कलकत्ता हाईकोर्ट ने संदेशखाली से धारा 144 हटाने के आदेश दिए, जिसके बाद पंश्चिम बंगाल भाजपा के नेताओं और कार्यकर्ताओं ने वहां मार्च निकाला।
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पश्चिम बंगाल के साउथ 24 परगना जिले के संदेशखाली में महिलाओं ने TMC नेता शेख शाहजहां और उनके समर्थकों पर यौन उत्पीड़न और जमीन हड़पने का आरोप लगाया है, जिसे लेकर वहां के लोग और भाजपा नेता प्रदर्शन कर रहे हैं। इस मामले को लेकर कलकत्ता हाईकोर्ट ने मंगलवार (13 फरवरी) को खुद से एक्शन लिया है।
जस्टिस अपूर्बा सिन्हा रॉय ने कहा- संदेशखाली में जो भी हो रहा वह विचलित करने वाला है। मीडिया में दिखाया गया कि महिला के साथ गन पॉइंट पर यौन उत्पीड़न हुआ। यह दुखद है। उन्होंने मामले को लेकर पश्चिम बंगाल सरकार को नोटिस जारी किया और मामले को 20 फरवरी को सुनवाई के लिए लिस्ट किया।
इसके अलावा कोर्ट ने संदेशखाली के बासिरहाट में लगी धारा 144 हटाने का भी आदेश दिया है। दरअसल, महिलाओं के आरोप के बाद भाजपा ने पश्चिम बंगाल सरकार के खिलाफ प्रदर्शन शुरू किया था। इसके बाद राज्य सरकार बासिरहाट में 144 लगा दी थी।
पश्चिम बंगाल के भाजपा नेता सुवेंदु अधिकारी ने आरोप लगाया था की राज्य सरकार उन्हें बासिरहाट जाने नहीं दे रही। इस पर सोमवार को कोर्ट ने कहा कि बासिरहाट से 144 तुरंत हटाई जाए। कोर्ट के इस आदेश के बाद पश्चिम बंगाल भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष सुकांता मजुमदार ने बासिरहाट में कार्यकर्ताओं के साथ प्रदर्शन किया।
उधर, सुवेंदु अधिकारी ने मंगलवार को कहा कि संदेशखाली में जो हुआ वह आजादी के बाद से अब तक की सबसे शर्मनाक घटना है। राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग को भी एक्शन लेना चाहिए।
संदेशखाली की घटना पर भाजपा समर्थकों ने सोमवार को TMC के खिलाफ प्रदर्शन किया था।
उत्तर 24 परगना जिले के संदेशखाली में हुआ क्या है
पिछले कुछ दिनों से संदेशखाली में स्थानीय महिलाएं प्रदर्शन कर रहीं है। उन्होंने TMC नेता शेख शाहजहां और उनके सहयोगियों पर उनकी जमीनों पर कब्जा करने का आरोप लगाया है। महिलाओं ने शेख शाहजहां की गिरफ्तारी की मांग की है। उन्होंने एक अन्य TMC नेता शिव प्रसाद हाजरा के खेत और फॉर्म हाउस में आग भी लगा दी।
इसे लेकर भाजपा के नेताओं और कार्यकर्ताओं ने बासिहराट के SP हुसैन मेहेदी के खिलाफ प्रदर्शन करने का फैसला किया। उन्होंने SP ऑफिस तक मार्च निकाला, लेकिन इसी बीच वहां 144 लगा दी गई और नेताओं को रास्ते में रोक दिया गया था।
केंद्रीय मंत्री स्मृति इरानी का ममता पर निशाना
केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने मामले को लेकर सोमवार को कहा था- ममता बनर्जी TMC के गुंडों को संरक्षण दे रही हैं। संदेशखाली की महिलाओं ने अपनी व्यथा बांग्ला में शेयर किया है। देश के कई लोग इसे समझ नहीं पाए होंगे। मैं आपको इसे बताती हूं। TMC के गुंडे घर-घर जाकर देखते थे कि किस घर की कौन सी औरत सुंदर है। कौन कम उम्र की है?
ईरानी के मुताबिक महिलाओं ने बताया- TMC के गुंडे ज्यादातर हिंदू परिवार की महिलाओं को टारगेट करते थे। ममता हिंदुओं के नरसंहार के लिए जानी जाती हैं। वह अपने गुट के पुरुषों को महिलाओं से अभद्रता करने की अनुमति दे रही हैं। देश के लोग इसे चुपचाप कैसे देख सकते हैं। ममता राजनीतिक फायदों के लिए जातियों की गरिमा का सौदा कर रही हैं।
राज्यपाल बोले- संदेशखाली में हालात भयावह और चौंकाने वाले
उधर, पश्चिम बंगाल के राज्यपाल सीवी आनंद बोस ने सोमवार को कहा कि संदेशखाली में स्थिति भयावह और चौंकाने वाली है। बोस जब संदेशखाली पहुंचे तो TMC समर्थकों ने हाथों में बैनर लेकर उनके खिलाफ प्रदर्शन किया। बोस ने संदेशखाली पर राज्य सरकार से रिपोर्ट भी मांगी। हालांकि, राज्यपाल सीवी आनंद बोस संदेशखाली का दौरा किया और आरोप लगाने वाली महिलाओं से बात की। इसके बाद वे देर शाम दिल्ली रवाना हो गए।
पुलिस का क्या कहना है?
संदेशखाली की घटना को लेकर बंगाल पुलिस का कहना है कि वहां स्थिति शांतिपूर्ण है। वहां से किसी भी अप्रिय घटना की सूचना नहीं मिली है, हम किसी को भी वहां कानून-व्यवस्था की स्थिति को बिगाड़ने की अनुमति नहीं देंगे। कानून का उल्लंघन करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करेंगे।
ED अफसरों पर शेख समर्थकों ने ही हमला किया था
ED ने आरोप लगाया था कि 1 हजार से ज्यादा लोगों ने उनकी कार पर हमला किया।
पश्चिम बंगाल में कोरोना के दौरान कथित तौर पर हुए हजारों करोड़ रुपए के राशन घोटाले में ED ने 5 जनवरी को राज्य में 15 ठिकानों पर छापा मारा था। टीम नॉर्थ 24 परगना जिले के संदेशखाली गांव में शेख शाहजहां और शंकर अध्य के घर भी रेड डालने गई थी। इस दौरान उन पर TMC समर्थकों ने जानलेवा हमला किया था। इसमें तीन अधिकारी घायल हो गए थे। इसके बाद से शाहजहां फरार है। शेख शाहजहां के खिलाफ लुकआउट नोटिस जारी किया गया है।