इन्द्री, 27 जून बरसात के मौसम के दौरान जिला प्रशासन संभावित बाढ़ की स्थिति से निपटने के लिए पूरी तरह मुस्तैद है और प्रशासन द्वारा समय रहते हर प्रकार की तैयारियां पूर्ण कर ली गई हैं ताकि वर्षा ऋतु के दौरान किसी भी क्षेत्र में संभावित बाढ़ जैसी स्थिति से सही ढंग से निपटा जा सके।
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इसी कडी में एसडीएम डॉ. आंनद कुमार शर्मा आईएएस ने सिंचाई विभाग के अधिकारियों के साथ खंड के गांव टपरियों, छपरियों, हिनोरी व पटहेडा इत्यादि में पहुंचकर तालाब, डे्रन व नालों का बारीकी से निरीक्षण किया।
एसडीएम डॉ. आनंद कुमार शर्मा आईएएस ने कहा कि सरकार व प्रशासन का पूरा प्रयास है कि बाढ़ से कोई नुकसान न हो। इसलिए बाढ़ रोकथाम के पुख्ता इंतजाम करने में प्रशासन पूरी तरह से मुस्तैद है। उन्होंने ने सिंचाई विभाग के अधिकारियों को निर्देश देते हुए कहा कि वे मनरेगा योजना के तहत बरसात के पानी के कारण ऑवरफ्लो होने वाले तालाब, डे्रन व नालों की सफाई का कार्य जल्द से जल्द करवाए ताकि बरसात का पानी तालाब, डे्रन व नालोंं से ऑवरफ्लो होकर बाहर न निकलें और क्षेत्र के किसी भी स्थान पर जलभराव की स्थिति न बनने पाए।
उन्होंने कहा कि मानसून के मौसम में अधिक वर्षा होने के कारण जिला के किसी भी हिस्से में सम्भावित बाढ़ जैसी स्थिति के दौरान बाढ़ राहत कार्यो में किसी प्रकार की कोताही नहीं बरती जाएगी। किसी भी प्रकार की अनियमितता के लिए सम्बन्धित विभाग के अधिकारी स्वयं जिम्मेदार होगें।
डॉ. आंनद कुमार शर्मा आइएएस ने कहा कि बरसात के पानी के कारण तालाब, डे्रन व नालों में होने वाले पानी के ऑवरफ्लों होकर बरसाती पानी इधर-उधर न फैलने पाए और यदि बरसात का पानी ऑवर फ्लो होकर तालाब, डे्रन व नालों से बाहर निकलता है तो उससे बाढ़ की स्थिति उत्पन्न हो जाती है और फसलों को भी काफी नुकसान होता है।
इसलिए बरसाती पानी के कारण होने वाले भूमि कटाव व आबादी में बाढ़ का पानी फसलों इत्यादि में न फैले इसके लिए निर्धारित स्थानों पर पुख्ता प्रबंध समय रहते पूरे कर लिए जाए। लोगों की जानमाल की सुरक्षा एवं नुकसान के मामले में कोई समझौता नहीं होगा। उन्होंने अधिकारियों को समय-समय पर बाढ़ बचाव कार्यों में और अधिक रूचि लेने के लिए भी निर्देश दिए। इस मौके पर सिंचाई विभाग के अधिकारीगण भी उपस्थित रहें।