लोगों को प्राकृतिक चिकित्सा एवं योग की शरण में जाना होगा: डा. संगीता नेहरा

131
Advertisement

 

गांव करसिंधू में 50 बिस्तरों वाले आरोग्य नेचुरोपैथी ग्राम का हुआ शुभारंभ

 

एस• के• मित्तल 

सफीदों, उपमंडल के गांव करसिंधू में रविवार को आरोग्य नेचुरोपैथी ग्राम का शुभारंभ हुआ। शुभारंभ समारोह में बतौर मुख्यातिथि आयुष विभाग हरियाणा की डायरेक्टर डा. संगीता नेहरा ने शिरकत की। वहीं विशिष्टातिथि नेचुरोपैथी राष्ट्रीय अवार्डी डा. ए.के. अरूण रहे। वहीं डा. शंकरानंद सरस्वती का विशेष सानिध्य प्राप्त हुआ। कार्यक्रम की अध्यक्षता आरोग्य नेचुरोपैथी ग्राम के चेयरमैन एडवोकेट प्रीतपाल सिंह ने की।

 

फरीदाबाद की सिरोही झील में डूबे 2 दोस्त: नहाते समय गहराई में पहुंचे; 4 साथियों के साथ दिल्ली से आए थे पिकनिक मनाने

आरोग्य नेचुरोपैथी ग्राम के डायरेक्टर अभयपाल सिंह ने आए हुए अतिथियों को बुके देकर उनका अभिनंदन किया। कार्यक्रम का शुभारंभ राष्ट्रपिता महात्मा गांधी प्रतीमा पर माल्यार्पण व दीप प्रज्ज्वलन करके किया किया। अपने संबोधन में आयुष विभाग हरियाणा की डायरेक्टर डा. संगीता नेहरा ने कहा कि आधुनिक जीवनशैली के विभिन्न प्रकार के रोग बहुत तेजी से बढ़ रहे हैं। इन बीमारियों से निजात पाने के लिए लोगों को प्राकृतिक चिकित्सा एवं योग की शरण में जाना होगा। वर्तमान माहौल में प्राकृतिक चिकित्सा एवं योग का महत्व बहुत बढ़ जाता है और इस चिकित्सा के सकारात्मक परिणाम समाज के सामने आए हैं। नैचुरोपैथी एवं योग का मुख्य उद्देश्य लोगों को अपनी दिनचर्या बदलकर स्वस्थ रहने की कला सिखाना है। इससे न केवल आपके रोग ठीक होते हैं बल्कि आपका शरीर भी मजबूत बनता है। प्राकृतिक चिकित्सा एवं योग के द्वारा मनुष्य अपने स्वास्थ्य को स्वस्थ रख ही सकता है

यमुनानगर में कार ने नाबालिग को कुचला: टांग और कमर में लगी चोटें, गोविंदपुरी में कोलकाता नर्सरी के पास हादसा, आरोपी ड्राइवर नशे में मिला

 

साथ-साथ इससे व्यक्ति के जीवन के शारीरिक, मानसिक, नैतिक और आध्यात्मिक भागों के रचनात्मक सिद्धांतों के साथ-साथ व्यक्ति के सद्भाव का भी निर्माण होता है। उन्होंने कहा कि हरियाणा सरकार प्राकृतिक चिकित्सा के क्षेत्र में विशेष ध्यान दे रही है तथा विभिन्न कालेजों, प्रशिक्षण केंद्रों व चिकित्सा केंद्रों की स्थापना कर रही है। हरियाणा के केंद्र करसिंधू गांव में स्थापित किया गया यह सैंटर प्राकृतिक चिकित्सा एवं योग सेवा में एक नए कीर्तिमान स्थापित करेगा। वहीं विशिष्टातिथि डा. ए.के. अरुण ने कहा कि प्राकृतिक चिकित्सा के माध्यम से डायबिटीज, उच्च रक्तचाप, आईबीएस, आटो इम्यून डिसार्डर, मोटापा, अनिंद्रा, डिप्रेशन, स्त्री रोगों, वृद्धावस्था समेत अन्य रोगों का निदान संभव है।

हरियाणा में भाजपा का मिशन 2024: सिरसा में आज अमित शाह की रैली; सर्वे में यहां BJP कमजोर आई थी

 

प्राकृतिक चिकित्सा आरंभ से ही आकाश, वायु, अग्नि, जल एवं पृथ्वी पर केंद्रित है। मानव शरीर इन्हीं तत्वों से निर्मित है। शरीर में इन तत्वों का असंतुलन ही रोग पैदा करता है। जिसे विजातीय द्रव्यों के संग्रह के रूप में देखा जाता है। इन मलों के असंतुलन से उत्पन्न मल संग्रह को पंचमहाभूतों के द्वारा संतुलित करना ही प्राकृतिक चिकित्सा है। आरोग्य नेचुरोपैथी ग्राम के संस्थापक एडवोकेट प्रीतपाल सिंह ने कहा कि देश में दो प्रकार के प्राकृतिक चिकित्सा केन्द्र हैं। वे या तो जर्जर हालत में हैं या बहुत ही मंहगे हैं। ऐसे में आम और मध्यवर्ग के लोगों को कम खर्च में बेहतरीन प्राकृतिक चिकित्सा उपलब्ध करवाने और लोगों को पुरातन जड़ों से जोडऩे के लिए 50 बिस्तरों वाले इस केंद्र की स्थापना की गई है। आरोग्य नेचुरोपैथी ग्राम के डायरेक्टर अभयपाल सिंह ने कहा कि दिल्ली स्थित गांधी स्मारक प्राकृतिक चिकित्सा समिति के तत्वावधान में यहां प्राकृतिक चिकित्सा अध्ययन की भी व्यवस्था की गई है। जिसमें यहां के 12वीं विज्ञान उत्तीर्ण छात्र प्रशिक्षण भी ले सकेंगे। इसके अलावा यहां पर शुद्ध प्राकृतिक फल-सब्जियों के ताजा रस व आर्गेनिक आहार किफायती कीमत पर उपलब्ध रहेंगे।

Advertisement