जिला कारागार का उपायुक्त डा. मनोज कुमार ने किया निरीक्षण, सुनी बंदियों की  समस्याएं

जिला कारागार में पौधारोपण कर उपायुक्त ने दिया पर्यावरण के प्रति संदेश
उपायुक्त डा. मनोज कुमार ने किया 

नियमानुसार व्यवस्था बनाए रखने के दिए निर्देश

एस• के • मित्तल   
जींद,       उपायुक्त डा. मनोज कुमार ने बुधवार को जिला कारागार का निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होनें  परिसर में जेल अधीक्षक संजीव कुमार के साथ पौधारोपण कर स्वच्छ पर्यावरण के प्रति संदेश दिया। पौधारोपण करने उपरांत उपायुक्त ने जेल परिसर के अन्दर खाली पडे़ उपयुक्त स्थान पर जेल अधिकारियों को किचन गार्डन को और बेहतर बनाने के निर्देश दिए।
उपायुक्त डा. मनोज कुमार ने जिला कारागार में जाकर सभी वार्डो का निरीक्षण किया तथा बंदियों से बातचीत कर उनकी समस्या व शिकायत सुनी। उन्होंने बंदियों को मिलने वाली दूरभाष, मैडिकल सुविधाओं एवं खाने की गुणवत्ता की भी जांच की। उपायुक्त ने कारागार परिसर में बने चिकित्सक रूम में पहुंचे और डॉक्टर से बातचीत की और वहां पर अपने स्वास्थ्य को चैक करवाने आए बंदियों से भी मिल रही स्वास्थ्य से सम्बंधित मिल रही सुविधाओं बारे जानकारी ली। उपायुक्त ने जिला कारागार परिसर में आर्ट गैलरी रूम में गए तथा वहां पर बंदियों के द्वारा बनाई गई पेंटिंग को देखा और उन बंदियों को अपनी इस कला को अन्य बंदियों को भी सिखाने के लिए कहा ताकि वे अपनी सजा पूरी होने उपरांत इसको अपने जीवन यापन का जरिया बनाकर समाज की मुख्यधारा में शामिल हो सके। उन्होंने लाईब्रेरी में जाकर बंदियों को पढ़ने के लिए दी जाने वाली धार्मिक, सामाजिक, शिक्षाप्रद किताबों को देखा। उन्होंने कारागार में बंदियों के लिए चलाए जा रहे इगनू और एनआईयूएस सैंटर का भी निरीक्षण किया। उपायुक्त डा. मनोज कुमार ने जिला कारागार में रसोई घर में जाकर खाने की गुणवत्ता को जांचा।
उन्होंने रोटी बनाने की मशीन एवं सब्जी बनाने के प्रोसेस को देखा एवं भोजन के स्थान पर सफाई का विशेष ध्यान देने के निर्देश दिए। उन्होंने वहां पर बन रहे भोजन को स्वयं चखा और संतुष्टि प्रकट की। उन्होंने खाना प्रबंधन विषय पर जेल प्रशासन से जानकारी मांगी। इस पर जेल अधीक्षक संजीव कुमार ने बताया कि निर्धारित मापदंड के तहत कैदियों और बंदियों के लिए खाने की व्यवस्था है। किसी को कोई परेशानी नहीं हो इसके लिए गाईड लाईन के हिसाब से उनका ख्याल रखा जाता है। उसके पश्चात उन्होंने भोजनालय में कार्य कर रहे बंदियों से बातचीत की। उन्होंने वहां पर कार्यरत्त बंदियों से पूछा कि क्या वे रसोई से सम्बंधित किसी अन्य कार्य जैसे बिस्किट बनाना आदि को सीखना चाहते है। उन्होंने जेल अधिकारियों को कहा कि वे यदि कोई बंदी ऐसा हुनर सीखना चाहता है तो उसे वहां पर यह कार्य सिखाया जाए। उपायुक्त ने अन्य वार्डो के साथ-साथ महिला वार्ड का भी जायजा लिया तथा जेल अधीक्षक से पूरी फीडबैक ली।
उन्होंने महिला कक्ष में उन महिलाओं से भी बातचीत की जिनके छोटे बच्चे है और उनको मिलने वाली डाईट चार्ट के बारे में भी पूछा। निरीक्षण के दौरान उपायुक्त ने मुलाकात कक्ष, लंगर ब्लॉक व अन्य कक्षों का भी दौरा किया। जेल अधीक्षक संजीव कुमार ने उपायुक्त को विश्वास दिलाया कि कारागार में रहने वाले बंदियों को गुणवत्ता पूरक खाना दिया जा रहा है और उनके स्वास्थ्य की समय-समय पर जांच करवाई जाती है। बंदियों को सरकार की हिदायतोंनुसार हरी सब्जी, फलाहार, दूध आदी दिया जाता है। इसके अलावा सरकार द्वारा कैंटीन की सुविधा दी गई है जहां से बंदी आवश्यता अनुसार सामान निर्धारित दरों पर खरीद सकते है। कारागार में समय-समय पर विभिन्न धार्मिक, आध्यात्मिक, सामाजिक संगठनों से जुडे़ प्रबुद्ध लोगों द्वारा प्रवचन सुनाए जाते है। कारागार में धार्मिक पुस्तके भी पढ़ने के लिए उपलब्ध करवाई जाती है ताकि बंदियों को अपने को सुधारने में मदद मिल सके। उन्होंने बताया कि जेल के मुलाकात कक्ष में बंदियों के लिए अपने परिजनों से बात करने के लिए इंटरकॉम मशीन की व्यवस्था भी है,
जिससे संबंधित कैदी और बंदी घरवालों से बात कर सकते हैं। वहां पर सफाई व्यवस्था का विशेष ध्यान रखा जाता है। जेल में समय-समय पर स्वच्छ वातावरण के दृष्टिगत पौधारोपण जागरूकता शिविर भी आयोजित किए जाते हैं। इस मौके पर उपअधीक्षक जेल संदीप दांगी, सहायक अधीक्षक धर्मचंद एवं सहायक अधीक्षक रमेश कुमार व अन्य जेल स्टॉफ भी साथ थे।

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