करनाल पुलिस ने जाणी गांव की नहर में एक दिन पहले मिली युवक की डेडबॉडी से जुड़े केस को सॉल्व करने का दावा किया है। मरने वाले की शिनाख्त धर्मबीर के रूप में हुई थी जो तरावड़ी का रहने वाला था। पुलिस के अनुसार, धर्मबीर की हत्या उसकी पत्नी के प्रेमी ने की। उसने प्यार में रुकावट बन रहे धर्मबीर को पहले सुनियोजित तरीके से मारा और फिर बॉडी नहर में फेंक दी। पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर लिया।
31 जुलाई से लापता धर्मबीर की की बॉडी नग्न अवस्था में 4 अगस्त को करनाल में जाणी गांव के पास नहर से मिली थी। उसकी गर्दन, दोनों हाथ और पांव कपड़े से बंधे हुए थे। करनाल के एसपी गंगाराम पूनिया ने इस ब्लाइंड मर्डर की जांच सीआईए-टू को सौंपी थी। सीआईए-टू के इंचार्ज मोहनलाल के अनुसार, पुलिस ने धर्मबीर की हत्या के आरोप में शुक्रवार को सोनू धीमान को जुंडला से गिरफ्तार किया।
पुलिस के अनुसार, केस की जांच और आरोपी से पूछताछ में खुलासा हुआ कि सोनू का मृतक धर्मबीर की पत्नी से प्रेम प्रसंग था। इसका पता धर्मबीर को चल गया था। इसी वजह से सोनू उसे रास्ते से हटाना चाहता था। सोनू धीमान करनाल में मोतीनगर की गली नंबर दो का रहने वाला है।
पुलिस जांच में यह भी पता चला कि सोनू धर्मबीर की आर्थिक मदद करता रहता था और उसी सिलसिले में उसकी पत्नी के संपर्क में आया। उसके बाद दोनों एक-दूसरे के करीब आ गए।
आर्थिक मदद के बहाने बुलाया धर्मबीर को
पुलिस के अनुसार, सोनू करनाल की CHD सिटी में कमरा किराए पर लेकर रहता है। उसने 31 जुलाई को पैसे देने के बहाने धर्मबीर को बुलाया और अपने साथ ले गया। कमरे पर पहुंचने के बाद सोनू ने सोची-समझी प्लानिंग के तहत कोल्डड्रिंक में नींद की गोलियां मिलाकर धर्मबीर को पिला दी। जब धर्मबीर बेहोश हो गया तो सोनू ने कपड़े से गला दबाकर उसकी हत्या कर दी।
शव बाइक पर रखकर ले गया नहर तक
सीआईए-टू के इंचार्ज मोहनलाल ने बताया कि धर्मबीर की हत्या करने के बाद सोनू उसकी बॉडी बाइक पर रखकर नहर पर ले गया और पानी में फेंक दी। इससे पहले सोनू ने कपड़े से धर्मबीर के दोनों हाथ, पांव और गर्दन बांध दी ताकि बाइक पर बॉडी ज्यादा हिले-डुले नहीं।
सोनू ने धर्मबीर की पहचान छिपाने के लिए उसका सारा सामान, कपड़े और मोबाइल फोन वगैरह भी नहर में फेंक दिए। प्रारम्भिक जांच में खुलासा हुआ कि धर्मबीर की पत्नी को इस वारदात के बारे में सोनू ने कुछ भी नहीं बताया था।