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एस• के• मित्तल
सफीदों, नगर की नहर पटरी स्थित श्री गणेश विकलांग गौशाला की जमीन पर बढ़ रहे अतिक्रमण को लेकर गौभक्तों ने रोष प्रकट किया। रोष प्रकट करते हुए इस गौशाला के प्रधान बिजेंद्र सैनी एवं गौसेवा दल के प्रधान नीटू धीमान ने पत्रकारों को बताया कि नगर पालिका द्वारा श्री गणेश विकलांग गौशाला को 2 एकड़ जमीन 20 अगस्त 2016 को अलॉट की गई है।
इस गौशाला का शिलान्यास वर्ष 2017 में तात्कालीन गौसेवा आयोग के चेयरमैन भानी राम मंगला के द्वारा किया गया था। इस जमीन के साथ लगती बस्ती के लोगों ने इस जमीन पर अतिक्रमण करना शुरू कर दिया है और धीरे-धीरे अतिक्रमण की तादाद बढ़ती चली जा रही है। कुछ लोगों ने इस जमीन पर स्थाई बाड़े बना लिए गए हैं और बिटोड़े लगाकर जमीन पर कब्जा कर लिया गया है। इस जमीन कब्जा किए हुए लोगों को बिजली महकमे के द्वारा बिजली के मीटर भी अलॉट किए जा रहे हैं। उन्होंने बताया कि सरकार द्वारा दी गई इस 2 एकड़ जमीन के एक हिस्से में गौशाला के द्वारा मृत गौवंश को दफनाने की व्यवस्था की हुई है। जब किसी मृत गौवंश को इसमें दफनाने के लिए गड्ढा खोदते हैं तो ये अवैध कब्जाधारी लोग गौभक्तों के साथ झगड़ा करते हैं।
उन्होंने कहा कि पिछले साढ़े 6 सालों में इस गौशाला में ग्रांट के नाम पर केवल 3 लाख की ही ग्रांट आई है जबकि यह गौशाला 40 किलोमीटर के क्षेत्र में विभिन्न प्रकार की दुर्घटना में घायल गोवंश को यहां पर लाकर उसका इलाज करते हैं। गौवंश के इलाज में काफी खर्च आता है। सरकार के द्वारा दी गई 3 लाख रूपए की ग्रांट ऊंट के मुंह में जीरे के समान है। उन्होंने बताया कि वे प्रशासन व नगरपालिका से इस समस्या को लेकर गुहार लगा चुके हैं लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई है। उन्होंने प्रशासन से मांग की कि वह इस मामले का संज्ञान लेकर यहां से अवैध कब्जाधारियों को हटाएं तथा यहां पर गौवंश की सेवा के लिए ग्रांट उपलब्ध करवाएं।
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