बलिदान दिवस और तुलसी पूजन कार्यक्रम आयोजित
एस• के• मित्तल
सफीदों, विश्व हिंदू परिषद, बजरंग दल व मातृशक्ति के संयुक्त तत्वावधान में गुरु गोबिंद सिंह जी के चार साहिबजादों, माता गुजरी देवी व स्वामी श्रद्धानंद जी का बलिदान दिवस और तुलसी पूजन कार्यक्रम का शनिवार को नगर के हेलो स्कूल में आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम में बतौर मुख्यवक्ता विश्व हिंदू परिषद के जिला उपाध्यक्ष अरविंद शमा ने शिरकत की। कार्यक्रम की अध्यक्षता स्कूल संचालिका कविता शर्मा ने की।
सफीदों, विश्व हिंदू परिषद, बजरंग दल व मातृशक्ति के संयुक्त तत्वावधान में गुरु गोबिंद सिंह जी के चार साहिबजादों, माता गुजरी देवी व स्वामी श्रद्धानंद जी का बलिदान दिवस और तुलसी पूजन कार्यक्रम का शनिवार को नगर के हेलो स्कूल में आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम में बतौर मुख्यवक्ता विश्व हिंदू परिषद के जिला उपाध्यक्ष अरविंद शमा ने शिरकत की। कार्यक्रम की अध्यक्षता स्कूल संचालिका कविता शर्मा ने की।
इस मौके पर उपस्थित श्रद्धालुओं ने महान बलिदानियों को नमन किया, वहीं उनके द्वारा विधिवत तुलसी पूजन किया गया। अपने संबोधन में विश्व हिंदू परिषद के जिला उपाध्यक्ष अरविंद शर्मा ने कहा कि 20 से 27 दिसंबर तक इन्हीं 7 दिनों में दशमेश पिता सर्ववंश दानी गुरु गोबिंद सिंह जी का पूरा परिवार हिंदू धर्म की रक्षा के लिए शहीद हो गया था। बड़े दुखी मन से कहना पड़ रहा है कि हिंदू समाज ने कहीं ना कहीं गुरू गोबिंद सिंह जी की कुर्बानियों को मात्र 300 सालों में ही भुला दिया है। वर्तमान दौर के बच्चों को इन कुर्बानियों से अवगत करवाने की नितांत आवश्यकता है। बच्चों को गुरु गोविंद सिंह महाराज के जीवन प्रसंग, शौर्य पराक्रम की गाथाएं तथा अपने भारतीय इतिहास के महान क्रांतिकारी वीरों की गाथाएं सुनाकर बहादुर बनने के लिए प्रेरित करना चाहिए।
उन्होंने कहा कि हिंदू समाज सदैव गुरूओं की कुर्बानियों का ऋणी रहेगा। उन्होंने कहा कि शुद्धि अभियान के प्रणेता एवं सांप्रदायिक सद्भाव के प्रतीक अमर हुतात्मा स्वामी श्रद्धानंद ने अपने देश धर्म की रक्षा के लिए अपनी जान गवां दी। परावर्तन के अग्रदूत स्वामी श्रद्धानंद को हमारा समाज कभी नहीं भुला पाएगा। विश्व हिंदू परिषद जिला जींद संयोजक प्रमोद गौतम ने कहा कि तुलसी एक दिव्य पौधा है और गुणों से भरपूर है। तुलसी की पूजा आदिकाल से होती आ रही है। पूजा-अर्चना में तुलसी का बहुत महत्व है। आयुर्वेद में तुलसी के महत्व के बारे में विस्तार से बताया गया है। वहीं स्कूल संचालिका कविता शर्मा ने कहा कि हमें बच्चों को सनातन संस्कृति व सभ्यता से जोडऩा चाहिए।
श्री हनुमान चालीसा पाठ, गीता पाठ, गायत्री व महामृत्युंजय मंत्र का पाठ नियमित रूप से करना चाहिए ताकि उनमें अच्छे संस्कार पैदा हो सके। हर वर्ष 25 दिसंबर को तुलसी पूजन दिवस के रूप में मनाना चाहिए तथा गुरु पुत्रों के देश धर्म की रक्षा के लिए दी गई शहादत को नमन वंदन करना चाहिए। विश्व हिंदू परिषद के सफीदों नगर अध्यक्ष सत्यदेव चौबे ने कार्यक्रम का समापन करते हुए सभी मौजूद श्रद्धालुओं का कार्यक्रम में पहुंचने पर आभार व्यक्त करते हुए सभी से आह्वान किया कि अपने मंदिरों में तुलसी पूजन करके गुरु पुत्रों को नमन करें जिनके कारण आज हमारी सनातन संस्कृति बची हुई है।
इस मौके पर विश्व हिंदू परिषद के जिला उपाध्यक्ष अरविंद शर्मा, जिला संयोजक प्रमोद गौत्तम, नगर अध्यक्ष सत्यदेव चौबे, स्कूल संचालिका कविता शर्मा, बजरंग दल संयोजक सतीश बलाना, मातृशक्ति संयोजिका बबली बंसल, रेखा गोयल, सोमवती शर्मा, दलजीत वर्मा, होशियार सिंह व नीना गर्ग मौजूद थीं।