बैठक में होगी आंदोलन की अगली रणनीति तय
प्रैस कांफ्रेस करके दी सारी जानकारी
एस• के• मित्तल
सफीदों, सफीदों के गांव करसिंधू में प्रस्तावित पैरामेडीकल कॉलेज का यहां से जींद स्थानांनतरित होने का मामला आंदोलन का रूप ले सकता है। इसके कालेज को जाने से बचाने के लिए लोगों ने सक्रियता बढ़ा दी है और बैठकों का दौर शुरू हो चुका है। इसी मुद्दे को लेकर क्षेत्र के मौजिज लोगों, सामाजिक, सांस्कृतिक एवं धार्मिक संस्थाओं ने एक बैठक आज रविवार को नगर की लैय्या धर्मशाला में सुबह 10 बजे बैठक बुलाई है।
अनेक समाजसेवी एसडीएम को दे चुके हैं ज्ञापन
पैरामेडीकल कालेज को बचाने आंदोलन को तेज करने की दिशा में अनेक समाजसेवी एसडीएम मनीष कुमार फोगाट को ज्ञापन दे चुके हैं। सुनील गहलावत की अगुवाई में दिए गए ज्ञापन में कहा था कि इस पैरामेडिकल कॉलेज को बनवाने के लिए समाजसेवी स्वर्गीय टीसी गर्ग एवं उनकी पूरी टीम के काफी सालों से प्रयास किए जा रहे थे। सीएम मनोहर लाल द्वारा इस कालेज की घोषणा से सफीदों क्षेत्र में खुशी का माहौल था लेकिन अब यहां की जनता इस कालेज के जींद में शिफ्ट किए जाने को लेकर गहरे रोष में है। इस कालेज के निर्माण को लेकर इसके लिए कार्य कर रही आईपी सोसाइटी 50 लाख रुपए देने की पेशकश कर चुकी है और कोर्सों के करीब डेढ़ लाख रुपए फीस भी जमा करवा चुकी थी। इतना कुछ होने के बाद भी इस कालेज को जींद ले जाना किसी प्रकार से न्यायसंगत नहीं है। ज्ञापन में उन्होंने इस कालेज का नामकरण स्व. टीसी गर्ग के नाम से करने की मांग भी उठाई थी।
क्या है पूरा मामला
सफीदों क्षेत्र में पैरामेडीकल कॉलेज बनाने की मांग बहुत पुरानी चल रही थी और इसके निर्माण के लिए सरकार से लगातार अनुरोध किया जा रहा था। इस मामले में आईपी कन्या एजुकेशन सोसाइटी के अध्यक्ष एवं हरियाणा के सेवानिवृत्त मुख्य अभियंता समाजसेवी टीसी गर्ग और उनकी टीम पिछले कई सालों से खूब दौड़-धूप कर रही थी। स्व. समाजसेवी टीसी गर्ग के अथक प्रयास उस वक्त रंग लाए जब मुख्यमंत्री मनोहर लाल 3 अप्रैल 2022 को सफीदों की पुरानी अनाज मंडी में आयोजित विकास रैली को संबोधित करने की खातिर पहुंचे और उन्होंने इसके निर्माण की घोषणा की। इस कॉलेज के निर्माण के लिए तात्कालीन ग्राम पंचायत ने प्रस्ताव पास करके 4 एकड़ जमीन संबंधित विभाग डायरेक्टर मेडीकल एजूकेशन रिसर्च (डीएमईआर) को 30 साल के लिए लीज पर दी थी। इसके अलावा शिक्षा के क्षेत्र में काम कर रही संस्था आईपी कन्या एजुकेशन सोसाइटी ने इस पैरामेडिकल कॉलेज की प्रारम्भिक व्यवस्था के लिए 50 लाख रुपए की राशि देने का लिखित में स्वीकृति पत्र सरकार को दे दिया था। इसके अलावा सरकार व संबंधित महकमें की डिमांड पर कालेज में 6 कोर्सों के लिए करीब 150000 रूपए की राशी बतौर रजिस्ट्रेशन डायरेक्टर मेडीकल एजूकेशन रिसर्च (डीएमईआर) को संस्था द्वारा बैंक ड्राफ्ट भेजकर जमा करवा दिए थे। इसके अलावा प्रारंभिक तौर पर अस्थाई कक्षाएं चलाने के लिए इसी गांव स्थित पीडीएम इंजीनियरिंग कालेज में 15 कमरों की व्यवस्था की गई थी। इस मामले को लेकर यहां के कांग्रेसी विधायक सुभाष गांगोली ने इसकी आवाज कई बार विधानसभा में उठा चुके हैं। विस में उनको बताया कि इस कालेज के निर्माण के लिए नियम पूरे नहीं होते हैं और मेडीकल कालेज के लिए प्रस्तावित स्थान पर दूरी से संबंधित अड़चन आ रही है। जिस पर विधायक सुभाष गांगोली ने विधानसभा में कहा था कि अगर करसिंधू में यह कालेज नहीं बन सकता है तो इस कालेज के सफीदों क्षेत्र के गांव जामनी व बुढ़ाखेड़ा में बनवा दिया जाएं क्योंकि ये स्थान मेडीकल कालेज से काफी नजदीक है और सभी नियमों को पूरा करते हैं। विधायक सुभाष गांगोली ने विधानसभा में इस कालेज के निर्माण के लिए बुढ़ाखेड़ा व जामनी की प्राईम लोकेशन पर जगह दिलवाने की बात भी कहीं थी।