हरियाणा के करनाल में जुंडला अनाज मंडी में धान खरीद में घोटाले के आरोप में 22 दिन बाद आखिरकार मंडी सचिव पवन चोपड़ा को गिरफ्तार कर दो दिन के पुलिस रिमांड पर लिया गया। रिमांड के दौरान पुलिस अब उससे घोटाले में शामिल अन्य आरोपियों की बारे में पूछताछ करेगी।
CM फ्लाइंग ने की थी छापामारी
जुंडला अनाज मंडी में CM फ्लाइंग ने छापेमारी कर 4 राइस मिलर की जांच की। यहां करीब 65000 क्विंटल धान का रिकॉर्ड नहीं मिला। यह धान मंडी से निकला, लेकिन मिल परिसरों तक नहीं पहुंचा, इस आरोप में 4 राइस मिलरों के खिलाफ पुलिस ने मामला दर्ज किया। इसमें आनंद फूड, केएन फूड के मालिकों के नाम शामिल रहे। बाद में पुलिस ने राइस मिलर को गिरफ्तार कर लिया था। इसी मामले में मंडी सचिव पवन चोपड़ा को सस्पेंड किया गया था।
अब उसे भी गिरफ्तार किया गया है। इससे यह साबित हो रहा है कि मंडी में धान खरीद सीजन में भारी गड़बड़ी को अंजाम दिया गया है। यह गड़बड़ी स्थानीय स्तर पर पकड़ में भी नहीं आई। यदि सीएम फ्लाइंग टीम छापामारी न करती तो सरकारी धान खरीद में हुआ इस घोटाले को दबा दिया गया था।
आरोपी को हिरासत में लेती पुलिस।
बड़े पैमाने पर हुआ धान खरीद घोटाला
जुंडला मंडी क धान घोटाला तो सीएम फ्लाइंग टीम की मुस्तैदी से सामने आ गया। इसके अलावा भी जिले की अन्य मंडियों में भी जम कर घोटाला हुआ है। अब जिस तरह से जुंडला मंडी के तत्कालीन सचिव पवन चोपड़ा को गिरफ्तार किया गया है, इससे निश्चित ही इस तरह के घोटाले को अंजाम देने वालों के खिलाफ कार्रवाई की शुरुआत हुई है।
बाकी आरोपियों की भी गिरफ्तारी की मांग
इधर मांग यह भी उठ रही है कि इस घोटाले के अन्य आरोपियों की भी गिरफ्तारी होनी चाहिए। खाद्य आपूर्ति विभाग के इंस्पेक्टर संदीप और सब इंस्पेक्टर को सस्पेंड किया गया था। अब जिस तरह से तत्कालीन सचिव को गिरफ्तार किया गया है, इससे खाद्य आपूर्ति विभाग के इंस्पेक्टर और AFO राजीव को भी इस मामले में हिरासत में लेकर पूछताछ करने की मांग उठ रही है। क्योंकि माना जा रहा है कि बिना खाद्य आपूर्ति विभाग की मिलीभगत के धान खरीद की इतने बड़े स्तर की गड़बड़ी को अंजाम नहीं दिया जा सकता।