जिले में परमल धान की कटाई का काम लगभग अंतिम चरण में है। परमल धान की खरीद के लिए जिले में खरीद केंद्रों सहित बनाई गई 38 अनाज मंडियों में अब तक 7 लाख 8 हजार 748 मीट्रिक टन धान की खरीद हो चुकी है जो पिछले साल की कुल खरीद 6.67 लाख एमटी से 6 फीसदी अधिक है। अब तक जिले की मंडियों में खरीदी गई परमल धान की फसल का 70 फीसदी उठान हो चुका है। इसके अलावा खरीद एजेंसियां अब तक किसानों के खाते में 994 करोड़ रुपये जारी कर चुकी हैं। यहां बता दें कि जिले में अभी अगले एक सप्ताह तक परमल धान की आवक रहेगी क्योंकि इस समय किसान पछेती फसल की कटाई कर रहे हैं।
मुच्छल 1121 की कटाई भी शुरू
इस समय जिले के रतिया, फतेहाबाद इलाके में मुच्छल धान की कटाई जोर पकड़ चुकी है तथा टोहाना, कुलां और जाखल इलाके में 1121 की कटाई भी अंतिम चरण में पहुंच चुकी है। माना जा रहा है कि इस बार जिले में धान का सीजन 10 नवंबर तक ही चलेगा।
पिछले साल के मुकाबले बढ़ी खरीद
इस बार जिले में पिछले साल से जल्दी सीजन शुरू हो गया था, विभाग के आंकड़ों के अनुसार 29 नवंबर तक जिले में पिछले साल 4.90 लाख मीट्रिक टन धान की खरीद की गई थी जबकि इस बाद अब तक जिले की अनाज मंडियों से 7.08 लाख एमटी धान की खरीद की जा चुकी है।
इस बार अच्छे मिल रहे भाव
मंडियों में किसानों को धान की भी किस्मों के भाव अच्छे मिल रहे हैं। मुच्छल और 1509 के भाव किसानों को साढ़े 3 हजार के आसपास मिल रहे हैं वहीं परमल धान भी इस बार न्यूनतम समर्थन मूल्य से अधिक बीका था जिसका फायदा किसानों को खूब हुआ है।
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जानिए…किस खरीद एजेंसी ने खरीदा कितना गेहूं, कितनी जारी की पेमेंट
फूड सप्लाई: इस खरीद एजेंसी को इस बाद जिले में 30 राइस शैलर अलॉट किए गए हैं। एजेंसी ने अब तक 1 लाख हजार 13 हजार 382 एमटी धान की खरीद की है जिसमें से 75316 एमटी का उठान हो चुका है तथा खरीद एजेंसी अब तक जिले के किसानों के खाते में 153.41 करोड़ रुपये जारी कर चुकी है।
हैफेड: खरीद एजेंसी को जिले में सबसे अधिक 108 मिल अलॉट किए गए हैं। हैफेड ने अब तक जिले में 3 लाख 25 हजार 310 एमटी धान की खरीद की है तथा इसमें से 2 लाख 40 हजार 593 एमटी का उठान किया जा चुका है। खरीद एजेंसी अब तक किसानों के खाते में 477.09 करोड़ रुपये का भुगतान कर चुकी है।
वेयर हाउस: वेयर हाउस को जिले में 97 राइस शैलर अलॉट किए गए हैं। इस खरीद एजेंसी ने अब तक जिले की मंडियों से कुल 2 लाख 70 हजार एमटी धान की खरीद की है तथा इसमें से 1 लाख 81 हजार एमटी फसल का उठान किया है। यह खरीद एजेंसी अब तक 363 करोड़ रुपये का भुगता कर चुकी है।
साथ-साथ जारी हो रही पेमेंट: जैन
अब तक परमल धान की 85 फीसदी आवक हो चुकी है, इस बाद लिफ्टिंग अच्छी होने से कहीं भी परेशानी नहीं आई है, खरीद एजेंसियां अब तक किसानों के खाते में 994 करोड़ रुपये जारी कर चुकी हैं। परमल धान की खरीद का काम अंतिम चरण में है। –विनीत जैन, डीएफएससी।