हरियाणा के हिसार में कर्मचारियों ने मंगलवार को लघु सचिवालय के बाहर धरना देकर जोरदार प्रदर्शन किया। कर्मचारियों की मांग है कि आंदोलनरत कर्मचारी नेताओं और शिक्षकों के विरुद्ध की गई उत्पीड़न की कार्रवाई को रद्द किया जाए और विभागीय संगठनों की समस्याओं, मांगों पर कार्रवाई की जाए। धरने की अध्यक्षता सर्व कर्मचारी संघ के जिला प्रधान सुरेंद्र यादव ने की, जबकि मंच का संचालन जिला सचिव राजेश बागड़ी ने किया।
कर्मचारियों ने प्रदर्शन के बाद डीसी को सीएम के नाम ज्ञापन सौंपा। यूनियन ने चेतावनी कि यदि सरकार ने उनकी मांगों पर सुनवाई नहीं की तो सभी यूनियन आदमपुर उप चुनाव में सरकार की नीतियों के खिलाफ प्रचार पर उतर आएंगी।सरकार ने यूनियनों के साथ वार्ता से मांगों, समस्याओं का समाधान नहीं किया तो बड़े आंदोलन की घोषणा की जाएगी।
रिटायर्ड कर्मचारी संघ के राज्य कोषाध्यक्ष मनोहर लाल और राज्य उप महासचिव बिजेंद्र जांगड़ा वीएलडीए ने कहा कि सरकार के मुख्य सचिव द्वारा 11 जनवरी 2016 को सभी विभागों के अध्यक्षों को लिखित में निर्देश दिए कि सर्व कर्मचारी संघ से संबंधित विभागीय संगठनों के साथ हर 3 मास में बैठक कर विभागीय समस्याओं का समाधान किया जाएगा। परंतु आदेशों के बावजूद विभागों के अध्यक्ष व सरकार द्वारा अनदेखी की जा रही है।
तमाम विभागों के कर्मचारी आंदोलनरत है। विभाग अध्यक्ष और सरकार किसी भी प्रकार से कर्मचारियों की मांगों का समाधान करना दूर बल्कि आंदोलनरत डिप्लोमा वेटनरी एसोसिएशन के राज्य प्रधान व कर्मचारियों को निलंबन करना शुरू कर दिया है। सरकार के खिलाफ आवाज उठाने वाले कर्मचारी शिक्षक नेता पर राजद्रोह के मुकदमे दर्ज करते हुए निलंबित किया जा रहा है।
आल हरियाणा पावर कॉर्पोरेशन वर्कर यूनियन लगातार पांच माह से आंदोलन कर रही है व बिजली मंत्री के पुतले दहन कर रहे हैं व सरकार की नीतियों के खिलाफ 22 नवंबर को हड़ताल करेंगे। नगरपालिका संघ हरियाणा भी 19-20 अक्टूबर को मांगों को लागू करवाने के लिए राज्य स्तरीय हड़ताल कर रहे हैं। नई शिक्षा नीति के खिलाफ स्कूल बंद किए जा रहे हैं वहां पर बच्चों के साथ पैरेंट्स भी प्रदर्शन कर रहे हैं।