भोपाल में छाया करनाल का गोल्डन ब्वॉय: अनीश ने नेशनल चैंपियनशिप में जीते 4 गोल्ड, माता पिता व कोच को दिया जीत का श्रेय

हरियाणा के जिले करनाल के गोल्डन ब्वॉय शूटर अनीश भनवाला ने एक बार फिर नेशनल गेम्स में 4 गोल्ड जीत कर करनाल व हरियाणा का नाम रोशन किया है। बता दें कि बीती 20 नवंबर से अनीश भोपाल में आयोजित इस 65वीं नेशनल शूटिंग प्रतियोगिता में हिस्सा लेने के लिए गए थे। 9 दिसंबर को 25 मीटर फायर पिस्टल प्रतियोगिता का फाइनल मुकाबला था। जिसमें अनीश ने दो गोल्ड मेडल सीनियर इवेंट में तो 2 गोल्ड मेडल जूनियर इवेंट में झटक कर एक बार फिर करनाल का नाम रोशन किया। इस जीत से गदगद अनीश ने अपनी परफॉर्मेंस के लिए अपने माता पिता व प्रशिक्षकों को श्रेय दिया।

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प्रतियोगिता में जीत के बाद अनीश को गोल्ड पहनाते हुए।

प्रतियोगिता में जीत के बाद अनीश को गोल्ड पहनाते हुए।

देश भर के करीब 170 खिलाड़ियों ने लिया था हिस्सा

जानकारी देते हुए अनीश ने बताया कि भोपाल में आयोजित इस 25 मीटर रैपिड फायर पिस्टल प्रतियोगिता में देशभर के करीब 170 खिलाड़ियों ने हिस्सा लिया। इस चैम्पियनशिप में उसने जूनियर और सीनियर दोनों इवेंटस में टीम व अकेले हिस्सा लिया था। जिसमें उसने चारों इवेंटस में चार गोल्ड हासिल किए है।

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पांच बार जूनियर में तो दो बार सीनियर में रह चुका चैम्पियन

अनीश ने बताया कि पिछले साल हुई जूनियर की चार प्रतियोगिताओं व नेशनल चुका है और इस वर्ष जूनियर में पांचवी बार वह चैम्पियन बने है। इसी प्रकार अब तक उसने सीनियर इवेंट्स भी दो प्रतियोगिताओं में हिस्सा लिया। दोनों में अब तक चैम्पियन रह चुके है। उन्होंने कहा कि अब वह जूनियर प्रतियोगिता में हिस्सा नहीं ले सकता क्योंकि इस चैम्पियनशिप में जूनियर का उनका आखिरी इवेंट था। अब वह 21 साल के हो चुके है तो अब सीनियर प्रतियोगिताओं में हिस्सा ले सकेंगें। उन्होंने कहा कि अब उनका अगला लक्ष्य ओलिंपिक में गोल्ड मेडल लाकर देश का नाम रोशन करने का है।

सात पर बार चैंपियन रहने का चिंह दिखाता अनीश।

सात पर बार चैंपियन रहने का चिंह दिखाता अनीश।

अपना ही नेशनल रिकॉर्ड को किया ब्रेक

बता दें अनीश ने 2019 में न्यू दिल्ली में आयोजित ISSF चैम्पियनशिप में 588/600 स्कोर बना कर नेशनल रिकॉर्ड बनाया था। वीरवार को अनीश ने भोपाल में आयोजित इस प्रतियोगिता के दूसरे राउंड में अपना ही रिकॉर्ड ब्रेक 590/600 का स्कोर बनाकर दोबारा नेशनल रिकॉर्ड बनाया है।

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गोल्ड जीतने का रहता है लक्ष्य

शूटर अनीश भनवाला के पिता जगपाल के अनुसार राष्ट्रीय व अंतरराष्ट्रीय स्तर के मुकाबलों में अनीश का केवल और केवल गोल्ड जीतने का लक्ष्य रहता है। इससे पहले 18 मई 2022 में जूनियर विश्व कप के दौरान अनीश ने भारत के नाम गोल्ड जीत कर हरियाणा की शान बढ़ाई थी। जर्मनी के सुहल में 25 मीटर रैपिड फायर पिस्टल से टीम इवेंट में गोल्ड और मिक्स टीम इवेंट में सिल्वर मेडल जीत चुके हैं।वहीं जूनियर विश्व कप में जीत से पहले 25 फरवरी 2022 को अनीश ने मिस्र के कोहिरा में इंटरनेशनल शूटिंग स्पोर्ट्स विश्व चैम्पियनशिप के मुकाबलों में टीम और मिक्स इवेंट में गोल्ड जीता था। अक्टूबर 2021 में ISSF जूनियर विश्व चैम्पियनशिप में गोल्ड और ब्रॉन्ज मेडल जीत चुके हैं।

गोल्ड मेडल जीतन के बाद विजय चिंह बनाते अनीश भनवाला।

गोल्ड मेडल जीतन के बाद विजय चिंह बनाते अनीश भनवाला।

बच्चों को शूटिंग में कामयाब बनाने के लिए पिता ने छोड़ी वकालत

​​​​​​​बता दें कि अनीश का जन्म 26 सितंबर 2002 को सोनीपत के गांव भनवाला में हुआ था। उसके पिता जगपाल सिंह पेशे से वकील थे। बाद में उनके पिता अपने परिवार को लेकर करनाल के कर्ण विहार में रहने लगे। पिता ने अपने बेटे को शूटिंग में कामयाब बनाने के लिए वकालत तक छोड़ दी। उसके बाद जगमाल अपने बेटे अनीश व बेटी मुस्कान को शूटिंग में कामयाब करने में लग गए। मुस्कान ने भी अंतरराष्ट्रीय स्तर पर मेडल जीते हैं।

8 साल की उम्र से शूटिंग सीखना किया था शुरू

​​​​​​​भीम अवार्डी एवं गोल्डन बॉय अनीश भनवाला ने 8 साल की उम्र में शूटिंग सीखना शुरू की थी और फिर कभी पीछे मुड़कर नहीं देखा। 15 वर्ष की उम्र में राष्ट्रमंडल खेलों में स्वर्ण जीतने के बाद वह सुर्खियों में आए। उन्होंने ISSF जूनियर विश्व चैम्पियनशिप-2017 सुहल में दो स्वर्ण, दो रजत और एक कांस्य जीता। इसी वर्ष अगस्त माह में सुहलर कप शूटिंग प्रतियोगिता में दो कांस्य पदक जीते।

नेशनल रिकॉर्ड बनाकर बजाया काबिलियत का डंका

25 मीटर स्टैंडर्ड पिस्टल इवेंट में अनीश ने 599/600 स्कोर करके एक बार फिर नेशनल रिकॉर्ड बनाकर काबिलियत का डंका बजाया। साथ ही राष्ट्रमंडल खेल-2018 में 15 साल की उम्र में अनीश भारत के लिए स्वर्ण पदक जीतकर सबसे कम उम्र के भारतीय मेडल विजेता बन गए। अनीश ISSF विश्व चैम्पियनशिप-2018 सिडनी में आयोजित 25 मीटर जूनियर रैपिड शूटिंग में भी गोल्ड मेडल हासिल कर चुके हैं।

 

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