सौदा प्रमुख गुरमीत राम रहीम का शाही परिवार इन दिनों संकट में है। बाबा के परिवार के नाम पर चल रहे एक सोशल मीडिया एकाउंट पर एक पत्र डाला गया है, जिसमें परिवार द्वारा उनके नाम पर परमार्थ इक्ट्ठा करने की बात लिखी गई है। परिवार ने स्पष्टीकरण देते हुए लिखा है कि हमने कभी परमार्थ इक्ट्ठा करने के लिए नहीं कहा। बता दें कि परमार्थ का अर्थ डेरे में पैसों से है। किसी की पैसों से मदद या दान स्वरूप दी गई राशि को परमार्थ का नाम दिया गया है।
जेफ बेजोस की ब्लू ओरिजिन ने पांचवीं अंतरिक्ष पर्यटन उड़ान में छह लोगों को अंतरिक्ष में उतारा
इस पत्र को डेरा प्रमुख की बेटी अमरप्रीत और चरणप्रीत इंसां ने भी रि-ट्वीट किया है। यह पत्र सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। पत्र की भाषा से स्पष्ट हो रहा है कि डेरे में उनके नाम पर प्रेमियों से धन इक्ट्ठा किया जा रहा है। राम रहीम का परिवार विदेश में सेटल होने जा रहा है, क्योंकि परिवार और डेरा प्रबंधन के बीच काफी समय से कड़वाहट चल रही है।
परिवार द्वारा जारी पत्र
यह लिखा गया है पत्र में
पत्र में लिखा गया है कि हमारा नाम लेकर लोगों से परमार्थ इक्ट्ठा किया जा रहा है, जबकि हमने कभी भी किसी को भी परमार्थ इक्ट्ठा करने के लिए नहीं कहा। आप ऐसे लोगों से बचकर रहे। अगर किसी ने हमारा नाम लेकर परमार्थ मांगा है या हमारे नाम से परमार्थ ले लिया है तो उस व्यक्ति की पूरी डिटेल व अपनी डिटेल मैसेज कीजिए, जिसकी जांच करके आपसे संपर्क करेंगे। कुछ शरारती लोग अपने स्वार्थ के लिए गुप्त मीटिंग करके हमारे बारे में गलत प्रचार कर रहे हैं। लोगों को गुमराह कर रहे हैं। हमारी छवि खराब कर रहे हैं।
ऐसा करने वालों की आपके पास जानकारी है तो हमें मैसेज करें, ताकि उन उनके खिलाफ कानूनी कारवाई कर सकें। सुनने में यह भी आया है कि हमारे बारे में कहा जा रहा है कि हमने विदेशों में कारोबार व घर व्यवस्थित कर रखे हैं, जो सरासर झूठ हैं। इसमें रत्ती भर भी सच्चाई नहीं है। हमें पता है कि अब यह शरारती लोग अपने स्वार्थ पूर्ति के लिए पूरे प्रयास करेंगे। आप यह संदेश सब तक पहुंचाएं और हमें इस कठिन समय में आपके सहयोग की जरूरत है। पत्र के अंत में माता नसीब कौर इंसां, जसमीत सिंह इंसां, चरणप्रीत इंसां, अमरप्रीत इंसां का नाम लिखा है।
डेरा प्रमुख की बेटी विदेश जाने से पहले परिवार को मिलते हुए।
परिवार और प्रबंधन में चल रहा विवाद
डेरा प्रमुख के परिवार और डेरा प्रबंधन के रिश्तों में तल्खियां हैं। डेरा प्रमुख की बेटी अमरप्रीत अपने परिवार के साथ विदेश जा चुकी है। जब वह विदेश गई थी, उसे मिलने डेरा प्रबंधन के सदस्य भी नहीं आए। उसने ट्वीट करके अपना दर्द भी बयां किया था कि उन्हें परिवार छोड़ने के लिए मजबूर किया गया। पिछले दिनों नौंवी चिट़्ठी में डेरा प्रमुख ने सांध संगत के नाम संदेश देकर विवादों को विराम देने का प्रयास किया था। डेरा प्रमुख ने चिट्ठी में पहली बार अपने परिवार के सदस्यों के नाम लिए हैं। साथ ही जिक्र किया कि सभी लोग उन्हें लेने आएं।
पत्र के माध्यम से डेरा प्रेमियों को संदेश देते हुए डेरा प्रमुख ने लिखा कि हमारे सारे सेवादार, एडमिन ब्लॉक सेवादार, जसमीत, चरणप्रीत, हनीप्रीत, अमरप्रीत सब एक हैं और हमारे वचनों पर चलते हैं। चारों हमें रोहतक इकट्ठे छोड़ने आए और वापस भी चारों इकट्ठे गए। जसमीत, चरणप्रीत और अमरप्रीत ने हमसे आज्ञा ली है कि ‘उच्च शिक्षा’ प्राप्ति के लिए वे अपने बच्चों के साथ उन्हें पढ़ाने विदेश जाएंगे। इसलिए प्यारी साध-संगत जी आपने किसी के भी बहकावे में नहीं आना है। बतां दे कि राम रहीम रोहतक सुनारिया जेल में सजा काट रहा है।
.
सफीदों नगर पालिका चेयरमैन पद पर नामांकन से पूर्व चेयरमैन अरुणा जैन के पति राकेश जैन ने क्या कहा… देखिए लाइव…
.