महाराष्ट्र 56 गोल्ड लेकर चैंपियन, 41 गोल्ड के साथ हरियाणा दूसरे नंबर पर
मध्य प्रदेश में चल रहे खेलो इंडिया यूथ गेम्स के चौथे संस्करण का शनिवार को समापन हो गया। 56 गोल्ड समेत 161 मेडल के साथ महाराष्ट्र तीसरी बार ओवरऑल चैंपियन बना। 2022 के मुकाबले महाराष्ट्र ने 11 गोल्ड समेत 36 मेडल ज्यादा जीते हैं। वहीं, अपनी मेजबानी में खेलो इंडिया के तीसरे संस्करण का बादशाह बने हरियाणा के खिलाड़ी अपने रुतबे के मुताबिक खेल नहीं दिखा सके। 41 गोल्ड समेत 128 पदकों के साथ हरियाणा दूसरे नंबर पर रहा। जबकि पंजाब पिछले साल से एक पायदान नीचे आया है। पंजाब की रैंकिंग 10वें स्थान पर रही।
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2022 में हरियाणा ने 52 गोल्ड समेत 137 मेडल जीते थे। यानी हरियाणा को 11 गोल्ड कम मिले हैं। कुल पदकों की संख्या भी 9 कम है। हरियाणा ने 19 गेम्स में पदक जीते। इनमें से 13 गेम्स में गोल्ड मेडल मिले हैं। जबकि 2022 में 21 गेम्स में पदक जीते थे। इनमें 15 में गोल्ड थे। इस बार कुश्ती में 7 व बॉक्सिंग में 2 गोल्ड मेडल घटे हैं। स्विमिंग के 4, जूडो के 3, गतका, योगासन हॉकी का 1-1 गोल्ड कम हो गया। इन खेलों में इस बार एक भी गाेल्ड नहीं मिला। वेट लिफ्टिंग में 4 की जगह 2 गोल्ड रह गए।
प्रदर्शन गिरने के कारण: छोटा दल व श्रेष्ठ चयन की कमी
पंजाब की रैंकिंग भी एक पायदान नीचे खिसकी, गतका में ज्यादा मेडल मिले
पंजाब का प्रदर्शन पिछले गेम्स की तरह ही रहा, लेकिन टीम को एक रैंकिंग का नुकसान उठाना पड़ा। पंचकूला-2022 गेम्स में पंजाब टीम 9वें स्थान पर रही थी। टीम ने तब 11 गोल्ड के साथ 15 सिल्वर और 16 ब्रॉन्ज मेडल जीते थे। इस बार पंजाब ने गोल्ड 11 ही जीते। सिल्वर 7 ही रह गए। 15 ब्रॉन्ज के साथ पंजाब 10वें स्थान पर रहा। पंजाब को गतका ने सबसे ज्यादा 3 गोल्ड और दो ब्रॉन्ज दिलाए। बास्केटबॉल, बॉक्सिंग, जूडो, फेंसिंग रोइंग, स्विमिंग, वेटलिफ्टिंग और रेसलिंग ने भी गोल्ड दिलाया। एथलेटिक्स में 1 सिल्वर और 2 ब्रॉन्ज मिले, जबकि हॉकी में ब्रॉन्ज ही मिला। जूडो में भी पंजाब के हाथ निराशा ही लगी।
समीक्षा रिपोर्ट मांगी: खिलाड़ियों के प्रदर्शन को लेकर उच्च अधिकारियों ने खेल प्रमुखों से रिपोर्ट तलब की है। इसमें हरियाणा किन खेलों में पिछड़ा, क्यों पिछड़ा और किन खेलों में हरियाणा का प्रदर्शन बेहतर रहा। अगले सप्ताह समीक्षा बैठक होगी। इसमें आगामी योजना भी बनाई जाएगी।
एथलेटिक्स की नर्सरी से मिला गोल्ड
फतेहाबाद में खेल एथलेटिक्स की खेल नर्सरी मिली तो इसका रिजल्ट यह रहा कि नर्सरी की 2 लड़कियों ने पदक जीते। जेवलिन थ्रो में दीपिका ने नया नेशनल रिकाॅर्ड बनाते गोल्ड मेडल जीता तो सपना ने ब्रॉन्ज मेडल जीता। कोच हनुमान सिंह ने बताया कि पहले 10 लड़कियां थीं, अब सुविधाओं को देखते हुए 25 लड़कियों को मौका मिल रहा है। हैमर थ्रो में भी गोल्ड मिला है। एथलेटिक्स में इस बार एक गोल्ड मेडल ज्यादा मिला है।
पहली बार साइकिलिंग में 4 गोल्ड
साइकिलिंग में पहली बार 4 गोल्ड मिले। कोच ओंकार सिंह ने बताया कि अभ्यास के लिए पहली बार 6 साइकिल व नर्सरी आवंटित हुई। रोइंग, तलवारबाजी, थांग-ता में भी गोल्ड मिला। पिछली बार से साइकिलिंग में 2, शूटिंग, कबड्डी, एथलेटिक्स, बैडमिंटन में 1-1 गोल्ड बढ़ा। बॉक्सिंग, कबड्डी, बैडमिंटन, तीरंदाजी (महिला) वालीबाॅल (पुरुष) में प्रदेश चैंपियन रहा। 2022 में प्रदेश बॉक्सिंग, कुश्ती, शूटिंग में चैंपनियन रहा था।
हरियाणा का प्रदर्शन गिरा क्योंकि…
- सबसे बड़ी निराशा कुश्ती में मिली। 16 से घटकर 9 गोल्ड रह गए। कुश्ती विशेषज्ञों के मुताबिक, इस बार हरियाणा के श्रेष्ठतम पहलवान चुने ही नहीं गए। कुश्ती संघ व पहलवानों के बीच विवाद का असर चयन प्रक्रिया पर पड़ा।
- कई खेलों में लंबे कैंप नहीं लगे।
- हॉकी में नेहरू कप में मध्य प्रदेश की टीम को 6-0 से हराया, लेकिन खेलो इंडिया में इस बार खिलाड़ी गोल ही नहीं कर पाए। झारखंड जैसी टीम के खिलाफ भी ड्राॅ खेला।
- गतका, मलखम्म, योगासन, तैराकी जैसे खेलों को संजीदगी से नहीं लिया गया। {इस बार हरियाणा का 468 खिलाड़ियों का दल था। जबकि जून 2022 में अपनी मेजबानी में हरियाणा के 528 खिलाड़ियों ने खेलो इंडिया यूथ गेम्स में भाग लिया था।
तैयारी: तीन नए खेलों में निवेश करेगा हरियाणा
हरियाणा खेल निदेशक पंकज नैन ने बताया कि तीन और खेलों में निवेश करने का फैसला किया है। इसके तहत हरियाणा जिम्नास्टिक, वाटर स्पोर्ट्स और तैराकी में सेंटर ऑफ एक्सीलेंस खोलेगा। साइकिलिंग की नर्सरी को अब रिहायशी में तब्दील किया जाएगा। इसके अतिरिक्त एथलेटिक्स में जहां नर्सरी चल रही हैं, वहां निरीक्षण कर व्यवस्थाओं में सुधार किया जाएगा।