नेशनलिस्ट कांग्रेस पार्टी शरदचंद्र पवार के लिए चुनाव आयोग ने सिंबल अलॉट कर दिया है।
चुनाव आयोग ने नेशनलिस्ट कांग्रेस पार्टी शरदचंद्र पवार को नया चुनाव चिन्ह गुरुवार (22 फरवरी) को दे दिया है। चुनाव आयोग ने पार्टी को तुरहा बाजाता हुआ आदमी का चिन्ह पार्टी को अलॉट किया है। पार्टी लोकसभा चुनाव में इसी सिंबल पर चुनाव में उतरेगी। शरद पवार ने इसका स्वागत करते हुए कहा- यह हमारे लिए गर्व की बात है।
लोकसभा चुनाव के लिए भाजपा का कैंपेन एंथम रिलीज: 24 भाषाओं में जारी किया गया ‘फिर एक बार मोदी सरकार’
चुनाव आयोग ने 6 फरवरी को अजित गुट को असली NCP बताते हुए शरद पवार गुट को NCP शरदचंद्र पवार नाम दिया था। चुनाव चिह्न के लिए शरद पवार गुट ने तीन सिंबल चुनाव आयोग को प्रस्तावित किए थे। इनमें बरगद का पेड़, उगता हुआ सूरज और कप-प्लेट शामिल थे। बरगद के पेड़ मिलने की ज्यादा चर्चा थी। लेकिन गुरुवार को आयोग ने पार्टी को प्रस्तावित सिंबल से अलग सिंबल अलॉट किया।
वहीं, पार्टी के नाम कि लिए भी शरद गुट ने तीन नाम भेजे थे। इनमें से NCP शरदचंद्र पवार नाम फाइनल किया गया था। चुनाव आयोग के अजित गुट को असली NCP बताने के फैसले पर शरद पवार ने कहा था- आयोग ने न केवल सिंबल छीना है, बल्कि हमारी पार्टी भी दूसरे को दे दी है। इससे पहले ऐसा कभी नहीं हुआ कि जिसने पार्टी की स्थापना की, उसके हाथ से पार्टी लेकर किसी और को सौंपी गई।
चुनाव आयोग की ओर से गुरुवार देर रात यह कॉपी रिलीज की गई। इसमें बताया गया कि पार्टी का सिंबल तुरहा बजाता हुआ आदमी होगा।
अजित गुट को असली NCP बताने के खिलाफ SC में सुनवाई
चुनाव आयोग ने अजित पवार गुट को असली NCP बताने के खिलाफ शरद पवार ने सुप्रीम कोर्ट में याचिका लगाई थी। 19 फरवरी को सुनवाई के दौरान सुप्रीम कोर्ट ने अजित पवार के नेतृत्व वाले गुट से जवाब मांगा था। मामले की अगली सुनवाई 3 हफ्ते बाद के लिए लिस्ट की गई थी।
जस्टिस सूर्यकांत और जस्टिस केवी विश्वनाथन की बेंच ने शरद पवार को पार्टी चिन्ह के लिए चुनाव आयोग जाने की परमिशन दे दी थी। साथ ही कहा था कि चुनाव आयोग एक हफ्ते में चुनाव चिन्ह भी अलॉट करे। कोर्ट ने अगले आदेश तक शरद गुट को नए नाम का ही इस्तेमाल करने कहा था।
अजित ने कहा- न्याय मांगने का अधिकार सभी को है
चुनाव आयोग के फैसले पर शरद पवार गुट के सुप्रीम कोर्ट में जाने पर अजित पवार ने कहा है कि न्याय मांगने का अधिकार सभी को है। यह निर्णय हमारे पक्ष में आया है। यदि वे लोग सुप्रीम कोर्ट जाएंगे तो हम वकीलों के जरिए उचित जवाब देंगे। 50 से ज्यादा विधायक, ज्यादातर जिलाध्यक्ष हमारे साथ हैं। लोकतंत्र में बहुमत को महत्व दिया जाता है। इसलिए चुनाव आयोग ने हमें NCP नाम और चुनाव चिह्न दिया है।
चुनाव आयोग के अजित गुट को असली NCP बताने के फैसले के बाद मुंबई में NCP कार्यालय में अजित पवार के समर्थकों ने जश्न मनाया था।
मुंबई में अजित पवार के कार्यालय के बाहर जश्न मनाते उनके समर्थक।
चुनाव आयोग के अजित गुट को असली NCP बताने के फैसले पर किसने क्या कहा…
