लखनऊ28 मिनट पहलेलेखक: उज्ज्वल सिंह
- कॉपी लिंक
”नजर जिसकी तरफ करके निगाह फेर लेते हो, कयामत तक फिर उस दिल की परेशानी नहीं जाती…” ये केवल एक शेर नहीं, बल्कि बदलाव की वो लाइनें थीं, जिन्होंने 57 साल पहले नवाबों के शहर की सत्ता बदल दी। सुनने में जरा अजीब लगेगा, लेकिन 100 फीसदी सच है।
इन लाइनों को लिखने वाले पंडित आनंद नारायण ‘मुल्ला’ ने साल