आजादी की वर्षगांठ से एक दिन पहले शहर में हुई महिला समेत दो हत्याओं ने लोगों को हिलाकर रख दिया। धाैज थानाक्षेत्र के पाखल गांव की इंदिरा कॉलोनी में पति ने घर में सो रही पत्नी रेशमा की गला दबाकर हत्या कर दी और फरार हो गए। हत्या कारण आपसी अनबन बताया जा रहा है। वहीं दूसरी ओर जमीन विवाद के चलते खेड़ीपुल थानाक्षेत्र के जीवन नगर में चचेरे भाई ने साथियों के साथ मिलकर भाई नरेश का सिर फोड़ मारडाला। घटना से आरोपी फरार है। पुलिस ने शवों को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भ्ेज दिया और आरोपियों के खिलाफ केस दर्ज कर लिया है। हत्यारों का अभी कोई सुराग नहीं लगा है। क्राइम ब्रांच की टीमें आरोपियों की तलाश में जुटी हैं।
नहीं करता था कोई काम धंधा, रहती थी अनबन
मृतका के चचेरे भाई साबिद ने पुलिस को दी शिकायत में कहा है कि उसका बहनोई फारूख गौतमबुद्ध नगर यूपी के खंगोड़ा गांव में अपने परिवार के साथ रहता है। 14 साल पहले रेशमा की शादी हुई थी। तीन बच्चे भी हैं। उन्हांेने बताया कि फारूख कोई काम धंधा या नौकरी नहीं कर रहा था। रेशमा उसे नौकरी के लिए कहती थी, लेकिन वह काम करने को तैयार नहीं था। इसी बात काे लेकर दोनों में अक्सर झगड़े भी होते रहते थे। करीब एक माह पहले रेशमा अपने तीन बच्चों काे लेकर मायके में आ गई।
बच्चों को घर छोड़ा फिर रात में आकर कर दी हत्या
भाई ने बताया कि आरोपी पति फारुख 12 अगस्त को इंदिरा कॉलोनी आकर अपने तीनों बच्चों को लेकर अपने गांव छोड़ने यूपी चला गया। उसी दिन रात के समय करीब 12:30 बजे दोबार इंदिरा नगर पहुंच गया। घर का दरवाजा बंद होने के कारण फारूख पड़ोसी की दीवार फांद कर अंदर पहुंच गया। कमरे में सो रही पत्नी रेशमा की दुपट्टे से गला दबाकर हत्या कर दी। दूसरे कमरे में उसका छोटा भाई इरशाद भी सो रहा था, लेकिन उसे भनक तक नहीं लगी। मृतका रेशमा की मां झारखंड अपने मायके गई हुई है। पड़ोस के घर में लगे सीसीटीवी फुटेज की जांच में हत्याकांड को अंजाम देने वाले फारूख के बारे में पुलिस को जानकारी मिली। जांच क्राइम ब्रांच डीएलएफ कर रही है।
सौ गज जमीन के विवाद में चचेरे भाई ने उतार दिया मौत के घाट
100 गज जमीन विवाद में चचेरे भाई की हत्या
मूलरूप से यूपी अलीगढ़ के गांव धरमपुर निवासी गुलशन ने पुलिस को दी शिकायत में कहा है कि उसके पिताजी हर तीन भाई हैं। मेरे पिता सबसे बडे़ फिर चाचा मुकेश व चाचा नरेश(30) हैं। वह पेन्ट का काम करते थे। परिवार में ही पूरण पुत्र जगदीश भी रिश्ते में चाचा लगते हैं। चाचा नरेश व पूरण का आपस में किशन मजदूर काॅलोनी झुग्गी बाई पास सेक्टर 29 पुल के पास एक 100 गज के प्लाट को लेकर पिछले काफी समय से विवाद था।
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भतीजे के यहां से लौटते वक्त वारदात को दिया अंजाम
शनिवार की रात मृतक नरेश अपने भतीजे गुलशन से मिलने गढ्ढा कॉलोनी नियर गांव मवई साइकिल से गया था। नरेश, भतीजे गुलशन से मिलकर लौट रहा था, तभी रास्ते में पुराने वजीरपुर रोड पर हमलावरों ने लोहे के रॉड व डंडों से ताबड़तोड़ हमला कर घायल कर दिया और उसे उठाकर खाली पड़े पानी वाले प्लाट में फेंक दिया। रात करीब 12 बजे गुलशन को फिरोज नामक व्यक्ति ने फोन पर बताया कि नरेश जिस गली में जीवन नगर में किराये पर रहते थे उस गली में नरेश बेसुध हालत में पडे़ हुए हैं। सूचना पर जब गुलशन वहां पहुंचे तो देखा कि चचेरा चाचा पूरण, इसके दोस्त नितिश, सुभाष व एक और लड़का गली में से भागते हुए निकले और बोले तेरे चाचा नरेश का काम कर दिया है। उसे उठा ले जा। गली में आगे की तरफ गया तो देखा कि एक खाली प्लॉट में पानी भरा हुआ है, जिसमें नरेश पडे़ हुए हैं । नरेश कि गर्दन में बाई तरफ गहरा घाव का निशान व माथे पर भी काफी गहरा घाव का निशान थे और खून निकल कर पानी में फैला हुआ था। सूचना पर पुलिस पहुंची और शव को लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। खेड़ीपुल पुलिस का कहना है कि केस दर्ज कर आरोपियों की तलाश की जा रही है।
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