14 सितंबर 2020 को हुई थी गांव मलार के पूर्व सरपंच धर्मपाल सैनी की मृत्यु
एस• के• मित्तल
सफीदों, उपमंडल सफीदों के गांव मलार का एक युवक अपने पिता का मृत्यु प्रमाण पत्र प्राप्त करने के लिए पिछले 2 सालों से अस्पताल के धक्के खा रहा है लेकिन उसे लाख जतन करने के बाद भी यह प्रमाण पत्र प्राप्त नहीं हो रहा है। इस प्रमाण पत्र के बिना उसके व परिवार के कई काम अटके पड़े हैं।
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उपमंडल के गांव मलार के पूर्व सरपंच धर्मपाल सैनी (55) की मृत्यु गुरुग्राम के सत्यम मेडिकेयर अस्पताल अस्पताल में 14 सितंबर 2020 को हुई थी। मृतक के पुत्र कपिल सैनी ने यहां रविवार को बताया कि वह इस अस्पताल के चक्कर पिछले 2 साल से भी अधिक समय से काट रहा है अब तक अस्पताल प्रशासन ने उसके पिता का मृत्यु प्रमाण पत्र जारी नहीं कराया है। कपिल ने बताया कि इस अस्पताल के संचालक नरेंद्र भट्टी का कहना है कि तब वह इस अस्पताल का संचालक नहीं था और तत्कालीन अस्पताल प्रशासन ने उसके पिता की मौत का इंद्राज ना करके रिकॉर्ड में डिस्चार्ज दिखाया हुआ है
जबकि उस समय अस्पताल के प्रबंधकों में शामिल पारस का कहना है कि उसने इस मौत की डेथ समरी बनाकर सरल पोर्टल पर मृत्यु प्रमाण पत्र बनवाने के लिए अपलोड कर दी थी। कपिल ने बताया कि बीच में उसे एक प्रमाण पत्र उसे व्हाट्सएप पर भेजा गया जिसके बार कोड को स्कैन किया गया तो वह किसी सुंदर लाल वशिष्ठ का मृत्यु प्रमाण पत्र निकला जो 19 सितंबर को स्वर्गवास हुआ था। कपिल ने अब इसकी शिकायत स्वास्थ्य मंत्री, स्वास्थ्य महानिदेशक व गुरुग्राम के मुख्य चिकित्सा अधिकारी को की है।
उसका कहना है कि यदि 15 दिन के भीतर उसके शिकायत पर कार्रवाई नहीं की गई तो वह इस अस्पताल के प्रबंधकों व डॉक्टरों पर आपराधिक मामला दर्ज कराएगा। मृत्यु प्रमाण पत्र अब तक जारी नहीं हुआ है इसकी पुष्टि करते हुए रविवार को अस्पताल संचालक नरेंद्र भट्टी ने बताया कि धर्मपाल नाम के रोगी का उस दिन का रिकॉर्ड अस्पताल में उपलब्ध नहीं है तो मृत्यु प्रमाणपत्र कैसे बने