तीनों आरोपियों की फाइल फोटो।
सप्ताह भर से राजस्थान पुलिस कभी मुनक तो कभी घरौंडा में दबिश दे रही है, लेकिन पुलिस के हाथ आरोपियों के गिरेबां तक नहीं पहुंच पाए है। पुलिस के हाथ खाली है। पुलिस आरोपियों के नज़दीकियों से पूछताछ कर रही है लेकिन सुराग नहीं लग पा रहा है।
सूत्रों की माने तो मुनक की गौशाला का प्रधान शशिकांत अपने शागिर्दों के साथ मेवात आता जाता था और मुख्य उद्देश्य गो तस्करी को रोकना रहता था। लेकिन गोरक्षक ही कब भक्षक बन गए इसका खुलासा राजस्थान पुलिस ने कर दिया। नासिर जुनैद हत्या कांड में जब राजस्थान पुलिस ने आठ आरोपियों के नाम उजागर किये तो उनमें एक संदिग्ध आरोपी सहित 3 करनाल जिला के भी थे। घरौंडा का किशोर मुनक गौशाला के प्रधान शशिकांत का ही शागिर्द था और गौशाला में ही काम करता था। घरौंडा का शिवम आर्य भी खुद को गोभक्त और शशिकांत को अपना आदर्श मानता था। सूत्रों की माने तो शशिकांत अक्सर मेवात की तरफ रहता था। जिसमे उसके साथ किशोर और शिवम के साथ 6-7 युवक रहते थे।
बैंक खाते से भी नहीं लगा कोई सुराग
जब से नासिर जुनैद हत्याकांड हुआ है उसके बाद से ही शशिकांत अपने साथियों के साथ गायब है। राजस्थान पुलिस ने करनाल पुलिस की मदद से शशिकांत के बैंक खातों को भी खंगाला है और गौशाला के कर्मचारियों से भी पूछताछ की। फिर भी कोई सुराग हाथ नहीं लग पाया।
घरौंडा थाना में पहुंची राज्य स्थान पुलिस फाइल फोटो।
आरोपियों तक पहुंचने में शिवम सबसे मजबूत कड़ी
पुलिस मूनक भी गई और घरौंडा में किशोर और शिवम के घर भी पहुंच रही है लेकिन सभी आरोपी फरार है। सूत्रों की माने तो अगर संदिग्ध आरोपी शिवम भी पुलिस के हाथ लग गया तो शिवम इन दोनों आरोपियों तक पहुंचने वाली सबसे मजबूत कड़ी है। क्योंकि गोतस्करी के मामलों को रोकने में शिवम भी अग्रिणी भूमिका में रहता था। लेकिन जहां से पुलिस आरोपियों तक पहुंच सके वह कड़ी ही पुलिस को नहीं मिल रही है। ऐसे में इतना बड़ा पुलिस प्रशासन और इतनी हाईटेक पुलिस होने के बावजूद भी पुलिस के हाथ आरोपियों तक नहीं पहुंच सकी।
पुलिस के पास बताने को कुछ नहीं
ऐसे में जब इस मामले की जानकारी करनाल पुलिस से ली जाती है तो उनका सिर्फ एक ही रटा रटाया जवाब है कि करनाल पुलिस सिर्फ राजस्थान पुलिस की मदद कर रही है। उनके पास बताने के लिए कुछ भी नहीं है। इसमें सिर्फ राजस्थान पुलिस ही कुछ बता सकती है क्योंकि वे ही इस मामले का हैंडल कर रहे है। SP गंगाराम पुनिया कहते है कि हम राजस्थान पुलिस की मदद कर रहे है।
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