे दर्ज हैं।गत नौ अगस्त को पुलिस थाना सैक्टर-10ए, में एक व्यक्ति ने शिकायत दी कि 8 अगस्त की रात को इसके मकान के पाया कि खड़ी इसकी क्रेटा गाड़ी को कोई अज्ञात व्यक्ति चोरी कर ले गया। क्राइम ब्रांच सेक्टर-17 के प्रभारी नरेन्द्र की टीम ने क्रेटा गाड़ी चोरी करने वाले गिरोह के दो मुख्य सरगना गिरफ्तार कर लिया।

क्रेटा कार चोरी करने वाले अंतर्राज्यीय गिरोह का भंडाफोड़: दो आरोपी गिरफ्तार, गुड़गांव, दिल्ली व राजस्थान से क्रेटा कार चोरी के 10 मामले सुलझे

जिनकी पहचान रामप्रसाद उर्फ राजबीर (25 वर्ष) व महावीर (31 वर्ष) के रूप में हुई। दोनों राजस्थान के रहने वाले हैं। जिनमें आरोपी राम प्रसाद जलालपुरा जिला सवाई माधोपुर राजस्थान व महाबीर जिला टोंक के रहने वाला है।रामप्रसाद उर्फ राजबीर को अदालत से 05 दिन के पुलिस हिरासत रिमाण्ड पर लिया गया। जहां पूछताछ में उसने बताया कि इनका एक साथी शंकर गुड़गांव में रहता था और वह स्कूटी पर रैकी करके गाड़ियों के बारे में रामप्रसाद उर्फ राजबीर व महाबीर को बताता था। ये गाड़ी का लॉक तोड़ते थे उसके बाद रामप्रसाद उर्फ राजबीर एक इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस से गाड़ी को स्टार्ट करके राजस्थान ले जाते थे। ये आरोपी कार को राजस्थान ले जाकर को डेढ़ लाख रुपए में बेच देते थे। आरोपियों के अनुसार ये गाड़ियां अलग-अलग राज्यों में बेचकर इन गाड़ियों का मादक पदार्थों की सप्लाई व अन्य अपराधों में प्रयोग की जाती हैं। गाड़ी स्टार्ट करने वाला इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस रामप्रसाद ने 70 हजार रुपए में खरीदा था।दोनों आरोपियों पर 60 से अधिक चोरी के केस दर्जआरोपी रामप्रसाद उर्फ राजबीर के खिलाफ दिल्ली, राजस्थान व गुड़गांव सहित करीब 50 केस दर्ज हैं। जबकि महाबीर के खिलाफ करीब वाहन चोरी के 12 केस दर्ज हैं।दोनों के खिलाफ राजस्थान में छह मामले दर्ज हैं। जिनमें बीवर शहर थाना में तीन एफआईआर, कुन्हारी कोटा के थाना में दो एफआईआर, भीलवाड़ा व सागरपुर में एक-एक एफआईआर दर्ज है। आरोपी चोरी की गाड़ियों को गुड़गांव से राजस्थान पहुंचाने के लिए गुड़गांव-अलवर रोड व नाकेबंदी अधिक होने पर दिल्ली-जयपुर हाइवे के रास्ते को पकड़कर पहुंचाते थे।

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आरोपियों को मेवात होते हुए राजस्थान में एन्ट्री करना ज्यादा सेफ लगता था। रामप्रसाद उर्फ राजबीर गत अप्रैल महीने में जेल से जमानत पर बाहर आया था और जेल से बाहर आने के बाद वह अपने साथियों के साथ मिलकर गुड़गांव से तीन, दिल्ली से एक व राजस्थान से छह गाड़ियां चोरी कर चुका है। इससे पहले गुड़गांव की क्राइम ब्रांच ने 18 अगस्त को गाड़ी चोरी के पहले रैकी करने वाले आरोपी शंकर लाल गिरफ्तार किया था। जिससे पूछताछ के बाद दोनों सरगना गिरफ्तार किए गए।

 

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