किन्नौर के निगुलसरी में भारी लैंडस्लाइड से क्षतिग्रस्त सड़क
हिमाचल प्रदेश के किन्नौर जिले का पांच दिन से शेष दुनिया से संपर्क कटा हुआ है। इससे 14 हजार पेटी से ज्यादा सेब गाड़ियों, मंडी या फिर बागवानों के गोदाम में फंस गया है। लाखों रुपए के मटर पर भी संकट के बादल मंडरा रहे है। पूरे जिले में पांच दिन से दैनिक उपभोग की खाद्य वस्तुओं की सप्लाई नहीं पहुंच पाई।
वहीं स्थानीय प्रशासन सेब और मटर की फसल को मार्केट तक पहुंचाने के लिए युद्ध स्तर पर स्पेन लगाने में जुटा हुआ है। जिस जगह सड़क क्षतिग्रस्त हुई हैं, वहां से छोटा कंबा पुल तक करीब 600 मीटर लंबा स्पेन का लगा दिया गया है। उम्मीद की जा रही है कि आज दिन तक इसे शुरू कर दिया जएगा।
किन्नौर के निगुलसरी में क्षतिग्रस्त नेशनल हाईवे
दूसरा स्पेन PWD महकमा लगा रहा है। इसे भी दो-तीन दिन के भीतर तैयार कर दिया जाएगा। जब तक हाईवे बहाल नहीं होता, जब तक स्पेन के जरिए किन्नौर जिले के सेब को मंडियों तक पहुंचाया जाएगा।
नेशनल हाईवे खुलने में लगेगा वक्त
वहीं सड़क का लगभग 400 मीटर हिस्सा धंसने से क्षतिग्रस्त नेशनल हाईवे के जल्द खुलने की उम्मीद नहीं है। इसमें पांच से छह दिन और लग सकते है। हाईवे बंद होने से किन्नौर जिला के सेब बागवानों के अलावा आम जनता भी परेशान है। सेब बागवानों ने मजबूरी में तुड़ान रोक दिया है।
निगुलसरी में लैंडस्लाइड से सेब से लदे ट्रक व पिकअप को क्षतिग्रस्त
जिले में पेट्रोल-डीजल की खलने लगी कमी
सप्लाई नहीं आने की वजह से किन्नौर जिले में पेट्रोल और डीजल की भी किल्लत होनी शुरू हो गई है। इसे अब वाया लाहौल स्पीति होते हुए मंगाया जा रहा है। जिले में पांच दिन से दूध, दही, ब्रेड, मक्खन, सब्जियों जैसी दैनिक उपभोग की खाद्य वस्तुओं की सप्लाई भी नहीं पहुंच पाई है।
पहले बुधवार, फिर वीरवार रात पूरी तरह टूटी सड़क
किन्नौर के निगुलसरी में पहले बुधवार आधी रात लैंडस्लाइड हुआ। सुबह साढ़े 11 बजे के करीब दोबारा पहाड़ धंस गया। इसके बाद सड़क को कुछ घंटे के लिए बहाल किया गया। मगर, रात 11.30 बजे के करीब भारी लैंडस्लाइड हुआ और पहाड़ी का करीब 400 मीटर हिस्सा टूटकर नेशनल हाईवे पर आ गया।
अब इसके जल्दी बहाल होने की उम्मीद भी नहीं है। इस हिंदुस्तान-तिब्बत को जोड़ने वाले शिमला-किन्नौर नेशनल हाईवे-5 के बंद होने से किन्नौर जिले की जनता परेशान है।
.