अमृतपाल की मां बलविंदर कौर ओर वकील ईमान सिंह खारा
असम की डिब्रूगढ़ जेल में बंद वारिस पंजाब दे के प्रमुख अमृतपाल सिंह और उसके 9 साथियों ने भूख हड़ताल शुरू कर दी है। वहीं जेल के बाहर उसकी पत्नी किरणदीप कौर भूख हड़ताल पर बैठी है। इसी बीच अमृतपाल की मां और वकील ने वीडियो जारी कर सरकार और अमृतसर के DC पर गंभीर आरोप लगाए हैं। दोनों ने कहा कि सरकार के इशारे पर DC मानवाधिकारों का उल्लंघन कर रहे हैं।
वकील ईमान सिंह खारा ने कहा कि DC सरकार के इशारे पर वकीलों को अमृतपाल सिंह से जेल में मुलाकात की इजाजत नहीं दे रहे हैं। जेल अमृतपाल के साथ पंजाब के 9 और नौजवान बंद हैं। इन पर कई मामले दर्ज कर दिए गए हैं। सभी के अलग-अलग वकील हैं, लेकिन सरकार नहीं चाहती कि उनका कोई केस लड़े और वह जेल से बाहर आ सकें।

डिब्रूगढ़ जेल में बंद अमृतपाल सिंह की फाइल फोटो
चुनाव तक अंदर रखना चाहते हैं
वकील ईमान सिंह खारा ने कहा कि अगले साल लोकसभा के चुनाव आ रहे हैं। सरकार चाहती है कि अमृतपाल और उसके साथियों को 4-5 साल तक जेल में बंद रखा जाए। वह बहुसंख्यक लोगों की वोटें लेने के लिए ऐसा कर रहे हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि DC कठपुतली बनकर सरकार के इशारे पर नाच रहा है।
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जेल में अमृतपाल और उसके साथियों को अलग-अलग तरह से तंग-परेशान किया जा रहा है। कभी उनके खाने में तंबाकू मिलाकर दिया जा रहा है तो कभी वकीलों और परिजनों से मुलाकात से रोका जा रहा है। वकील ने कहा कि पिछले दिनों प्रधानमंत्री बाजेके की ऑडियो भी वायरल हुई थी जिसमें वह अपनी माता को बता रहा है कि किस तरह से उनके साथ अमानवीय व्यवहार किया जा रहा है।
मां बोली- मानसिक तौर पर किया जा रहा है परेशान
डिब्रूगढ़ जेल में राष्ट्रीय सुरक्षा अधिनियम (NSA) के तहत जेल में बंद वारिस पंजाब दे के प्रमुख अमृतपाल की माता बलविंदर कौर ने आरोप लगाया है कि उसके बेटे और उसके साथियों को मानसिक तौर पर परेशान किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि उनके बेटे को 6-7 महीने जेल में हो गए हैं, लेकिन अभी तक कोई सुनवाई नहीं हुई है। DC उनके साथ धक्का कर रहा है।
डिब्रूगढ़ जेल से उन्हें पंजाब में लाया जाए और यहीं रखा जाए। उन्होंने कहा कि भाई अमृतपाल पंथ के काज के लिए निकले थे। सभी से अपील है कि सभी सिंह इकट्ठे हों, संगत साथ दे और डिब्रूगढ़ जेल में बंद वारिस पंजाब दे के लोगों को छुड़ाने के लिए प्रयास करें।

अमृपाल सिंह की पत्नी किरणदीप की फाइल फोटो
जेल से लेटर लिखकर दी थी चेतावनी
अमृतपाल ने 28 सितंबर को अमृतसर के DC के खिलाफ डिब्रूगढ़ जेल के सुपरिन्टेंडेंट को लेटर लिखा था। इसमें कहा गया कि अमृतसर DC अपनी शक्तियों का गलत प्रयोग कर रहे हैं। उनके वकील राजदेव सिंह खालसा को उन्हें मिलने आने की परमिशन नहीं दे रहे। जबकि उनके वकील की ओर से सारी शर्तें पूरी की जा रही हैं। उनके संवैधानिक अधिकारों का हनन किया जा रहा है।

अमृतपाल की असम जेल सुपरिन्टेंडेंट को लिखी गई चिट्ठी, जिसमें उसने भूख हड़ताल की चेतावनी दी थी।
अमृतसर DC बोले- अमृतपाल पहले दूसरे वकील से मिल चुका
अमृतसर के DC अमित तलवाड़ ने कहा कि बंदियों को उनकी इच्छा के वकील से मिलने की पूरी परमिशन है। अमृतपाल पहले एडवोकेट नवकिरन सिंह से मिल चुका है। अब वह राजदेव सिंह खालसा से मिलने की परमिशन मांग रहा है। नए वकील से मिलने देने का मामला होम सेक्रेटरी को भेजा गया है। उनसे इस बारे में गाइडेंस और क्लैरिफिकेशन मांगा गया है।
पहले भी हड़ताल कर चुका अमृतपाल
अमृतपाल और उसके साथियों की डिब्रूगढ़ जेल में यह दूसरी हड़ताल है। कुछ महीने पहले भी उसने जेल में भूख हड़ताल की थी। आरोप था कि उसके खाने में जानबूझ कर तंबाकू मिलाया जा रहा है। उसके बाद उसकी सारी मांगें मान ली गई थीं।
36 दिन की फरारी के बाद हुई थी गिरफ्तारी
वारिस पंजाब दे का प्रमुख अमृतपाल सिंह को पंजाब पुलिस ने 36 दिन की फरारी के बाद 23 अप्रैल को मोगा जिले में रोडे गांव के गुरुद्वारे से अरेस्ट किया था। इन 36 दिनों में अमृतपाल सिंह कभी नेपाल बॉर्डर, कभी उत्तराखंड और कभी होशियारपुर के गांवों में दिखाई देता रहा।
उसकी फरारी में मदद करने वाले कई लोगों को भी पुलिस ने पकड़ा था। 23 अप्रैल को पंजाब पुलिस उसे बठिंडा के एयरफोर्स स्टेशन ले गई थी और वहां से उसे असम ले जाया गया। तब से लेकर अमृतपाल सिंह 9 साथियों के साथ डिब्रूगढ़ जेल में ही बंद है।