हरियाणा के करनाल में रविवार को 3 मजदूरों की जहरीली गैस चढ़ने से मौत हो गई। उनके 3 साथी अस्पताल में मौत और जिंदगी की जंग लड़ रहे हैं। मरने वालों की पहचान करनाल के सतीश, झारखंड के पवन और बिहार के राजू के रूप में हुई।
घटना कुंजपुरा स्थित संजय लैदर नामक चमड़ा फैक्ट्री में हुई। बताया जा रहा है कि मजदूरों को फैक्ट्री में बने लगभग 40 गहरे गड्ढे को साफ करने के लिए उतारा गया, लेकिन जहरीली गैस चढ़ने से उनका दम घुटने लगा। किसी तरह मजदूरों को बाहर निकालकर करनाल के ट्रॉमा सेंटर में पहुंचाया गया। वहां डॉक्टरों ने 3 मजदूरों को मृत घोषित किया, जबकि 3 अन्य का इलाज चल रहा है। बताया जा रहा है कि इन मजदूरों की मौत एक-दूसरे को बचाते समय हुई। मजदूरों की मौत के बाद फैक्ट्री मालिक मौके से फरार हो गया है। कुंजपुरा पुलिस मामले की जांच कर रही है।
फैक्ट्री मालिक की लापरवाही ने ली जान
मृतक सतीश के पिता के अनुसार, कुंजपुरा के मुगल माजरा में बनी
संजय लैदर फैक्ट्री, जिसमें जहरीली गैस से 3 मजदूरों की मौत हो गई।
का मालिक उनके बेटे और अन्य मजदूरों को रविवार को काम पर लेकर गया। फैक्ट्री में मजदूरों को 40 फीट गहरे गड्ढे को साफ करने के लिए अंदर उतारा गया। मालिक ने इन मजदूरों को गड्ढे के अंदर उतारने से पहले इस बात की जांच नहीं की कि अंदर जहरीली गैस तो नहीं है। फैक्ट्री मालिक की इसी लापरवाही की वजह से उनके बेटे और अन्य मजदूरों की जान गई।
इस बीच घटना का पता चलते ही करनाल के ट्रॉमा सेंटर में मजदूरों के परिवार पहुंचना शुरू हो गए। इन परिवारों की महिलाओं का रो-रोकर बुरा हाल था। पुलिस ने जांच शुरू कर दी है। मजदूरों के परिवार की शिकायत पर आगे कार्रवाई की जाएगी।
एक-दूसरे को बचाने उतरे मजदूर
जानकारी के अनुसार रविवार दोपहर बाद संजय लैदर नामक फैक्ट्री में गड्ढे की सफाई के लिए मजदूर लगाए गए। पुलिस के अनुसार, पहले एक मजदूर गड्ढे में उतरा तो वह बेहोश होकर गिर पड़ा। इसके बाद उसे बचाने के लिए दूसरा मजदूर गया। जब वह भी बेहोश हो गया तो उनका तीसरा साथी नीचे उतरा लेकिन जहरीली गैस के कारण वह भी होश खो बैठा। इसके बाद अन्य मजदूर गड्ढे में उतरे तो उन्हें भी चक्कर आने लगे।
इसके बाद मौके पर मौजूद लोगों ने सभी मजदूरों को किसी तरह बाहर निकालकर दो एंबुलेंस के जरिए ट्रॉमा सेंटर पहुंचाया। वहां पहुंचने से पहले तीन मजदूरों ने दम तोड़ दिया।
फैक्ट्री मालिक फरार
जहरीली गैस की वजह से जान गंवाने वाले सतीश के पिता ने बताया कि हादसे के बाद फैक्ट्री मालिक फरार हो गया। उसने मजदूरों के परिवारों को इसकी सूचना तक नहीं दी। परिवारों को यह तक नहीं बताया कि उनके बेटे कौन से अस्पताल में भर्ती है। मृतकों के परिवारों में इसे लेकर रोष नजर आया। उन्होंने कहा कि फैक्ट्री मालिक का फर्ज बनता था कि वह अस्पताल पहुंचे लेकिन वह नहीं आया।