कैंट में सुरक्षा स्मार्ट सिटी की तर्ज पर आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई) इनेबल्ड और फेशियल रिकग्निशन एप्लीकेशन से युक्त सीसीटीवी कैमरे लगाए जाएंगे, जो संदिग्ध अपराधियों व आतंकियों के चेहरे स्कैच व फोटो से मेल खाते ही अलर्ट जारी कर देंगे। कैमरे ऑप्टिकल फाइबर केबल पर काम करेंगे और इसका सीधा प्रसारण सीसीटीवी कंट्रोल रूम में होगा।
कैंट की सुरक्षा की दृष्टि से 143 लोकेशन पर 485 सीसीटीवी कैमरे लगाए जाएंगे, जोकि एचडी (हाई डेफिनेशन) नाइट विजन युक्त होंगे। इस प्रोजेक्ट को लेकर शनिवार को गृहमंत्री अनिल विज ने अपने आवास पर अम्बाला रेंज के आईजी शिवास कविराज व एसपी जश्नदीप सिंह रंधावा से चर्चा की और जल्द इस कार्य को शुरू करने के निर्देश दिए।
विज ने कहा कि सीसीटीवी कैमरे लगने से संवेदनशील कैंट को हर क्षेत्र से सुरक्षा मिलेगी। एचडी सीसीटीवी कैमरे लगने से सुरक्षा तो मजबूत होगी, साथ ही छावनी में ट्रैफिक मैनेजमेंट सिस्टम भी बेहतर होगा।
कैंट थाने में होगा कंट्रोल रूम
पुलिस अधिकारियों ने विज को बताया कि विभिन्न लोकेशन पर लगने वाले सीसीटीवी कैमराें का कंट्रोल रूम कैंट थाने में होगा। यहां पूरी गतिविधियों को कैमरों के जरिए मॉनिटर किया जा सकेगा। यहां रिकाॅर्डिंग की व्यवस्था भी होगी और रिकाॅर्डिंग का बैकअप हार्ड ड्राइव में स्टोर होगा।
कैमरों से जुड़ेगी ट्रैफिक लाइट
जगाधरी रोड पर नगर परिषद की ओर से लगने वाली ट्रैफिक लाइट भी सीसीटीवी कैमरों से जुड़ेगी। इसका फायदा ये होगा कि सेंसर युक्त सीसीटीवी कैमरे ट्रैफिक कम या ज्यादा होने पर उसे ऑटोमेटिक तरीके से डिटेक्ट करेंगे और ट्रैफिक लाइट टाइमर को सेट करेंगे।
ट्रैफिक लाइट पर सीसीटीवी कैमरे लगने से नियमों की अवहेलना करने वाले वाहन चालकों पर पैनी निगाह रखी जा सकेगी। सीसीटीवी कैमरे ओवरस्पीड वाहन चालकों पर भी निगाह रखेंगे और चंडीगढ़ की तर्ज पर कैमरे ओवरस्पीड वाहनों को डिटेक्ट करेंगे। वाहन ओवर स्पीड होने पर चालान भी सीधा रजिस्टर्ड पते पर घर पहुंचेगा।
इन स्थानों पर लगेंगे सीसीटीवी कैमरे
विज ने बताया कि कैंट में 143 लोकेशन पर 485 सीसीटीवी कैमरे लगेंगे। इनमें कैंट थाना क्षेत्र में 67 लोकेशन पर 265 सीसीटीवी कैमरे, पड़ाव थाना क्षेत्र में 34 लोकेशन पर 83 सीसीटीवी कैमरे और महेशनगर थाना क्षेत्र में 42 लोकेशन पर 137 सीसीटीवी कैमरे लगाए जाएंगे।
इसलिए जरूरत पड़ी कैमरे लगाने की
कैंट सेना, एयरफोर्स का बड़ा गढ़ है। यहां सेना के महत्वपूर्ण सैन्य प्रतिष्ठान हैं, जबकि एयरफोर्स के लड़ाकू विमानों का गढ़ है। इसके अलावा, रेलवे का बड़ा नेटवर्क कैंट में है। इसके अलावा रोड कनेक्टिवटी मामले में अम्बाला की सीमाएं कई राज्यों को छूती हैं और आने-जाने के लिए कैंट मुख्य टर्मिनल की भांति है।
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