करनाल जश हत्याकांड में आरोपित सास-बहू एक दिन के रिमांड पर, पुलिस ने कराई शव फेंकने की निशानदेही

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इंद्री (करनाल)। जश हत्याकांड के चलते पुलिस द्वारा गिरफ्तार की गई आरोपित धनवंती व इसकी सास सोरन्दे को भी वीरवार को अदालत में पेश किया गया, जहां से उन्हें एक दिन के रिमांड पर लिया गया है। ये दोनों आरोपित रिश्ते में जश की ताई व दादी लगती हैं जबकि हत्या की आरोपित पड़ोस में ही रहने वाली उसकी चाची अंजलि दो दिन के रिमांड पर है। अब तीनाें को शुक्रवार को अदालत में फिर पेश किया जाएगा

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जश का शव छत पर फेंका

पुलिस का कहना है कि इन आरोपित महिलाओं से आमने-सामने बैठाकर पूछताछ की जाएगी, ताकि मामला पूरी तरह से स्पष्ट हो सके। सीआईए-टू के इंचार्ज मोहन लाल के  नेतृत्व में टीमें आरोपित सास-बहु को लेकर दोपहर करीब एक बजकर 50 मिनट पर अदालत में पहुंची और करीब दस मिनट बाद ही उन्हें अदालत से बाहर लाया गया। पुलिस के अनुसार सबूत मिटाने के लिए इन आरोपित महिलाओं द्वारा जश के शव को दूसरी छत पर फेंका गया।

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सीआइडी सीरियल देखती थी चाची

मोहनलाल ने बताया कि मामले में काफी चीजें हैं, जोकि दोनों को बैठाकर क्लेरिफाई करना हैं ताकि कोई ओर नया साक्ष्य सामने आता है तो उस पर भी कार्रवाई की जा सके। उन्होंने कहा कि हमारे साइबर सैल ने आरोपित अंजलि के मोबाइल को खंगाला है, जो एनालाइज किया है उसमें आरोपित अंजलि होऊ टू कोमिड सुसाइड वगैरा से संबंधित चीजें देखती थी और सीआइडी सीरियल भी देखती थी। उन्होंने बताया कि इसके साइको के लिए हम पता लगा है कि इसकी दवाइयां काफी समय से चल रही हैं। पहले सदभावना से दवाई चल रही थी जोकि एक मनोरोग विशेषज्ञ हैं। वहां से भी इसकी दो ढाई साल दवाई चली। उसके बाद इसने बताया कि फिर पानीपत से दवाई चल रही हैं और वहां चिकित्सक से भी इस संबंध में रिकार्ड जुटाया गया।

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साइकलोजिकल टैस्ट के लिए बोर्ड गठित

ओपीनियन लेने के बाद हमने कल्पना चावला मेडिकल कालेज में तीन मनोरोग विशेषज्ञों का बोर्ड गठित करवा लिया था और इन तीन डाक्टरों के बोर्ड ने भी इसकी प्राथमिक जांच की है, इन्होंने इसका साइकलोजिकल टैस्ट करवाने के लिए बोला है और एक दिन पहले साइकलोजिकल टैस्ट करवाने के लिए भी बोर्ड गठित करवा लिया था। यह टैस्ट करवाने के बाद दोबारा आरोपित अंजलि को मनोरोग विशेषज्ञों के बोर्ड के आगे पेश करेंगे और फिर फाइनल ओपिनियन चिकित्कस बताएंगे।

एफएसएल से कुछ रिपोर्टस आना बाकी

अभी तक की तफ्तीश में यही सामने आया है कि आरोपित अंजलि ने शव आरोपित सास-बहु की छत पर फेंक दिया था और अपनी छत से सबूत मिटाने के लिए इन आरोपितों द्वारा दूसरी छत पर शव फेंक दिया गया। उन्होंने कहा कि जो बोर्ड गठित करवा रखे हैं और एफएसएल से कुछ रिपोर्टस आना बाकी है वो सारी चीजें आने के बाद सब कुछ बता देंगे। दोनों बोर्ड इसलिए ही गठित किए गए हैं ताकि पाता चले कि आरोपित महिला का क्या मोटिव था, बच्चे को क्यों मारा गया व किस दश में मारा है? ये सारी चीजें सामने आ सकें।

रिमांड पर लेते ही घर ले जाकर कराई निशानदेही

पुलिस ने आरोपित सास बहू को अदालत में पेश करने के बाद एक दिन के रिमांड पर ले लिया। इसके बाद पुलिस उन्हें गांव में घर पर लेकर पहुंची और निशानदेही कराई कि आखिर किस स्थिति में शव उनकी छत पर पड़ा मिला था और कैसे उन्होंने पड़ोस की दूसरी छत पर फेंका था।

पीड़ित व आरोपित एक ही कुनबे से

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जश के पिता रामफल तीन चार महीने पहले अमेरिका चले गए थे और जश अपनी मां, सगे चाचा अमन व दादा धर्मपाल आदि परिवार के साथ रहता था और आरोपित अंजलि इनके कुनबे से संबंधित है, जो रिश्ते में जश की चाची लगती है और जिस सास-बहु को वीरवार को कोर्ट में पेश किया गया, ये दोनों भी रिश्ते में जश की दादी व ताई लगती हैं।

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