- महाराष्ट्र CM एकनाथ शिंदे- लोकतंत्र में मेजॉरिटी महत्वपूर्ण होती है। मेरिट के आधार पर अजित पवार को नाम और चिह्न मिला। बहुमत के आधार पर उन्हें यह मिला है उन्हें मेरी शुभकामनाएं। हमें शिवसेना का नाम और चिह्न मेरिट के आधार पर चुनाव आयोग ने दिया। बहुमत का ही महत्व रहता है। मेजॉरिटी अभी सरकार में है, राज्य की 48 लोकसभा सीटों में से 45 से ज्यादा सीट हमे मिलेंगी। विधानसभा में मेजॉरिटी के साथ सरकार बनेगी, काम करनेवाली सरकार बनेगी। लोग काम को महत्व देते हैं। विकास चाहिए होता है, हमारी सरकार चौतरफा विकास कर रही है।
- शरद पवार की बेटी और सांसद सुप्रिया सुले- मुझे लगता है कि जो शिवसेना के साथ हुआ, वही आज हमारे साथ हो रहा है। इसलिए यह कोई नया आदेश नहीं है। बस नाम बदल गए हैं, लेकिन फैसला पुराना है। शरद पार्टी को फिर से बना लेंगे।
- शरद पवार गुट के नेता जितेंद्र आव्हाड– यह होना ही था, हमें पहले से पता था। आज उन्होंने (अजित पवार ने) शरद पवार का राजनीतिक गला घोंट दिया है। ये चुनाव आयोग के लिए शर्मिंदगी की बात है। शरद पवार फीनिक्स हैं। वह राख से फिर उठ खड़े होंगे। हमारे पास अभी भी शक्ति है, क्योंकि हमारे पास शरद पवार हैं। हम सुप्रीम कोर्ट जाएंगे।
- शरद पवार गुट के नेता जयंत पाटिल- हम चुनाव आयोग के इस फैसले के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाएंगे, वही हमारी आखिरी उम्मीद है।
- महाराष्ट्र डिप्टी CM देवेंद्र फडणवीस- हमारे महागठबंधन के उप-मुख्यमंत्री अजित दादा को चुनाव आयोग ने NCP पार्टी,घड़ी चुनाव चिह्न दिया है, मैं उन्हें बधाई देता हूं।
- कांग्रेस नेता अशोक चह्वाण- चुनाव आयोग ने NCP को लेकर जो निर्णय दिया है वो अनअपेक्षित निर्णय नहीं है, जो शिवसेना के साथ हुआ वही NCP के साथ हो रहा है। आखिरी निर्णय जनता की अदालत में होगा।
- महाराष्ट्र कांग्रेस अध्यक्ष नाना पटोले– केन्द्र सरकार ने जो फैसला चुनाव आयोग को लिखकर दिया था, वही फैसला NCP को लेकर आया है।
NCP केवल 2 राज्यों में सीमित
2000 के तत्कालीन चुनाव परिणामों के आधार पर NCP का राष्ट्रीय पार्टी का दर्जा 10 अप्रैल 2023 को छिन गया था। अब यह केवल महाराष्ट्र और नगालैंड में क्षेत्रीय दल के रूप में मान्यता रखती है।
अजित ने 5 जुलाई को कहा था- अब मैं NCP चीफ
अजित पवार 2 जुलाई 2023 को NCP के 8 विधायकों के साथ महाराष्ट्र की शिंदे सरकार में शामिल हो गए थे। उन्होंने अपने साथ NCP के 40 विधायकों के समर्थन का दावा किया था। गठबंधन सरकार में अजित को डिप्टी CM बनाया गया है।
इसके बाद अजित ने 5 जुलाई 2023 को शरद पवार को NCP राष्ट्रीय अध्यक्ष पद से हटाने का ऐलान किया था। उन्होंने खुद को नया राष्ट्रीय अध्यक्ष घोषित किया था। अजित का कहना था कि मुंबई में 30 जून 2023 को पार्टी की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में यह फैसला हुआ था।
अजित पवार ने चुनाव आयोग में NCP के नाम-निशान पर अपना दावा जताते हुए 30 जून को लेटर भेजा था। वहीं, शरद गुट के नेता जयंत पाटिल ने 3 जुलाई को आयोग से अजित समेत 9 मंत्रियों सहित 31 विधायकों को अयोग्य घोषित करने की मांग की थी।
शरद से बगावत के बाद अजित ने 30 जून को दावा किया था कि बहुमत उनके पास है। इसलिए पार्टी पर उनका अधिकार है। आयोग में याचिका दायर कर, अजित ने 9 हजार से ज्यादा दस्तावेज पेश किए थे।
.
केजरीवाल को ED का सातवां समन: 26 फरवरी को पूछताछ के लिए बुलाया; अब तक एक बार भी नहीं गए दिल्ली CM