एस• के• मित्तल
सफीदों, सफीदों अनाज मंडी में सरकार द्वारा खरीदे गए गेंहू के कट्टों का उठान कछुआ चाल से हो रहा है। जिसके कारण यहां के आढ़तियों व किसानों को भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। अब तक मंडी से खरीदी गई गेहूं का कुछ ही प्रतिशत ही उठान संभव हो पाया है। हालांकि प्रशासन द्वारा खरीद के 72 घंटे के बाद उठान किए जाने के दावे किए जा रहे थे लेकिन प्रशासन के सभी दावे धरे के धरे रह गए।
बता दें कि सफीदों मंडी में भारतीय खाद्य निगम, फूड एण्ड सप्लाई, हैफेड व वेयरहाऊस के द्वारा गेंहू की खरीद की जा रही है। आढ़तियों ने बताया कि गेहूं का उठान अत्यंत धीमा होने से मंडी में हर जगह बैग ही बैग नजर रहे है। खरीद के बाद से ही गेहूं का उठान धीमा चल रहा है। वे कई बार खरीद एजेंसियों व मार्किट कमेटी सचिव से गेहूं के उठान में तेजी करवाने की मांग कर चुके है लेकिन स्थिति जस की तस बनी हुई है। आढ़तियों का कहना है कि मंडी में इस वक्त कई लाख गेंहू के बैग पड़े हुए है और ऊपर से मौसम खराब है। अगर बारिश आ गई तो स्थिति बेहद खराब हो सकती है। उन्होंने गेंहू के सुरक्षित रखने के लिए भारी भरकम लेबर खर्च करके शैड के नीचे बैगों को बड़े-बड़े स्टैकों में लगवा दिया है लेकिन उसके बावजूद भी मंडी में कट्टों के बड़े-बड़े अंबार लगे हुए है।
बारिश में सारा गेंहू खराब हो जाने की संभावनाएं पैदा हो गई है। इस गेंहू पर पहले भी दो-तीन बारिशें गुजर चुकी है। नियम तो खरीद के 72 घंटे में गेंहू के बैग उठाने का है लेकिन नियमों पर कोई भी खरीद एजेंसी खरी नहीं उतर पा रही है। आढ़ती अब ज्यादा दिनों तक इस गेंहू को संरक्षित करने में असक्षम है। इसके अलावा सबसे अहम समस्या पेमेंट की भी पैदा हो गई है। पहले तो खरीद एजेंसियां के पास बिल जाते ही कुछ दिनों में फसल की पेमैंट कर देती थी लेकिन अब जब तक उठान नहीं हो जाता है तब तक पेमैंट ना करने का प्रावधान बना दिया गया है। मंडी में जितने भी बैग उठते हैं उतनी ही पेमैंट देर-सवेर किसानों के खातों में आ रही है। ऐसे में किसानों को तत्काल पेमैंट उपलब्ध करवाने के भी दावे धराशायी हो गए हैं। उन्होंने प्रशासन से मांग की कि मंडी में गेंहू के कट्टों का उठान तत्काल प्रभाव से करवाया जाए।
क्या कहते हैं मार्किट कमेटी सचिव
इस मामले में मार्किट कमेटी सचिव जगजीत सिंह कादियान का कहना है कि पहले गेंहू का सीजन लंबा चलता था लेकिन अब आधुनिकरण केदौर में इलाके का सारा गेंहू एक हफ्ते में ही आ जाता है। जिसके कारण मंडी में फसल की भीड़ हो जाती है। मंडी में उठान का कार्य निरंतर जारी है। उठान कार्य में तेजी लाने के लिए खरीद एजेंसियों को कहा जाएगा।